नन्हे वैज्ञानिक हाजिक काजी ने डिजाइन की समुद्री प्रदूषण को कम करने वाली शिप
एक ओर जहां भारत समेत पूरी दुनिया प्रदूषण की गंभीर समस्या से जूझ रही है और बड़-बड़े वैज्ञानिक इस परेशानी का हल नहीं ढूंढ पा रहे हैं, वहीं एक 12 वर्षीय बालक ने एक ऐसी टेक्नोलॉजी ईजाद कि है जो पॉल्यूशन से निजात दिलाने में काफी मददगार साबित होगी। दरअसल,
एक ओर जहां भारत समेत पूरी दुनिया प्रदूषण की गंभीर समस्या से जूझ रही है और बड़-बड़े वैज्ञानिक इस परेशानी का हल नहीं ढूंढ पा रहे हैं, वहीं एक 12 वर्षीय बालक ने एक ऐसी टेक्नोलॉजी ईजाद कि है जो पॉल्यूशन से निजात दिलाने में काफी मददगार साबित होगी।
दरअसल, हाजिक काजी नाम के इस बालक ने समुद्र में प्रदूषण कम करने वाली शिप को डिजाइन किया है। काजी ने इस शिप को ERVIS का नाम दिया है। एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए काजी ने कहा कि उसने कई डॉक्यूमेंट्री देखी और पाया कि समुद्री जीवन पर अपशिष्ट का किस हद तक प्रभाव पड़ता है। यह सब देखकर लगा कि समुद्री जीवन बचाने के लिए उसको कुछ न कुछ करना चाहिए।
हाजिक काजी ने यह डिजाइन तैयार करने पर समुद्री जीवन के बारे में विस्तार से जानकारी इकट्ठा की। उसने कहा कि 'हम लोग समुद्र से निकाल कर जिस मछली को खा रहे हैं, असल में वह प्लास्टिक को अपना आहार बना है। इसका मतलब यह हुआ कि प्रदूषण एक साइकिल की तरह है और इसका चक्र घूम फिरकर वापस हमारे ही सामने आता है। इसका मनाव जीवन पर खतरनाक प्रभाव पड़ता है।
काजी ने कहा कि उसके द्वारा बनाई गई 'ERVIS तश्तरी समुद्र में बेकार पड़े कचरे को खत्म कर देगी। इस शिप में ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है जो समुद्री कचरे को चूसने का काम करेगी। इसके लिए शिप सेंट्रिपेटल बल का उपयोग करेगा।
दरअसल, हाजिक काजी नाम के इस बालक ने समुद्र में प्रदूषण कम करने वाली शिप को डिजाइन किया है। काजी ने इस शिप को ERVIS का नाम दिया है। एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए काजी ने कहा कि उसने कई डॉक्यूमेंट्री देखी और पाया कि समुद्री जीवन पर अपशिष्ट का किस हद तक प्रभाव पड़ता है। यह सब देखकर लगा कि समुद्री जीवन बचाने के लिए उसको कुछ न कुछ करना चाहिए।
हाजिक काजी ने यह डिजाइन तैयार करने पर समुद्री जीवन के बारे में विस्तार से जानकारी इकट्ठा की। उसने कहा कि 'हम लोग समुद्र से निकाल कर जिस मछली को खा रहे हैं, असल में वह प्लास्टिक को अपना आहार बना है। इसका मतलब यह हुआ कि प्रदूषण एक साइकिल की तरह है और इसका चक्र घूम फिरकर वापस हमारे ही सामने आता है। इसका मनाव जीवन पर खतरनाक प्रभाव पड़ता है।
काजी ने कहा कि उसके द्वारा बनाई गई 'ERVIS तश्तरी समुद्र में बेकार पड़े कचरे को खत्म कर देगी। इस शिप में ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है जो समुद्री कचरे को चूसने का काम करेगी। इसके लिए शिप सेंट्रिपेटल बल का उपयोग करेगा।
12-year-old Pune-based boy Haaziq Kazi designs ship called ERVIS to help reduce pollution in the ocean and save marine life— ANI Digital (@ani_digital) 23 January 2019
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