दलित किशोरी से बलात्कार, इंस्पेक्टर ने कहा- बच्चों से गलतियां हो ही जाती हैं...
लखनऊ। बलिया जिले के मनियर थाना क्षेत्र के एक गांव में दलित नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना के बाद पीड़िता की मां जब थाने गई तो इंस्पेक्टर ने केस दर्ज नहीं किया। इंस्पेक्टर ने इस घटना को लेकर कहा कि ये नाबालिग बच्चे हैं, इन
लखनऊ। बलिया जिले के मनियर थाना क्षेत्र के एक गांव में दलित नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना के बाद पीड़िता की मां जब थाने गई तो इंस्पेक्टर ने केस दर्ज नहीं किया।
इंस्पेक्टर ने इस घटना को लेकर कहा कि ये नाबालिग बच्चे हैं, इनसे छोटी-मोटी गलतियां होती रहती हैं। इसे अपराध के रूप में न देखा जाए। अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार जब मामला एसपी देवेंद्रनाथ के संज्ञान में आया तो केस दर्ज करवाया गया और एसएचओ सुभाष यादव को सस्पेंड कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मनियर थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग दलित युवती के साथ रेप के बाद नाबालिग की मां थाने में तहरीर देने गई तो पुलिस ने सादा कागज पर अंगूठा लिया और कार्रवाई का भरोसा देकर लौटा दिया। इसके बाद एक महीने तक वह थाने का चक्कर लगाती रही।
पीड़िता बाद में कोर्ट की शरण में गई। उसने एसपी को रजिस्ट्री पत्र के माध्यम से मामले की जानकारी दी। एसपी के हस्तक्षेप के बाद थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई।
पीड़िता की मां के अनुसार वह अनुसूचित जाति की है और पति बाहर रहते हैं। वह बच्चों के साथ झोपड़ी में रहती है, उसकी एक बेटी कक्षा नौ की छात्रा है।
आरोप है कि किशोरी के स्कूल जाते समय उसी गांव का एक युवक रास्ते में अभद्र और अश्लील भाषा का प्रयोग करता है। वह शिकायत लेकर उसके पिता के पास गई तो उसने गाली देकर भगा दिया।
सांकेतिक तस्वीर
इंस्पेक्टर ने इस घटना को लेकर कहा कि ये नाबालिग बच्चे हैं, इनसे छोटी-मोटी गलतियां होती रहती हैं। इसे अपराध के रूप में न देखा जाए। अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार जब मामला एसपी देवेंद्रनाथ के संज्ञान में आया तो केस दर्ज करवाया गया और एसएचओ सुभाष यादव को सस्पेंड कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मनियर थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग दलित युवती के साथ रेप के बाद नाबालिग की मां थाने में तहरीर देने गई तो पुलिस ने सादा कागज पर अंगूठा लिया और कार्रवाई का भरोसा देकर लौटा दिया। इसके बाद एक महीने तक वह थाने का चक्कर लगाती रही।
पीड़िता बाद में कोर्ट की शरण में गई। उसने एसपी को रजिस्ट्री पत्र के माध्यम से मामले की जानकारी दी। एसपी के हस्तक्षेप के बाद थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई।
पीड़िता की मां के अनुसार वह अनुसूचित जाति की है और पति बाहर रहते हैं। वह बच्चों के साथ झोपड़ी में रहती है, उसकी एक बेटी कक्षा नौ की छात्रा है।
आरोप है कि किशोरी के स्कूल जाते समय उसी गांव का एक युवक रास्ते में अभद्र और अश्लील भाषा का प्रयोग करता है। वह शिकायत लेकर उसके पिता के पास गई तो उसने गाली देकर भगा दिया।
सांकेतिक तस्वीर