लोग बोले- किसान को एक दिन के 17 रुपए दिए हैं, 18 की तो वो रोज़ बीड़ी पी जाता है
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले कार्यवाहक वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार (1 फरवरी) को 2019-20 का बजट पेश किया। मोदी सरकार ने आगामी आम चुनाव के मद्देनजर किसानों, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, नौकरीपेशा लोगों के लिए अपना खजाना खोलते हुए अगले वित्त वर्ष
लोकसभा चुनाव 2019 से पहले कार्यवाहक वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार (1 फरवरी) को 2019-20 का बजट पेश किया।
मोदी सरकार ने आगामी आम चुनाव के मद्देनजर किसानों, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, नौकरीपेशा लोगों के लिए अपना खजाना खोलते हुए अगले वित्त वर्ष के अंतरिम बजट में घोषणाओं की झड़ी लगा दी। सरकार ने आम चुनाव से पहले पेश अपने आखरी बजट प्रस्तावों में किसानों, मजदूरों और मध्यम वर्ग को लुभाने के लिए कई बड़ी घोषणाए की हैं।
सोशल मीडिया बजट को लेकर जमकर हो रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे मोदी सरकार ‘आखिरी जुमला बजट’ बताया है। राहुल गांधी ने बजट में घोषित ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि प्रतिनिधि 17 रुपये दिए जाने का प्रावधान करना किसानों का अपमान है। इसके साथ ही राहुल गांधी ने ट्वीट में #AakhriJumlaBudget हैशटैग का भी इस्तेमाल किया।
लोगों का कहना है कि मध्यम वर्ग के लिए 5 लाख रुपये तक की सालाना इनकम टैक्स फ्री करना। छोटे किसानों के लिए हर साल 6 हजार रुपये मदद का ऐलान और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए मैगा पेंशन योजना के फैसले के जरिए सरकार ने अंतरिम बजट के बहाने 2019 लोकसभा चुनाव पर निशाना साधा है। किसानों, नौजवानों और मजदूरों सभी को साधने की कोशिश की गई है। ताकि, चुनाव प्रचार के वक्त कोई शिकायत ना कर पाए।
पत्रकार मानक गुप्ता ने ट्वीट कर लिखा है कि किसान को एक दिन के 17 रुपए दिए हैं। 18 की तो वो रोज़ बीड़ी पी जाता है…” उन्होंने आगे लिखा है कि स्टूडियो में आए एक किसान नेता चेहरे पर बिना किसी भाव के बोले और मेरे रिऐक्शन का इंतज़ार करने लगे। हँसी कैसे रोकी है मैं ही जानता हूँ।
मोदी सरकार ने आगामी आम चुनाव के मद्देनजर किसानों, असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, नौकरीपेशा लोगों के लिए अपना खजाना खोलते हुए अगले वित्त वर्ष के अंतरिम बजट में घोषणाओं की झड़ी लगा दी। सरकार ने आम चुनाव से पहले पेश अपने आखरी बजट प्रस्तावों में किसानों, मजदूरों और मध्यम वर्ग को लुभाने के लिए कई बड़ी घोषणाए की हैं।
सोशल मीडिया बजट को लेकर जमकर हो रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इसे मोदी सरकार ‘आखिरी जुमला बजट’ बताया है। राहुल गांधी ने बजट में घोषित ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि प्रतिनिधि 17 रुपये दिए जाने का प्रावधान करना किसानों का अपमान है। इसके साथ ही राहुल गांधी ने ट्वीट में #AakhriJumlaBudget हैशटैग का भी इस्तेमाल किया।
लोगों का कहना है कि मध्यम वर्ग के लिए 5 लाख रुपये तक की सालाना इनकम टैक्स फ्री करना। छोटे किसानों के लिए हर साल 6 हजार रुपये मदद का ऐलान और असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए मैगा पेंशन योजना के फैसले के जरिए सरकार ने अंतरिम बजट के बहाने 2019 लोकसभा चुनाव पर निशाना साधा है। किसानों, नौजवानों और मजदूरों सभी को साधने की कोशिश की गई है। ताकि, चुनाव प्रचार के वक्त कोई शिकायत ना कर पाए।
पत्रकार मानक गुप्ता ने ट्वीट कर लिखा है कि किसान को एक दिन के 17 रुपए दिए हैं। 18 की तो वो रोज़ बीड़ी पी जाता है…” उन्होंने आगे लिखा है कि स्टूडियो में आए एक किसान नेता चेहरे पर बिना किसी भाव के बोले और मेरे रिऐक्शन का इंतज़ार करने लगे। हँसी कैसे रोकी है मैं ही जानता हूँ।
Dear NoMo,— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) 1 February 2019
5 years of your incompetence and arrogance has destroyed the lives of our farmers.
Giving them Rs. 17 a day is an insult to everything they stand and work for. #AakhriJumlaBudget
“किसान को एक दिन के 17 रुपए दिए हैं. 18 की तो वो रोज़ बीड़ी पी जाता है..” स्टूडियो में आए एक किसान नेता चेहरे पर बिना किसी भाव के बोले और मेरे रिऐक्शन का इंतज़ार करने लगे.— Manak Gupta (@manakgupta) 1 February 2019
हँसी कैसे रोकी है मैं ही जानता हूँ 🙄 #BudgetSession2019 #Budget2019
एक बोतल साफ़ पानी की क़ीमत 20 रु महीने का ख़र्च 600 रु मोदी जी किसान परिवार को प्रतिमाह दे रहे हैं 500 रु "प्रधानमंत्री पानी पिलाओ परिवार जिलाओ योजना" बजाओ ताली, मनाओ दिवाली— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) 1 February 2019