खुले में शौच, पेशाब पड़ जाएगा महंगा, भरना पड़ेगा जुर्माना
नोएडा। स्वच्छ भारत अभियान के तहत केंद्र सरकार द्वारा साफ शहरों को लेकर कराए जा रहे सर्वेक्षण में इस बार नोएडा भी हिस्सा ले रहा है। और अच्छी रैंकिंग के लिए साफ-सफाई पर जोर दिया जा रहा है। सफाई को बरकरार रखने के लिए नोएडा अथॉरिटी ने खुले में शौच और पे
नोएडा। स्वच्छ भारत अभियान के तहत केंद्र सरकार द्वारा साफ शहरों को लेकर कराए जा रहे सर्वेक्षण में इस बार नोएडा भी हिस्सा ले रहा है। और अच्छी रैंकिंग के लिए साफ-सफाई पर जोर दिया जा रहा है।
सफाई को बरकरार रखने के लिए नोएडा अथॉरिटी ने खुले में शौच और पेशाब करने वालों पर क्रमशः 200 और 100 रुपये का जुर्माना लगाने का फैसला किया है।
दरअसल, नोएडा में 250-300 पब्लिक टॉइलट बनाए गए हैं, लेकिन ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि लोग भी फिर भी खुले में शौच कर रहे हैं। इसको लेकर नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन आलोक टंडन के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सभी अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
इस दौरान बताया गया है कि टॉइलट बनाए जाने के बाद भी लोग खुले में शौच कर रहे हैं। इससे अवगत होने के बाद यह फैसला लिया गया कि जो लोग ऐसा करते हुए पाए जाएंगे उनपर जुर्माना लगाया जाएगा।
नोएडा अथॉरिटी ने 4-6 महीने पहले टॉइलट बनाने शुरू कर दिए थे। वहीं, लोगों की शिकायत यह है कि इन टॉइलट्स में पानी और साबुन नहीं होता, इस वजह से वे इनका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे। अथॉरिटी ने मीटिंग में इस बात को भी संज्ञान में लिया और टॉइलट्स का ठेका लेने वाली कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पानी और साबुन का उचित इंतजाम करें।
सफाई को बरकरार रखने के लिए नोएडा अथॉरिटी ने खुले में शौच और पेशाब करने वालों पर क्रमशः 200 और 100 रुपये का जुर्माना लगाने का फैसला किया है।
दरअसल, नोएडा में 250-300 पब्लिक टॉइलट बनाए गए हैं, लेकिन ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि लोग भी फिर भी खुले में शौच कर रहे हैं। इसको लेकर नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन आलोक टंडन के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें सभी अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
इस दौरान बताया गया है कि टॉइलट बनाए जाने के बाद भी लोग खुले में शौच कर रहे हैं। इससे अवगत होने के बाद यह फैसला लिया गया कि जो लोग ऐसा करते हुए पाए जाएंगे उनपर जुर्माना लगाया जाएगा।
नोएडा अथॉरिटी ने 4-6 महीने पहले टॉइलट बनाने शुरू कर दिए थे। वहीं, लोगों की शिकायत यह है कि इन टॉइलट्स में पानी और साबुन नहीं होता, इस वजह से वे इनका इस्तेमाल नहीं कर पा रहे। अथॉरिटी ने मीटिंग में इस बात को भी संज्ञान में लिया और टॉइलट्स का ठेका लेने वाली कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पानी और साबुन का उचित इंतजाम करें।