सरपंच ने की अनोखी शादी, लिए 8 फेरे, दुल्हन भी रह गयी हैरान
हरियाणा में रोहतक जिले के कलानौर क्षेत्र के तैमूरपुर गांव के सरपंच ने अपनी शादी में कन्या भ्रूण हत्या न करने का भी संदेश दिया। शादी में सात फेरों के साथ-साथ कन्या भ्रूण हत्या न करने को आठवां फेरा भी लिया। हर किसी ने सरपंच की इस पहल की सराहना की। विन
हरियाणा में रोहतक जिले के कलानौर क्षेत्र के तैमूरपुर गांव के सरपंच ने अपनी शादी में कन्या भ्रूण हत्या न करने का भी संदेश दिया।
शादी में सात फेरों के साथ-साथ कन्या भ्रूण हत्या न करने को आठवां फेरा भी लिया। हर किसी ने सरपंच की इस पहल की सराहना की। विनोद कुमार मेहरा तैमूरपुर गांव के सरपंच हैं।
शादी झज्जर के सासरोली गांव के लक्ष्मण सिंह की पुत्री सुनीता के साथ 15 दिसंबर को गांव में ही हुई। सरपंच विनोद कुमार मेहरा ने शादी में सात फेरों के सातों वचनों को निभाने के वायदे के साथ आठवां वचन बेटी बचाने यानी कन्या भ्रूण हत्या न करने का भी लिया।
एक गांव के मुखिया यानी सरपंच होने के नाते उनके इस प्रयास की काफी सराहना हुई। शादी समारोह में कलानौर की विधायक शकुंतला खटक समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
विनोद मेहरा ने बताया कि पिता से कन्याओं को बचाने की सीख मिली थी। वह पिछले कई साल से आसपास के लोगों को भी कन्या भ्रूण हत्या न करने के प्रति जागरूक कर रहे हैं। गोष्ठी और जागरूकता अभियान भी समय-समय पर चलाए जाते हैं।
सरपंच का कहना है कि अन्य लोगों को भी शादी के समय कन्या भ्रूण हत्या रोकने को शादी में आठवां फेरा लेने को जागरूक किया जा रहा है।
शादी में सात फेरों के साथ-साथ कन्या भ्रूण हत्या न करने को आठवां फेरा भी लिया। हर किसी ने सरपंच की इस पहल की सराहना की। विनोद कुमार मेहरा तैमूरपुर गांव के सरपंच हैं।
शादी झज्जर के सासरोली गांव के लक्ष्मण सिंह की पुत्री सुनीता के साथ 15 दिसंबर को गांव में ही हुई। सरपंच विनोद कुमार मेहरा ने शादी में सात फेरों के सातों वचनों को निभाने के वायदे के साथ आठवां वचन बेटी बचाने यानी कन्या भ्रूण हत्या न करने का भी लिया।
एक गांव के मुखिया यानी सरपंच होने के नाते उनके इस प्रयास की काफी सराहना हुई। शादी समारोह में कलानौर की विधायक शकुंतला खटक समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
विनोद मेहरा ने बताया कि पिता से कन्याओं को बचाने की सीख मिली थी। वह पिछले कई साल से आसपास के लोगों को भी कन्या भ्रूण हत्या न करने के प्रति जागरूक कर रहे हैं। गोष्ठी और जागरूकता अभियान भी समय-समय पर चलाए जाते हैं।
सरपंच का कहना है कि अन्य लोगों को भी शादी के समय कन्या भ्रूण हत्या रोकने को शादी में आठवां फेरा लेने को जागरूक किया जा रहा है।