मोदी सरकार में सवाल पूछा जाता है रक्षा मंत्री से लेकिन जवाब देता है परिवार नियोजन मंत्री

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. home

मोदी सरकार में सवाल पूछा जाता है रक्षा मंत्री से लेकिन जवाब देता है परिवार नियोजन मंत्री

गिरीश मालवीय जब कल ओलांद वाली खबर आई तो एक दोस्त ने कहा था कि देखिए ओलांद की बात का खण्डन मोदी जी के परिवार नियोजन मंत्री करेंगे लगभग वही बात हुई, आज रॉफेल मामले पर पहला बयान रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार का आया उन्होंने ट्वीट कर कहा, “राफेल सौ


मोदी सरकार में सवाल पूछा जाता है रक्षा मंत्री से लेकिन जवाब देता है परिवार नियोजन मंत्रीगिरीश मालवीय
जब कल ओलांद वाली खबर आई तो एक दोस्त  ने कहा था कि देखिए ओलांद की बात का खण्डन मोदी जी के परिवार नियोजन मंत्री करेंगे लगभग वही बात हुई, आज रॉफेल मामले पर पहला बयान रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार का आया उन्होंने ट्वीट कर कहा, “राफेल सौदे में गलत जानकारी देने के मामले में फ्रांस सरकार ने दसॉल्ट से बात की है.”

बताइये उस मंत्री का यह विषय ही नही है लेकिन फिर भी वह ज्ञान बांट रहे हैं यदि खाद के कारखाना लगाने की बात होगी तो शायद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण बयान देगी! यह मोदी सरकार है यहाँ सब कुछ सम्भव है बहरहाल कल रक्षा मंत्रालय कह रहा था कि हम ओलांद के बयान की पुष्टि कर रहे हैं लेकिन जब उन्हें मालूम हुआ कि ओलांद ने सही बयान दिया है तो सुबह फ़्रांस सरकार को आगे कर दिया।

यानी कुम्हार पर बस नही चला तो गदहिया के कान उमेठने लगे कि तू ही बता, फ्रांस सरकार वही बोली जो मोदी ने बोलने का बोला, पूर्व फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के कार्यालय ने आज शाम को फिर कहा कि वह अपने दावे पर अभी भी कायम हैं।

ओलांद ने अपने बयान के एक दिन बाद समाचार एजेंसी एएफपी के सामने फिर दोहराया कि उनकी सरकार ने रिलायंस का चयन नहीं किया था.

उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पता नहीं था कि भारत ने रिलायंस और डेसॉल्ट पर एक साथ काम करने का दबाव डाला था। अब यह बिल्कुल क्रिस्टल क्लियर बात है कि रॉफेल मामले में मोदी देश को गुमराह करते आए हैं लेकिन देश का बिका हुआ मीडिया इस तथ्य को जनता के सामने लाने में घबरा रहा है।

(लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं, ये उनके निजी विचार हैं)