Bank News : आपको बैंक खाते की स्टेटमैंट कब करनी चाहिए चेक, 10 में से 8 लोगों को नहीं है जानकारी

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Bank News : आपको बैंक खाते की स्टेटमैंट कब करनी चाहिए चेक, 10 में से 8 लोगों को नहीं है जानकारी

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बैंक स्टेटमेंट (Bank Statement) एक निश्चित अवधि के दौरान आपके बैंक खाते में हुए लेनदेन का रिकॉर्ड है. यही वह प्रमाणिक दस्‍तावेज है, जो आपके बैंक अकाउंट का किसी खास अवधि का लेखा-जोखा आपको देता है. इसमें लेन-देन का संक्षेप में विवरण होता है.

स्टेटमेंट में डिपॉजिट, चार्ज, विदड्रॉल और किसी अवधि के आरंभ और आखिर के बैलेंस की डिटेल होती है. अब सवाल यह उठता है कि बैंक खाताधारक को अपने खाते की स्‍टेटमेंट साल में कितनी बार चेक करनी चाहिए? नियमित अंतराल पर स्‍टेटमेंट जांचने के क्‍या फायदे हैं? बैंक स्‍टेटमेंट जानने में कोताही करने पर ग्राहक को क्‍या नुकसान हो सकते हैं?

हैरानी की बात यह है कि अधिकतर बैंक ग्राहकों को यह पता नहीं है कि उन्‍हें अपने खाते की स्‍टेटमेंट की जांच कितने अंतराल पर करनी चाहिए. आमतौर पर ग्राहक तभी बैंक स्‍टेटमेंट चेक करते हैं, जब इसको उन्‍हें कहीं देना होता है.

आजकल बहुत से बैंक नियमित अंतराल पर बैंक खाते का संक्षिप्‍त विवरण ई-मेल करते हैं. लेकिन, ज्‍यादातर लोग इसे देखते नहीं है. बैकिंग सेक्‍टर के जानकारों का कहना है कि ग्राहकों को अपने खाते की स्‍टेटमेंट हर महीने चेक करनी चाहिए. हर महीने बैंक स्‍टेटमेंट चेक करने से जहां ग्राहक के साथ हुई किसी भी तरह की धोखाधड़ी का पता जल्‍दी चल जाएगा, वहीं बैंक ने अगर ज्‍यादा चार्ज काटा होगा तो उसकी जानकारी भी हो जाएगी.

हर महीने स्‍टेटमेंट चेक करने के फायदे

बैंक खातों में सेंध लगना अब आम बात हो गई है. बैंक स्‍टेटमेंट महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जिसे धोखाधड़ी के प्रमाण के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. बैंक स्टेटमेंट चेक करके आप आसानी से धोखाधड़ी वाले लेनदेन का पता लगा सकते हैं. बैंक स्टेटमेंट को नियमित रूप से चेक करके आप यह पता कर सकते हैं कि आपका पैसा कहां से आ रहा है और कहां जा रहा है.

यह प्रत्येक लेनदेन का हिसाब रखने में मदद करती है. अगर आप बिना वजह ज्‍यादा पैसा खर्च कर रहे हैं, तो बैंक स्‍टेटमेंट से इसका पता चल जाएगा. उदाहरण के लिए, रेस्तरां का बिल, ऑनलाइन खरीदारी आदि खर्चों को आपके बैंक स्टेटमेंट पर आसानी से पॉइंट-आउट कर सकते हैं और ऐसे आप अपने खर्चों में कटौती भी कर सकते हैं.

बैंक चार्ज की जानकारी

बैंक विभिन्न लेन-देन पर एक निश्चित राशि काटते हैं. बैंक फिजिकल अकाउंट डिटेल्स, डुप्लीकेट पासबुक जारी करने, डेबिट कार्ड फीस आदि के रूप में पैसे काटते हैं. हर महीने अगर आप अपनी बैंक स्‍टेटमेंट चेक करते हैं तो आपको इन चार्जेज की जानकारी हो जाएगी. अगर बैंक ने ज्‍यादा चार्ज काट लिया तो आप इसकी शिकायत कर सकते हैं.