PM पद के लिए हमारे पास बहुत विकल्प, बीजेपी अपनी बताये : अखिलेश यादव

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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PM पद के लिए हमारे पास बहुत विकल्प, बीजेपी अपनी बताये : अखिलेश यादव

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में हमारे पास बहुत विकल्प हैं। हमारे देश में नेतृत्व जनता खुद तय कर लेती है। आने वाले समय में जल्दी ही महागठबंधन का नेता तय होगा।


PM पद के लिए हमारे पास बहुत विकल्प, बीजेपी अपनी बताये : अखिलेश यादव लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में हमारे पास बहुत विकल्प हैं। हमारे देश में नेतृत्व जनता खुद तय कर लेती है। आने वाले समय में जल्दी ही महागठबंधन का नेता तय होगा।

इस बार देश नये प्रधानमंत्री की तैयारी कर रहा है। और हमारे पास प्रधानमंत्री पद के लिए कई च्वॉइस हैं, लेकिन अगर भाजपा के पास कोई नया प्रधानमंत्री हो तो बताएं, जबकि बीजेपी के पास 40 से ज्यादा दल हैं।

सपा प्रमुख ने कहा कि भाजपा वाले कहते हैं कि आज पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है, लेकिन सबसे ज्यादा बेरोजगार भारत में ही रहते हैं, इसका भी डंका बज रहा है। स्टडी बताती हैं कि दुनिया में सबसे ज्यादा बीमारी भी भारत में ही फैल रही है। सबसे ज्यादा कैंसर पीड़ित भारत में ही हैं।

 आने वाले समय में कैंसर का खतरा सबसे ज्यादा भारतीयों को ही है। देश में शिक्षा का क्या है? देश में ही मॉब लिचिंग की घटनाएं हो रही हैं। भीड़ कहीं भी लोगों को मार दे रही है। दुनिया में इसका भी तो डंका बज रहा होगा?

अखिलेश यादव ने दुनिया में भारतीय जनता पार्टी ने ही सबसे ज्यादा झूठ बोला है। उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं को उज्ज्वला योजना के तहत गैस सिलेंडर और गैस चूल्हा दिया गया था, वह आज भी इंतजार कर रही हैं कि चुनाव आए तो बताएं सिलेंडर कैसे भरा जाता है। नोटबंदी का कोई असर नहीं हुआ। थानों, तहसीलों में विधायक, मंत्री क्या कर रहे हैं? उन्हें देखना चाहिए।

बीजेपी विधायक साधना के जरिए बीजेपी पर निशाना
मुगलसराय की भाजपा विधायक साधना सिंह के बयान पर निशाना साधते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उन्होंने मायावती को लेकर जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल किया है, वह राजनीति में कोई करता है क्या? राजनीति में ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। सपा प्रमुख ने कहा कि बीते वर्षों में इनकी राजनीतिक भाषा और व्यवहार देख चुकी जनता 2019 में इन्हें सबक सिखाने का काम करेगी। जो लोग भारतीय संस्कृति की दुहाई देते नहीं थकते, सोचिये उनकी भाषा क्या है? उन्होंने कहा कि सिर्फ छोटी इकाई ही नहीं, सबसे ऊंचे पद पर बैठने वालों की भी भाषा यही है। ये फ्रस्टेशन और डिप्रेशन मिला दो, यही है। आगे चुनाव करीब आ रहा है। अभी तो कुछ लोगों की भाषा और निचले स्तर पर जाएगी।