"इलेक्ट्रिक कारों की दौड़ में मची खलबली, इस कंपनी ने मारी बाज़ी!"

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"इलेक्ट्रिक कारों की दौड़ में मची खलबली, इस कंपनी ने मारी बाज़ी!"

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भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का बाजार तेजी से फल-फूल रहा है। पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता, सरकारी सब्सिडी, और आधुनिक तकनीक ने इस सेगमेंट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। मई 2025 में इलेक्ट्रिक फोर-व्हीलर बाजार ने नए कीर्तिमान स्थापित किए, जहां टाटा मोटर्स, एमजी मोटर्स, और महिंद्रा जैसे दिग्गज ब्रांडों ने अपनी शानदार गाड़ियों से ग्राहकों का दिल जीता। लेकिन इस बार की रेस में कौन सा ब्रांड सबसे आगे रहा? आइए, इस रोमांचक कहानी को करीब से जानते हैं।

टाटा मोटर्स: बाजार का सिरमौर

टाटा मोटर्स ने मई 2025 में 4,319 इलेक्ट्रिक वाहन बेचकर अपनी बादशाहत बरकरार रखी। हालांकि, पिछले साल की तुलना में 19% की गिरावट दर्ज की गई, फिर भी 35.4% बाजार हिस्सेदारी के साथ टाटा अजेय बना हुआ है। टाटा की पंच ईवी और नेक्सन ईवी अपनी किफायती कीमत, मजबूत रेंज, और भरोसेमंद परफॉर्मेंस के लिए ग्राहकों की पहली पसंद हैं। ये गाड़ियां न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि भारतीय सड़कों पर रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए भी बेहतरीन हैं। टाटा का यह प्रदर्शन दर्शाता है कि वह भारतीय ईवी बाजार में अपनी जड़ें और गहरी करने को तैयार है।

एमजी मोटर्स: स्टाइल और टेक्नोलॉजी का तड़का

एमजी मोटर्स ने मई में 3,732 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे, जो पिछले साल की तुलना में 147% की शानदार वृद्धि है। इस उछाल ने एमजी को 30.6% बाजार हिस्सेदारी के साथ दूसरा स्थान दिलाया। खास तौर पर एमजी की विंडसर ईवी ने बाजार में तहलका मचा दिया है। इसका नया प्रो वैरिएंट, जो 52.9 kWh बैटरी पैक के साथ 449 किमी की रेंज देता है, ग्राहकों के बीच खासा लोकप्रिय है। आधुनिक डिजाइन, प्रीमियम फीचर्स, और किफायती कीमत का मिश्रण एमजी को उन लोगों के लिए पसंदीदा बनाता है जो स्टाइल के साथ टेक्नोलॉजी चाहते हैं।

महिंद्रा: तेज रफ्तार, नई ऊंचाइयां

महिंद्रा ने मई में 2,604 इलेक्ट्रिक वाहन बेचकर 338% की जबरदस्त वृद्धि हासिल की। इस शानदार प्रदर्शन ने इसे 21.3% बाजार हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया। इसका श्रेय हाल ही में लॉन्च हुई XEV 9e और BE 6 को जाता है, जो प्रीमियम सेगमेंट में 500 किमी से अधिक की रेंज देती हैं। ये मॉडल न केवल डिजाइन में आकर्षक हैं, बल्कि अपनी उन्नत तकनीक और शानदार परफॉर्मेंस के लिए भी चर्चा में हैं। महिंद्रा की यह रफ्तार दिखाती है कि कंपनी इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में अपनी जगह और मजबूत करने को तैयार है।

छोटे ब्रांड, बड़ा प्रभाव

हुंडई, BYD, और BMW जैसे ब्रांड भी इस रेस में पीछे नहीं हैं। हुंडई ने मई में 509 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे, जो पिछले साल की तुलना में 103% की वृद्धि है। वित्तीय वर्ष 2026 के लिए मई तक इसकी कुल डिलीवरी 1,335 यूनिट रही। दूसरी ओर, BYD ने 491 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे, जो 177% की वृद्धि दर्शाता है। प्रीमियम सेगमेंट में BMW इंडिया ने अपनी इलेक्ट्रिक कारों की डिलीवरी को दोगुना कर 172 यूनिट तक पहुंचाया। ये आंकड़े बताते हैं कि छोटे ब्रांड भी भारतीय ईВИ बाजार में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं।

भविष्य की राह

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का बाजार न केवल तेजी से बढ़ रहा है, बल्कि यह पर्यावरण के प्रति जागरूकता और टिकाऊ भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है। सरकारी सब्सिडी, बेहतर चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, और ब्रांड्स की नई तकनीक ने इस सेगमेंट को और आकर्षक बनाया है। आने वाले समय में यह देखना रोमांचक होगा कि कौन सा ब्रांड इस रेस में सबसे आगे निकलता है और भारतीय सड़कों पर इलेक्ट्रिक क्रांति को और तेज करता है।