24.5 लाख गाड़ियाँ एक महीने में! क्या मारुति सुजुकी को कोई टक्कर दे सकता है?

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24.5 लाख गाड़ियाँ एक महीने में! क्या मारुति सुजुकी को कोई टक्कर दे सकता है?

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भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL), ने अपने आफ्टर-सेल्स सर्विस नेटवर्क के दम पर एक नया इतिहास रच दिया है। मई 2025 में कंपनी ने एक महीने में रिकॉर्ड 24.5 लाख वाहनों की सर्विस की, जो इसके इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। यह उपलब्धि न केवल कंपनी की विशाल सर्विस नेटवर्क की ताकत को दर्शाती है, बल्कि ग्राहकों के बीच इसके प्रति भरोसे को भी उजागर करती है। आइए, इस उपलब्धि के पीछे की कहानी और इसके महत्व को समझते हैं।

एक महीने में 24.5 लाख वाहन: अभूतपूर्व उपलब्धि

मारुति सुजुकी ने मई 2025 में पेड सर्विस, मुफ्त सर्विस और रनिंग रिपेयर सहित कुल 24.5 लाख वाहनों को सर्विस प्रदान की। यह आंकड़ा कंपनी के लिए एक मील का पत्थर है, क्योंकि यह पहली बार है जब किसी भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनी ने एक महीने में इतनी बड़ी संख्या में वाहनों की सर्विस की हो। कंपनी के प्रबंध निदेशक और सीईओ, हिसाशी ताकेउची, ने इस उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा, "यह हमारे सर्विस नेटवर्क की गहराई, पैमाने और दक्षता को दर्शाता है। हमारा लक्ष्य ग्राहकों को बेहतरीन अनुभव प्रदान करना है, और यह उपलब्धि उस दिशा में एक बड़ा कदम है।"

 

मजबूत सर्विस नेटवर्क की ताकत

मारुति सुजुकी का सर्विस नेटवर्क भारत में सबसे व्यापक और भरोसेमंद माना जाता है। वर्तमान में कंपनी के पास 1839 शोरूम और 1660 सर्विस सेंटर हैं, जो देश के हर कोने में ग्राहकों को सेवा प्रदान करते हैं। पारंपरिक वर्कशॉप से लेकर मोबाइल सर्विस वैन और क्विक रिस्पॉन्स टीमें (QRT) तक, मारुति ने ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए कई नवाचार किए हैं। ये सुविधाएं न केवल ग्राहकों की छोटी-छोटी समस्याओं को हल करती हैं, बल्कि सड़क पर तत्काल सहायता भी प्रदान करती हैं। कंपनी की योजना वित्तीय वर्ष 2030-31 तक 8000 सर्विस टचपॉइंट्स स्थापित करने की है, जिसमें 1500 इलेक्ट्रिक वाहन (EV) के लिए तैयार वर्कशॉप शामिल होंगे।

 

इलेक्ट्रिक वाहनों की दिशा में कदम

मारुति सुजुकी न केवल पेट्रोल और सीएनजी वाहनों में अग्रणी है, बल्कि इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के क्षेत्र में भी तेजी से कदम बढ़ा रही है। कंपनी की पहली इलेक्ट्रिक एसयूवी, मारुति सुजुकी ई-विटारा, सितंबर 2025 में लॉन्च होने वाली है। इसके लिए कंपनी 1000 से अधिक शहरों में 1500 EV-सक्षम सर्विस वर्कशॉप स्थापित करने की योजना बना रही है, जो विशेष रूप से प्रशिक्षित कर्मचारियों और उपकरणों से लैस होंगे। यह कदम भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।

पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता

मारुति सुजुकी ने पर्यावरण संरक्षण के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में 5.18 लाख वाहनों को भारतीय रेलवे के माध्यम से डिस्पैच किया, जिससे 1.8 लाख टन CO2 उत्सर्जन को कम करने में मदद मिली और 63 करोड़ लीटर ईंधन की बचत हुई। यह कदम कंपनी की ग्रीन लॉजिस्टिक्स पहल का हिस्सा है, जिसके तहत 2030-31 तक रेलवे के माध्यम से वाहन डिस्पैच का हिस्सा 35% तक बढ़ाने का लक्ष्य है।

ग्राहकों का भरोसा और भविष्य की योजनाएं

मारुति सुजुकी की इस उपलब्धि का श्रेय इसके ग्राहकों के भरोसे और मजबूत सर्विस नेटवर्क को जाता है। कंपनी की कारें, जैसे स्विफ्ट, डिजायर, अर्टिगा और वैगनआर, न केवल बिक्री के मामले में शीर्ष पर हैं, बल्कि रखरखाव में आसानी और किफायती लागत के लिए भी जानी जाती हैं। कंपनी ने हाल ही में नई डिजायर को 6.79 लाख से 10.14 लाख रुपये (एक्स-शोरूम, दिल्ली) की कीमत पर लॉन्च किया, जो बाजार में पहले से ही लोकप्रियता हासिल कर रही है। भविष्य में, मारुति सुजुकी अपने पोर्टफोलियो में हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों को और शामिल करने की योजना बना रही है, ताकि बदलते ऑटोमोबाइल बाजार में अपनी स्थिति को और मजबूत किया जा सके।

निष्कर्ष: मारुति का विजयी सफर

मारुति सुजुकी की यह उपलब्धि भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग में एक नया बेंचमार्क स्थापित करती है। 24.5 लाख वाहनों की सर्विस का यह आंकड़ा न केवल कंपनी की तकनीकी क्षमता और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण को दर्शाता है, बल्कि भारत में ऑटोमोबाइल सर्विस के भविष्य को भी आकार देता है। जैसे-जैसे कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों और पर्यावरण-अनुकूल पहलों की ओर बढ़ रही है, यह स्पष्ट है कि मारुति सुजुकी न केवल बाजार में अपनी बादशाहत बनाए रखेगी, बल्कि भविष्य की गतिशीलता को भी परिभाषित करेगी।