बजट 2024: किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य, जानिए क्या हो सकते हैं बदलाव
PM KISAN SAMMAN NIDHI YOJANA : केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण पीएम किसान सम्मान निधि योजना की किस्त की राशि पर बड़ा ऐलान कर सकती है. किस्त की राशि को बढ़ाकर दोगुना करने की तैयारी चल रही है.
देशभर में तमाम किसान संगठन ऐसे हैं जो कृषकों की आवाज उठाने का काम करते हैं. किसान संगठन काफी दिनों से किसानों को मिलने वाली किस्त की राशि में बढ़ोतरी की मांग भी कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है.
अब चर्चा है कि सरकार पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत मिलने वाली किस्त की राशि में कुछ इजाफा किया जा सकता है, जो किसी बूस्टर डोज की तरह साबित होगी. केंद्र सरकार 23 जुलाई को अपना साल 2024-2025 का वित्तीय बजट पेश करने जा रही है, जिसमें कुछ चौंकाने वाले ऐलान किए जा सकते हैं.
चर्चा है कि सरकार किसानों के लिए भी खजाने का पिटारा खोल सकती है, जिसका फायदा करीब 12 करोड़ परिवारों को हाना संभव माना जा रहा है.केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण पीएम किसान सम्मान निधि योजना की किस्त की राशि पर बड़ा ऐलान कर सकती है.
किस्त की राशि को बढ़ाकर दोगुना करने की तैयारी चल रही है. हालांकि, अभी आधिकारिक रूप से तो कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन मीडिया की रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है.
किस्त की राशि बढ़ी तो सरकार के खजाने पर होगा बोझ
केंद्र सरकार ने वित्तीय बजट में पीएम किसान सम्मान निधि योजना द्वारा मिलने वाली किस्त की राशि में बढ़ोतरी की तो फिर खजाने का बोझ भी बढ़ना तय है.
उम्मीद है कि सरकार किस्त की राशि को बढ़ाकर 2,000 रुपये से सीधे 4,000 रुपये तक कर सकती है. अगर ऐसा हुआ तो फिर किसानों की लॉटरी लग जाएगी.
जानिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना कब शुरू हुई थी?
केंद्र की मोदी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल के शुरू में ही पीएम किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की थी. योजना को शुरू करने का मकसद किसानों के आर्थिक स्तर में सुधार है.
इस योजना से अभी तक करीब 12 करोड़ किसान पंजीकरण करवा चुके हैं. किस्त का फायदा उसी किसान को मिल रहा है, जिसने ई-केवाईसी और भू-सत्यापन जैसे काम करा रखे हैं.
सरकार योजना की 2,000 रुपये की 17 किस्तें ट्रांसफर कर चुकी है, जिन्हें अब अगली का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार है. अगली किस्त सितंबर महीने में आने की उम्मीद है.
इससे पहले उन किसानों का पैसा अटक गया था, जिन्होंने ई-केवाईसी का काम नहीं करवाया था.