हिंदुस्तान के इस लड़के ने बनाया अपना देश...

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हिंदुस्तान के इस लड़के ने बनाया अपना देश...

नई दिल्ली। इंदौर के रहने वाले सुयश दिक्षित ने एक जगह देखी जो इजिप्ट और सुडान के बीच में पड़ती है जिसमें किसी भी देश का मालिकाना हक नहीं था. वहां उसने अपना देश बना लिया है और नाम ‘किंगडम ऑफ दीक्षित’ रखा है. सुयश ने फेसबुक पर इस चीज का एलान किया है. स


हिंदुस्तान के इस लड़के ने बनाया अपना देश...
नई दिल्ली। इंदौर के रहने वाले सुयश दिक्षित ने एक जगह देखी जो इजिप्ट और सुडान के बीच में पड़ती है जिसमें किसी भी देश का मालिकाना हक नहीं था. वहां उसने अपना देश बना लिया है और नाम ‘किंगडम ऑफ दीक्षित’ रखा है.

सुयश ने फेसबुक पर इस चीज का एलान किया है. सुयश ने खुद को राजा घोषित करते हुए झंडा भी लहरा दिया है. अब वो चाहता है कि यूएन इस इलाके के लिए मान्यता दे. बता दें, जिस इलाके को सुयश ने ‘किंगडम ऑफ दीक्षित’ रखा है उसका असली नाम ताविल है.

सुयश दिक्षित अब  चाहता है कि यूएन इस इलाके को मान्यता दे. उसने लोगों से इस देश में नागरिकता के लिए आवेदन करने को कहा है.

हिंदुस्तान के इस लड़के ने बनाया अपना देश...
ये बहुत छोटा सा इलाका है, जो मिस्र और सूडान की दक्षिणी सीमा को छूता है. वर्ष 1902 में अंग्रेजों ने जब इस इलाके की सीमाबंदी की, तो ये गैर दावाग्रस्त इलाका बनकर रह गया. मिस्र को लगता है कि ये सूडान का क्षेत्र है जबकि सूडान इसे मिस्र की सीमा में मानता है. अब तक किसी ने इस पर दावा नहीं किया था. हालांकि ये रेगिस्तानी इलाका है, जो लाल सागर के करीब है. माना जाता है कि यहां तेल हो सकता है.

सुयश कैसे यहां पहुंचे और खुद को यहां का राजा घोषित किया. इसकी कहानी उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर लिखी है. बकौल उनके, “मैने इस रेगिस्तानी इलाके में पहुंचने के लिए 319 किलोमीटर की ऐसी यात्रा की, जिसमें ज्यादातर हिस्से में सड़क भी नहीं थी. ये 800 वर्ग मील का एरिया किसी देश का नहीं है. ये ऐसा इलाका है जहां लोग आराम से रह सकते हैं. इस इलाके पर दावा करने के लिए मैने पेड़ उगाने के लिए बीज लगाया और उस पर पानी डाला. इस तरह से अब मैं दावा कर सकता हूं कि ये जगह मेरी है.”

फेसबुक पर उन्होंने बताया कि किस तरह कई दिनों की यात्रा के बाद वे यहां तक पहुंच पाए. उन्होंने बताया, “यहां चारों तरफ रेत और पहाड़ियां हैं. हालांकि, लोग यहां जाने की इजाजत नहीं देते. क्योंकि यहां जान का खतरा रहता है. मैने यहां दो जगह अपना झंडा फहराया. एक झंडा अपने देश की राजधानी में फहराया और दूसरा अपने देश की सीमा पर. हम चाहते हैं कि लोग यहां निवेश करें और यहां की नागरिकता लें. इसके लिए उन्होंने https://kingdomofdixit.gov.best वेबसाइट पर आवेदन करने के लिए कहा है

उन्होंने कहा कि इस देश में तमाम पद खाली हैं, जिस पर लोग आवेदन कर सकते हैं, जिसे स्वीकार करने के लिए वह विचार करेंगे. सुयश ने अपने पिता को ‘किंगडम ऑफ दीक्षित’ का राष्ट्रपति बनाकर उन्हें बर्थ-डे गिफ्ट देने की भी बात कही है.

दीक्षित ने खुद को यहां का राजा बेशक घोषित कर दिया हो और उनका इरादा इसे यूएन में मान्यता दिलाने का है. लेकिन इस पर पहले भी कई लोग दावा ठोक चुके हैं. वर्ष 2014 में जेरमी हीटन ने इसको अपना बताया था और इसका झंडा फहराया था. तब उनका कहना था कि इस इलाके की असल शहजादी उनकी बेटी है.