गोल्ड-सिल्वर के दाम लुढ़के, जानिए कितना सस्ता हुआ आपका सोना!

सोना और चांदी, जो हर भारतीय के दिल और घर में खास जगह रखते हैं, इन दिनों अपनी चमक खोते नजर आ रहे हैं। बाजार में इन कीमती धातुओं की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है, जिसने खरीदारों और निवेशकों को सोच में डाल दिया है। अगर आप भी सोने-चांदी की खरीदारी का प्लान बना रहे हैं या इसके ताजा भाव जानना चाहते हैं, तो ये खबर आपके लिए है। आइए, इस गिरावट के पीछे की वजह और आज के रेट्स को करीब से समझते हैं।
बाजार में क्या हो रहा है?
पिछले कुछ दिनों से सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का दौर चल रहा है, लेकिन अब ये नीचे की ओर ज्यादा झुकता दिख रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक बाजार में मांग कम होना और डॉलर की मजबूती इस गिरावट की बड़ी वजहें हैं। भारत में भी सर्राफा बाजार इस बदलाव से अछूता नहीं रहा। मंगलवार, 8 अप्रैल 2025 तक, 24 कैरेट सोने का भाव करीब 88,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास पहुंच गया है, जबकि चांदी 90,000 रुपये प्रति किलोग्राम से नीचे ट्रेड कर रही है। ये आंकड़े पिछले हफ्ते के मुकाबले साफ तौर पर कम हैं, जो खरीदारी के लिए नया मौका दे सकते हैं।
क्यों आ रही है कीमतों में कमी?
इस गिरावट को समझने के लिए हमें थोड़ा ग्लोबल मार्केट की ओर देखना होगा। अमेरिकी डॉलर की मजबूती और ब्याज दरों में बदलाव ने सोने की चमक को हल्का किया है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोना और चांदी जैसे निवेश विकल्पों की डिमांड घटती है। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर औद्योगिक मांग में कमी ने चांदी की कीमतों को भी प्रभावित किया है। भारत में भी शादी-ब्याह का सीजन खत्म होने के बाद ज्वेलरी की खरीदारी थोड़ी सुस्त पड़ी है, जिससे स्थानीय बाजार में दबाव बढ़ा है।
आपके लिए क्या मतलब?
अगर आप सोने या चांदी में निवेश की सोच रहे हैं, तो ये गिरावट आपके लिए सुनहरा मौका हो सकती है। कम कीमत पर खरीदारी कर आप भविष्य में मुनाफा कमा सकते हैं, बशर्ते बाजार फिर से ऊपर जाए। लेकिन सावधानी भी जरूरी है—बाजार के जानकार सलाह देते हैं कि निवेश से पहले ताजा ट्रेंड्स और एक्सपर्ट की राय जरूर लें। वहीं, अगर आप शादी या त्योहार के लिए गहने खरीदना चाहते हैं, तो ये समय बजट में राहत दे सकता है। बस अपने शहर के सर्राफा बाजार में ताजा रेट जरूर चेक कर लें, क्योंकि कीमतें जगह-जगह थोड़ी अलग हो सकती हैं।
आगे क्या होगा?
क्या ये गिरावट जारी रहेगी या फिर सोने-चांदी की चमक जल्द लौटेगी? ये सवाल हर किसी के मन में है। कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता बढ़ती है, तो सोना फिर से निवेशकों की पसंद बन सकता है।