UPI पेमेंट में बड़ा बदलाव! क्रेडिट कार्ड से भुगतान पर लगेगा शुल्क, जानिए पूरी जानकारी

अगर आप यूपीआई से पेमेंट करते हैं तो फिर एक ऐसी खबर सामने आई हैं जो यूजर्स के लिए किसी बड़े झटके की तरह है।
आधुनिक युग में अधिकतर लोगों ने जेब में कैश रखना ही बंद कर दिया है, क्योंकि डिजिटलाइजेशन तरीके से चीजें खरीदकर भुगतान कर देते हैं। जमाना इतना एडवांस हो गया कि अगर ठेले पर कोई चाय भी पीता है तो यूपीआई से पेमेंट कर देता है।
इससे कैश रखना लोग बहुत ही कम पसंद कर रहे हैं। हर शख्स, यूपीआई पेमेंट जैसे- पेटीएम, गूगल पे, फोनपे, जैसे यूपीआई ऐप्स की लोगों को बहुत आदत पड़ गई है।यूपीआई का क्रेज अब शहरों तक ही नहीं बल्कि ग्रामीण दुकानों पर भी देखन को मिल रहा है।
अगर आप यूपीआई से पेमेंट करते हैं तो फिर एक ऐसी खबर सामने आई हैं जो यूजर्स के लिए किसी बड़े झटके की तरह है। आप सोच रहे होंगे ऐसा क्या झटका होगा, जिसे जानने के लिए आपको नीचे तक हमारा आर्टिकल ध्यान से पढ़ने की जरूरत होगी।
सामने आया बड़ा अपडेट
भारत में अब ऑनलाइन पेमेंट का दौर तेजी से बढ़ता जा रहा है, जो हर किसी को हैरान कर रहा है। देश में भारत में जब ऑनलाइन पेमेंट का क्रेज बढ़ा तो Rupay पेमेंट नेटवर्क जैसे ऐप भी लॉन्च किए गए थे।
यह ऐप पूरी तरह से स्वदेशी ऐप था। इस ऐप ने बाजार में आते ही अमेरिका के Visa और Mastercard नेटवर्क को कड़ी चुनौती देने का काम किया है, जिसे आप आराम से जान सकते हैं।
देश में बड़े-बड़े बैंक Rupay के क्रेडिट कार्ड जारी किए जा रहे रहे हैं। इसका असर सीधा शेयर मार्केट पर पड़ रहा है, जो 30 फीसदी पर पहुंच गया है।
इस बीच मीडिया से बातचीत करते हुए कुछ विशेषज्ञों के मुताबिक, UPI Payment पर यूजर्स क्रेडिट कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल करना होगा। इसकी वजह कि 2,000 रुपये से अधिक की पेमेंट करने पर MDR चार्ज देना पड़ता है।
ऐसी स्थिति में क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन पेमेंट करने पर चार्ज बढ़ाने की चर्चा तेजी से चल रही है। अगर ऐसा हुआ तो फिर आम लोगों की जेब पर इसका सीधा असर पड़ेगा। यूजर्स को छोटे ट्रांजैक्शन पर भी चार्ज देना पड़ सकता है, जो बिल्कुल तय माना जा रहा है।
आधिकारिक जानकारी अभी तक मिली
क्रेडिट कार्ड से यूपीआई पेमेंट करने पर अब चार्ज देना होगा या नहीं, अभी आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है। हालांकि, इस पर काफी दिनों से विचार चल रहा है।
बीते महीने फिनटेक कंपनियों ने सरकार के सामने यूपीआई में रेवेन्यू की कमी पर चिंता भी जताई थी। वैसे भी काफी दिनों में बाजार में पकड़ बनाकर रखनी है तो मर्चेंट डिस्काउंट रेट के साथ क्रेडिट कार्ड जैसे सिस्टम की जरूरत होगी।