मातेश्वरी जगदंबा का 57वां स्मृति दिवस मनाया गया

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. Bihar

मातेश्वरी जगदंबा का 57वां स्मृति दिवस मनाया गया


मातेश्वरी जगदंबा का 57वां स्मृति दिवस मनाया गया


अररिया 24 जून(हि.स.)। प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय शाखा फारबिसगंज के छुआपट्टी स्थित ओम शांति केंद्र में मातेश्वरी जगदंबा का 57वां स्मृति दिवस समारोहपूर्वक आज मनाया गया और श्रद्धांजलि एवं भावांजलि अर्पित की गई।

केंद्र की संचालिका बीके रुकमा दीदी ने बताया कि 17 वर्ष की अल्प आयु में माता जगदंबा के द्वारा अपने परम आराध्य शिव बाबा के विश्व शांति की लौ को जलाए रखने का जो संकल्प लिया, उसे उन्होंने बख़ूबी पूरा कर न सिर्फ़ हिंदुस्तान में वरन विश्व के 145 देशों तक लौ को पहुँचा दिया। उनके द्वारा कुछ दर्जन भर लोगों के साथ शुरू की गई ओम मंडली देश विदेश में फैलकर वटवृक्ष का रूप धारण कर चुकी है। हज़ारों लाखों नहीं वरन करोड़ों करोड़ लोग इस संस्था के बताए संदेश से असंख्य लाभान्वित हो रहे है। 45 वर्ष की अल्प आयु में 24 जून 1965 को इस नश्वर संसार से विदा लेने से पूर्व उनकी पालना आज भी लोगों को बरबस याद आती है।

सम्बोधन में अजातशत्रु अग्रवाल ने कहा कि धन्य है ऐसी पुण्यआत्मा और धन्य है वेलोग जिन्हें दशकों पूर्व इनका सानिध्य और आशीर्वाद प्राप्त हुआ।

कार्यक्रम की शुरुआत केंद्र की संचलिका रुकमा दीदी. सह संचलिका सीता दीदी, संतोषी दीदी, रंजू दीदी, ललिता दीदी, शांति मैडम, मृदुला दीदी, डा. यू सी मंडल, अजातशत्रु अग्रवाल, विजय लखोटिया, अशोक डाबरिवाला, मदन भाई जी आदि के द्वारा दीप प्रज्वलन्न कर किया गया जबकि धन्यवाद ज्ञापन कविता पाठ के ज़रिए शांति मैडम के द्वारा किया गया। परम्परागत तरीक़े से शिव बाबा एवं माँ जगदंबे को भोग अर्पण कराया गया जिसका वितरण उपस्थित लोगों के बीच किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/राहुल