अब तक हजारों आर्मी कमांडो तैयार कर चुकी हैं सीमा

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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अब तक हजारों आर्मी कमांडो तैयार कर चुकी हैं सीमा

सीमा दुनिया की उन तमाम औरतों के लिए मिसाल है जो अपने आप को कमजोर आंकती हैं। डॉ सीमा राव भारत की इकलौती महिला कामंडो ट्रेनर हैं। यह पिछले 20 सालों से बिना किसी फीस के तमाम सेना के जवानो को कमांडो ट्रेनिंग दे रहीं हैं। इनकी इतनी सारी उपलब्धियां है कि


अब तक हजारों आर्मी कमांडो तैयार कर चुकी हैं सीमासीमा दुनिया की उन तमाम औरतों के लिए मिसाल है जो अपने आप को कमजोर आंकती हैं। डॉ सीमा राव भारत की इकलौती महिला कामंडो ट्रेनर हैं। यह पिछले 20 सालों से बिना किसी फीस के तमाम सेना के जवानो को कमांडो ट्रेनिंग दे रहीं हैं। इनकी इतनी सारी उपलब्‍धियां है कि शायद आप इनको गिनते-गिनते थक जाएं।
अब तक हजारों आर्मी कमांडो तैयार कर चुकी हैं सीमा
डा सीमा राव पिछले 20 सालों से एनएसजी, पैरा स्पेशल फोर्सेस, मारकोस मरीन, गरुड़ कमांडो और पुलिस के जवानों को ट्रेनिंग देती आ रहीं हैं। जवानों को कमांडो ट्रेनिंग देने के लिए उन्‍होंने अबतक किसी भी तरह की फीस चार्ज नहीं की है। सीमा एक र्स्‍टिफाइड डॉक्‍टर है। इसके साथ ही उन्‍होंने Crisis Management में MBA की डिग्री भी ले रखी है। मार्शल आर्ट्स से सीमा का परिचय उनके पति मेजर दीपक राव ने कराया था। ट्रेनिंग के दौरान उनको कई गंभीर चोट भी आई थी लेकिन उन्‍होंने अपने जज्‍बे को कायम रखा और आज वो एक प्रख्‍यात कमांडो ट्रेनर हैं।
अब तक हजारों आर्मी कमांडो तैयार कर चुकी हैं सीमा
सीमा को मिलिटेरी में 7-डिग्री ब्‍लैक बेलट मिली हुई है। इसके साथ ही वो शूटिंग इंस्‍ट्रक्‍टर, फायर फाइटर और बहुत ही शानदार स्‍कूबा डाइवर हैं। यही नहीं कमांडो ट्रेनर सीमा माउंटेनेयररिंग और रॉक क्लाइमिंग में भी कई मेडल हासिल कर चुकीं हैं। आपको पता है देश के प्रति अपनी ड्यूटी के चलते सीमा अपने पिता के अंतिम संस्‍कार तक में शामिल नहीं हो पाई थी। इसके साथ ही उन्‍होंने अपनी पर्सनल लाइफ तक कुर्बान कर दी। उन्‍होंने देश के प्रति अपनी जिम्‍मेदारियों को देखते हुए फैसला लिया की वो प्रेग्‍नेंसी के जरीए मां नहीं बनेगी बल्‍कि एक लड़की को गोद लेंगी।

सीमा का जज्‍बा देखते ही बनता है। एक बार एक हमले में उनको इतनी गंभीर चोट आई थी की कुछ टाइम के लिए उनकी याददाशत तक चली गई थी। काफी इलाज के बाद वो फिर से नॉमर्ल हो पाई थीं। सीमा के पति दीपक राव को सेना में सेवा देने के लिए 2011 में प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया रैंक अवॉर्ड भी दिया गया था। लगभग 2 दशक से ये दम्पति क्‍लोज क्‍वाटर बैटल में ट्रेनिंग दे रहा है।

सीमा को भी तमाम पुरस्‍कारों से अब तक नवाजा जा चुका है। उन्हें वर्ल्‍ड पीस अवॉर्ड और President’s Volunteer Service Award भी मिला है। सीमा और उनके पति ने एनएसजी ब्‍लैक कैट से लेकर MARCOS और GARUD जैसी सर्वश्रेष्ठ भारतीय सेना को प्रशिक्षण दिया है। इसके साथ ही सीमा मार्शल आर्ट्स पर बनी देश की पहली फिल्म ‘हाथापाई’ की प्रोड्यूसर-डायरेक्टर हैं और इसमें उन्‍होंने एक रोल भी किया है।