कहीं PM मोदी की 'मन की बात' भी 'मौन की बात' न बन जाए: शशि थरूर
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने एक ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने पीएम मोदी को लिखा एक खुला खत लिखकर ट्वीट किया जिसमें उन्होंने 49 हस्तियों द्वारा मॉब लिंचिंग को लेकर पीएम मोदी को लिखे गए पत्र के बाद उनके खिलाफ
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने एक ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। उन्होंने पीएम मोदी को लिखा एक खुला खत लिखकर ट्वीट किया जिसमें उन्होंने 49 हस्तियों द्वारा मॉब लिंचिंग को लेकर पीएम मोदी को लिखे गए पत्र के बाद उनके खिलाफ मामला दर्ज होने की बात का जिक्र करते हुए कहा कि हमारा लोकतंत्र हमें किसी की आलोचना करने का अधिकार देता है। ऐसे में किसी की आलोचना को देशद्रोह की तरह देखना या ऐसे करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करना गलत है।
थरूर ने पीएम मोदी के पुराने भाषण का हवाला देते हुए कहा कि आपने साल 2016 में अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत का संविधान एक पवित्र किताब है और ये यहां रहवे वाले सभी नागरिकों को विश्वास की स्वतंत्रता, भाषण और सभी नागरिकों की समानता का अधिकार देता है।
थरूर ने कहा कि ऐसे में हम चाहते हैं कि भारत के नागरिक के रूप में हम आपके सामने राष्ट्र महत्व से जुड़ी बातें रख पाएं। ताकि आप उसपर कोई फैसला ले सकें। हमें उम्मीद करते हैं कि आप भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करेंगे ताकि 'मन की बात' 'मौन की बात न' बन पाए।
थरूर ने पीएम मोदी के पुराने भाषण का हवाला देते हुए कहा कि आपने साल 2016 में अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत का संविधान एक पवित्र किताब है और ये यहां रहवे वाले सभी नागरिकों को विश्वास की स्वतंत्रता, भाषण और सभी नागरिकों की समानता का अधिकार देता है।
थरूर ने कहा कि ऐसे में हम चाहते हैं कि भारत के नागरिक के रूप में हम आपके सामने राष्ट्र महत्व से जुड़ी बातें रख पाएं। ताकि आप उसपर कोई फैसला ले सकें। हमें उम्मीद करते हैं कि आप भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन करेंगे ताकि 'मन की बात' 'मौन की बात न' बन पाए।
Urging all those who believe in #FreedomOfExpression to send this or similar letters to @PMOIndia @narendramodi urging him to affirm the constitutional principle of our Article 19 rights & the value of democratic dissent — even if more FIRs follow as a result! #SaveFreeSpeech pic.twitter.com/MDIrros64j— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) October 8, 2019