अच्छा पति पाने के चक्कर में कोड़े से मार खाती हैं यहां की महिलाएं...
दुनिया में आज भी कुछ जनजाति है जो आज भी अपनी परम्पराओ को निभाती है। आज हम आपको एक ऐसी जनजाति के बारे में बताने जा रहे है जहां की महिलाएं पुरुषों से मार खाती हैं। दरअसल, इस जनजाति में 'यूकुली बुला' नामक परंपरा को निभाया जाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार इ
दुनिया में आज भी कुछ जनजाति है जो आज भी अपनी परम्पराओ को निभाती है। आज हम आपको एक ऐसी जनजाति के बारे में बताने जा रहे है जहां की महिलाएं पुरुषों से मार खाती हैं। दरअसल, इस जनजाति में 'यूकुली बुला' नामक परंपरा को निभाया जाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार इस समारोह में सभी महिलाएं और पुरुष शामिल होते हैं। इसमें महिलाएं पुरुषों से कोड़े खाने के लिए खुद अनुरोध करती हैं।
इसमें विधवा महिलाएं भी हिस्सा लेती हैं ताकि वह अपने लिए अच्छा साथी चुन सकें। इस समारोह में जो महिला सबसे ज्यादा घाव सहती है उसकी शादी सबसे नौजवान पुरुष से होती है। हम बात कर रहे है इथोपिया की हैमर जनजाति की। इस जनजाति में महिलाएं कोड़े से मार खाती हैं।
इन महिलाओं का मानना हैं कि मार खाने से शरीर पर जख्म बनते हैं जो कि उनके लिए किसी आर्शावाद से कम नहीं है। वहीं, पुरुषों का मानना है कि कोड़े मारने से महिलाओं में प्रेम करने की क्षमता बढ़ती है। इस जनजाति में खास तरह का समारोह रखा जाता है जिसमें सभी महिलाएं और पुरुष शामिल होते है।
इसमें विधवा महिलाएं भी हिस्सा लेती हैं ताकि वह अपने लिए अच्छा साथी चुन सकें। इस समारोह में जो महिला सबसे ज्यादा घाव सहती है उसकी शादी सबसे नौजवान पुरुष से होती है। हम बात कर रहे है इथोपिया की हैमर जनजाति की। इस जनजाति में महिलाएं कोड़े से मार खाती हैं।
इन महिलाओं का मानना हैं कि मार खाने से शरीर पर जख्म बनते हैं जो कि उनके लिए किसी आर्शावाद से कम नहीं है। वहीं, पुरुषों का मानना है कि कोड़े मारने से महिलाओं में प्रेम करने की क्षमता बढ़ती है। इस जनजाति में खास तरह का समारोह रखा जाता है जिसमें सभी महिलाएं और पुरुष शामिल होते है।