अब सिर्फ हमारी यादों में है Rasna Girl...
जिंदगी कब कौन सी करवट ले ले, कोई नहीं जानता! तरुणी सचदेव की कहानी भी ऐसी है। मासूम उम्र में अपनी प्यारी सी मुस्कान और एक टैगलाइन ‘आई लव यू रसना’ से तरुणी से सभी का दिल जीत लिया। करिश्मा कपूर के साथ उस एक टीवी एड ने तरुणी की जिंदगी को नई राह दी। वह स
जिंदगी कब कौन सी करवट ले ले, कोई नहीं जानता! तरुणी सचदेव की कहानी भी ऐसी है। मासूम उम्र में अपनी प्यारी सी मुस्कान और एक टैगलाइन ‘आई लव यू रसना’ से तरुणी से सभी का दिल जीत लिया।
करिश्मा कपूर के साथ उस एक टीवी एड ने तरुणी की जिंदगी को नई राह दी। वह सिनेमाई पर्दे पर राज करना चाहती थी। लेकिन तरुणी अब सिर्फ हमारी यादों में बसती है, क्योंकि महज 14 साल की उम्र में तरुणी इस दुनिया को अलविदा कह गई।
तरुणी सचदेव का जन्म मुंबई में 14 मई 1998 को हुआ था। पिता हरेश सचदेव इंडस्ट्रियलिस्ट हैं, जबकि मां का नाम था गीता सचदेव। महज 5 साल की उम्र में तरुणी लाइट्स, कैमरा और एक्शन की दुनिया में आई।
एड फिल्म से इस कदर पॉपुलैरिटी मिली कि वह उस दौर में सबसे ज्यादा पेसे कमाने वाली चाइल्ड आर्टिस्ट भी बनी। शाहरुख खान, अमिताभ बच्चन के साथ भी काम किया। लेकिन नेपाल में 2012 में हुए प्लेन क्रैश में तरुणी की जीवनलीला समाप्त हो गई।
तरुणी अभी मुंबई में स्कूली पढ़ाई ही कर रही थी। मां गीता सचदेव मुंबई के इस्कॉन के राधा गोपीनाथ मंदिर की एक भक्त मंडली की सदस्य थीं। तरुणी भी मां के साथ मंदिर जाती थी। वहां त्योहारों में नाटकों में लेती थी। वहीं से किसी की नजर तरुणी की मासूम और जीवन से भरी मुस्कान पर पड़ी।
तरुणी को रसना और फिर कोलगेट, आईसीआईसीआई बैंक, रिलाइंस मोबाइल, एलजी, कॉफी बाइट, गोल्ड विनर, शक्ति मसाला जैसे प्रोडक्ट्स के एड फिल्म मिले।
शाहरुख खान के टीवी शो ‘क्या आप पांचवीं पास से तेज हैं?’ में भी तरुणी कंटेस्टेंट बनकर पहुंची थीं। साल 2004 में तरुणी को पहली बार फिल्म मिली। मलयालम फिल्म ‘वेल्लिनक्षत्रम’ से उसने बड़े पर्दे पर डेब्यू किया। विनायन इस फिल्म के डायरेक्टर थे।
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, ‘मैंने तरुणी को अमिताभ बच्चन के साथ एक विज्ञापन में काम करते देखा था। विज्ञापन एजेंसी से उसका नंबर लिया और उन्हें कॉल किया। जब तरुणी फोन पर आई तो उसने मुझसे कहा- अंकल, मुझे फिल्मों में काम करना है।’
तरुणी ने अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘पा’ में भी काम किया था। वह स्कूल में उनकी दोस्त बनी थी। 14 मई को तरुणी का जन्मदिन था। एक दुखद संयोग है कि उसी दिन उसकी मौत भी हो गई। 14 मई 2012 को तरुणी दुनिया छोड़कर चली गई।
नेपाल के अग्नि एयर फ्इट सीएचटी प्लेन क्रैश में उसका निधन हो गया। साथ में तरुणी की मां गीता सचदेव भी थीं। तरुणी के साथ ही उनकी भी मौत हो गई। वह तरुणी का 14वां जन्मदिन था।
तरुणी जब 11 मई को नेपाल ट्रिप के लिए निकल रही थी, तब उसने अपने सभी दोस्तों को गले लगाया था। वह अक्सर ऐसा नहीं करती थी। मजाक में ही सही, तरुणी ने दोस्ती से कहा था, ‘मैं आप सब लोगों से आखिरी बार मिल रही हूं, क्योंकि अगर प्लेन क्रैश हो जाता है तो…’
तरुणी के अचानक दुनिया से रुखसत होने पर सभी को गहरा झटका लगा था। वह एक अच्छी एक्ट्रेस और मॉडल ही नहीं, बल्कि एक ब्राइट स्टूडेंट भी थी। उसके जाने के बाद अमिताभ बच्चन और करिश्मा कपूर ने भी ट्वीट कर दुख जताया था।
करिश्मा कपूर के साथ उस एक टीवी एड ने तरुणी की जिंदगी को नई राह दी। वह सिनेमाई पर्दे पर राज करना चाहती थी। लेकिन तरुणी अब सिर्फ हमारी यादों में बसती है, क्योंकि महज 14 साल की उम्र में तरुणी इस दुनिया को अलविदा कह गई।
तरुणी सचदेव का जन्म मुंबई में 14 मई 1998 को हुआ था। पिता हरेश सचदेव इंडस्ट्रियलिस्ट हैं, जबकि मां का नाम था गीता सचदेव। महज 5 साल की उम्र में तरुणी लाइट्स, कैमरा और एक्शन की दुनिया में आई।
एड फिल्म से इस कदर पॉपुलैरिटी मिली कि वह उस दौर में सबसे ज्यादा पेसे कमाने वाली चाइल्ड आर्टिस्ट भी बनी। शाहरुख खान, अमिताभ बच्चन के साथ भी काम किया। लेकिन नेपाल में 2012 में हुए प्लेन क्रैश में तरुणी की जीवनलीला समाप्त हो गई।
तरुणी अभी मुंबई में स्कूली पढ़ाई ही कर रही थी। मां गीता सचदेव मुंबई के इस्कॉन के राधा गोपीनाथ मंदिर की एक भक्त मंडली की सदस्य थीं। तरुणी भी मां के साथ मंदिर जाती थी। वहां त्योहारों में नाटकों में लेती थी। वहीं से किसी की नजर तरुणी की मासूम और जीवन से भरी मुस्कान पर पड़ी।
तरुणी को रसना और फिर कोलगेट, आईसीआईसीआई बैंक, रिलाइंस मोबाइल, एलजी, कॉफी बाइट, गोल्ड विनर, शक्ति मसाला जैसे प्रोडक्ट्स के एड फिल्म मिले।
शाहरुख खान के टीवी शो ‘क्या आप पांचवीं पास से तेज हैं?’ में भी तरुणी कंटेस्टेंट बनकर पहुंची थीं। साल 2004 में तरुणी को पहली बार फिल्म मिली। मलयालम फिल्म ‘वेल्लिनक्षत्रम’ से उसने बड़े पर्दे पर डेब्यू किया। विनायन इस फिल्म के डायरेक्टर थे।
उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा, ‘मैंने तरुणी को अमिताभ बच्चन के साथ एक विज्ञापन में काम करते देखा था। विज्ञापन एजेंसी से उसका नंबर लिया और उन्हें कॉल किया। जब तरुणी फोन पर आई तो उसने मुझसे कहा- अंकल, मुझे फिल्मों में काम करना है।’
तरुणी ने अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘पा’ में भी काम किया था। वह स्कूल में उनकी दोस्त बनी थी। 14 मई को तरुणी का जन्मदिन था। एक दुखद संयोग है कि उसी दिन उसकी मौत भी हो गई। 14 मई 2012 को तरुणी दुनिया छोड़कर चली गई।
नेपाल के अग्नि एयर फ्इट सीएचटी प्लेन क्रैश में उसका निधन हो गया। साथ में तरुणी की मां गीता सचदेव भी थीं। तरुणी के साथ ही उनकी भी मौत हो गई। वह तरुणी का 14वां जन्मदिन था।
तरुणी जब 11 मई को नेपाल ट्रिप के लिए निकल रही थी, तब उसने अपने सभी दोस्तों को गले लगाया था। वह अक्सर ऐसा नहीं करती थी। मजाक में ही सही, तरुणी ने दोस्ती से कहा था, ‘मैं आप सब लोगों से आखिरी बार मिल रही हूं, क्योंकि अगर प्लेन क्रैश हो जाता है तो…’
तरुणी के अचानक दुनिया से रुखसत होने पर सभी को गहरा झटका लगा था। वह एक अच्छी एक्ट्रेस और मॉडल ही नहीं, बल्कि एक ब्राइट स्टूडेंट भी थी। उसके जाने के बाद अमिताभ बच्चन और करिश्मा कपूर ने भी ट्वीट कर दुख जताया था।