Auto Market में बड़ा उलटफेर! महिंद्रा ने टॉप किया चार्ट, Hyundai-Tata हुए पीछे

मई 2025 का महीना भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार के लिए एक रोलर-कोस्टर सवारी की तरह रहा। जहां दोपहिया और तीनपहिया वाहनों ने बिक्री में जोरदार उछाल दिखाया, वहीं पैसेंजर और कॉमर्शियल वाहनों की मंदी ने उद्योग को चिंता में डाल दिया। आइए, इस महीने की कहानी को करीब से देखें और समझें कि कौन से ब्रांड चमके और किन्हें झटका लगा।
दोपहिया और तीनपहिया वाहनों का दमदार प्रदर्शन
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोटिव डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, मई 2025 में कुल ऑटोमोबाइल रिटेल बिक्री में 5% की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई। दोपहिया वाहनों ने 7.3% की शानदार वृद्धि हासिल की, जो ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बढ़ती मांग को दर्शाता है। तीनपहिया वाहनों ने भी 6.2% की वृद्धि के साथ बाजार में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज की। ट्रैक्टरों की बिक्री में भी 2.7% की बढ़ोतरी देखी गई, जो कृषि क्षेत्र में सकारात्मक रुझान का संकेत है। ये आंकड़े बताते हैं कि किफायती और उपयोगी वाहनों की मांग अभी भी बरकरार है।
पैसेंजर वाहनों की मंदी ने बढ़ाई चिंता
पैसेंजर वाहन सेगमेंट में मई 2025 का प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। इस महीने केवल 3,02,627 कारें बिकीं, जो अप्रैल 2025 की 3,49,939 यूनिट्स और माह 2024 की 3,31,908 यूनिट्स से काफी कम है। महीने-दर-महीने और साल-दर-साल बिक्री में कमी ने ऑटोमोबाइल निर्माताओं के लिए खतरे की घंटी बजा दी। विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ती कीमतें, ईंधन की महंगाई, और उपभोक्ता विश्वास में कमी इस गिरावट के प्रमुख कारण हो सकते हैं।
मारुति सुजुकी: शीर्ष पर, पर चुनौतियों के साथ
भारतीय ऑटो बाजार की दिग्गज कंपनी मारुति सुजुकी ने मई 2025 में 1,16,593 यूनिट्स बेचीं, जो पिछले साल की 1,23,295 यूनिट्स से कम है। फिर भी, कंपनी का मार्केट शेयर 38.53% से बढ़कर 39.27% हुआ, जो इसकी मजबूत ब्रांड वैल्यू को दर्शाता है। मारुति की स्विफ्ट और डिजायर जैसी कारें अभी भी ग्राहकों की पसंद बनी हुई हैं, लेकिन बिक्री में कमी ने कंपनी की चमक को थोड़ा फीका किया।
महिंद्रा की शानदार वापसी
महिंद्रा ने मई 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए 43,560 यूनिट्स बेचीं, जो पिछले साल की 34,517 यूनिट्स से कहीं ज्यादा है। इसका मार्केट शेयर 11.07% से बढ़कर 14.41% हो गया। स्कॉर्पियो और XUV700 जैसी SUV की मांग ने महिंद्रा को दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी के रूप में स्थापित किया। ग्राहकों का भरोसा और मजबूत प्रोडक्ट रेंज महिंद्रा की इस कामयाबी का आधार बनी।
हुंडई और टाटा की राह में रोड़े
हुंडई को मई 2025 में भारी नुकसान हुआ, इसकी बिक्री 38,110 यूनिट्स तक सिमट गई, जो पिछले साल की 45,503 यूनिट्स से कम है। दूसरी ओर, टाटा मोटर्स ने 36,669 यूनिट्स बेचीं, जो मई 2024 की 42,332 यूनिट्स से कम है। टाटा की नेक्सन और पंच जैसी कारें अभी भी लोकप्रिय हैं, लेकिन बाजार की मंदी ने इनकी रफ्तार को धीमा कर दिया।
टोयोटा और किआ: मिला-जुला प्रदर्शन
टोयोटा ने मई 2025 में 22,031 यूनिट्स की बिक्री की, जो पिछले साल की 19,344 यूनिट्स से ज्यादा है। इसका मार्केट शेयर 6.20% से बढ़कर 7.29% हुआ। इनोवा हाइक्रॉस और फॉर्च्यूनर जैसी गाड़ियों ने टोयोटा की स्थिति को मजबूत किया। वहीं, किआ इंडिया की बिक्री 16,810 यूनिट्स रही, जो पिछले साल की 19,394 यूनिट्स से कम है। किआ की सेल्टोस अभी भी पसंद की जा रही है, लेकिन बिक्री में कमी ने इसकी रफ्तार को प्रभावित किया।
उभरते सितारे और लग्जरी बाजार
स्कोडा की नई Kylaq SUV ने बाजार में धमाल मचाया, जिसकी बिक्री 8,359 यूनिट्स तक पहुंची। MG मोटर ने भी 4,982 यूनिट्स की बिक्री के साथ अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि, होंडा, रेनो, और निसान जैसे ब्रांड्स की बिक्री में कमी देखी गई। लग्जरी सेगमेंट में मर्सिडीज-बेंज ने 1,335 यूनिट्स और BMW ने 1,045 यूनिट्स बेचीं। इलेक्ट्रिक वाहनों में BYD ने 494 यूनिट्स की बिक्री के साथ उछाल दर्ज किया, जो भविष्य की संभावनाओं को दर्शाता है।
भविष्य की राह
मई 2025 का ऑटोमोबाइल बाजार यह साफ करता है कि भारतीय उपभोक्ता किफायती और विश्वसनीय वाहनों की ओर आकर्षित हैं। हालांकि, पैसेंजर और कॉमर्शियल वाहनों की मंदी ने उद्योग के सामने नई चुनौतियां पेश की हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग और SUV की लोकप्रियता भविष्य में बाजार की दिशा तय कर सकती है। क्या ऑटोमोबाइल कंपनियां इन चुनौतियों से उबर पाएंगी? यह सवाल अब हर किसी के मन में है।