Bank Loan : बैंक से कोई भी लोन लेते समय 5 बुनियादी बातों का जरूर होना चाहिए पता

अगर आप भी बैंक से लोन लेते है या लेना चाहते तो इससे पहले आपके लिए कुछ बुनियादी बातों को जान लेना बेहद जरूरी है। जिसके चलते आपको आगे चलकर परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।BANK LOAN,BANK LOAN UPDATE,bank loan update,whille taking loan
बैंक लोन लेने में किन 5 बुनियादी बातों का रखें ध्यान?
करीब तीन दशक तक बैंक लोन कारोबार को बारीकी से देखने पर पता चलता है कि देश में लोन लेने वाले ग्राहकों की संख्या तेजी से बढ़ी है. बैंक और NBFCs सुरक्षित और असुरक्षित लोन आकर्षक दरों पर ऑफर कर रहे हैं.
देश में ऑनलाइन लैंडिंग प्लेट्फ़ॉर्म की संख्या भी तेजी से बढ़ी है. इससे बैंक से कर्ज (Loan) लेना आसान हो गया है. आसानी से कर्ज मिलने की वजह से लोग अपने जीवन में वित्तीय प्रबंधन कर रहे हैं.
बैंक लोन (Loan) से जुड़ी हम पांच ऐसी बातें बता रहे हैं, जिनका लोन लेते वक्त ध्यान रखना चाहिए-
1. ब्याज दरें: फिक्स्ड या वेरिएबल-
मौजूदा समय में ब्याज की कम दरों के माहौल को देखते हुए वेरिएबल रेट्स में फायदा आपको तब होता है, जब ब्याज दरें और कम हो जायें. जब आप देख रहे हों कि ब्याज दरों में वृद्धि की आशंका है, तब आपको तुरंत फिक्स्ड ब्याज दर वाले रेट में शिफ्ट हो जाना चाहिए.
2. समय से पहले बैंक लोन (Bank Loan) चुकाना या पार्ट पेमेंट चार्ज-
आप किसी बैंक लोन (Bank Loan) को उसकी तय अवधि से पहले चुका सकते हैं. पार्ट पेमेंट के मामले में आप लोन की बकाया रकम का एक हिस्सा चुकाते हैं.
बैंक लोन (Bank Loan) लेते वक्त अधिकतर व्यक्ति को यह अंदाजा नहीं होता कि वे समय से पहले लोन चुका सकते हैं या नहीं. सच यह है कि 50 फीसदी से अधिक लोग इस संभावना की तलाश लोन की अवधि के बीच में ही करते हैं.
कुछ बैंक लोन (Bank Loan) में एक साल से पहले इसके पार्ट या प्री पेमेंट की इजाजत नहीं होती.
3. मॉर्गेज लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम-
जब आप कोई बड़ा बैंक (Bank Loan) लोन लेते हैं तो उस मामले में सबसे बुरी स्थिति की कल्पना करें. अगर बैंक लोन (Bank Loan) लेने वाले व्यक्ति की अचानक मौत हो जाती है तो उसके परिवार पर एक बड़ा बोझ आ जायेगा.
मॉर्गेज लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम जैसी बीमा पॉलिसी से आपके परिवार का ना सिर्फ बोझ घटेगा, बल्कि बैंक लोन (Bank Loan) की बाकी रकम भी बीमा कंपनी चुकाएगी. इससे आपके परिवार का भविष्य सुरक्षित बन सकेगा. इसे आप एक बोझ की तरह नहीं बल्कि मदद की तरह लें.