Gold Price Crash: सोना हुआ ₹5500 सस्ता! अब नहीं खरीदोगे तो पछताओगे

सोने और चांदी के खरीदारों के लिए यह समय किसी सुनहरे मौके की तरह है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भू-राजनीतिक तनावों में कमी और निवेशकों के बदलते रुझानों ने इन कीमती धातुओं की कीमतों को नीचे ला दिया है। अगर आप सोना या चांदी खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह लेख आपको ताजा स्थिति और भविष्य की संभावनाओं के बारे में विस्तार से बताएगा।
सोने की चमक में कमी
पिछले कुछ दिनों में सोने की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर शुक्रवार को 10 ग्राम सोने की वायदा कीमत 2,050 रुपये टूटकर 94,951 रुपये तक पहुंच गई। दिन के अंत में यह 95,540 रुपये पर बंद हुआ। यह वही सोना है, जो कुछ दिन पहले तक 1 लाख रुपये के करीब कारोबार कर रहा था। पिछले 10 दिनों में सोने की कीमत में लगभग 5,500 रुपये (5% से ज्यादा) की कमी आई है। यह गिरावट निवेशकों के लिए एक बड़ा सवाल खड़ा करती है - क्या यह कीमतें और नीचे जाएंगी, या यह खरीदारी का मौका है?
चांदी की कीमतों में भी नरमी
सोना ही नहीं, चांदी की कीमतों में भी उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है। MCX पर शुक्रवार को चांदी की कीमत 1.05 लाख रुपये प्रति किलो से नीचे फिसल गई। इसमें 1,500 रुपये प्रति किलो की कमी देखी गई। पिछले तीन हफ्तों तक चांदी 1 लाख रुपये से ऊपर बनी हुई थी, लेकिन अब यह निवेशकों के लिए सस्ती हो गई है। यह बदलाव उन लोगों के लिए खास है, जो चांदी में निवेश या गहनों की खरीदारी की योजना बना रहे हैं।
क्यों आ रही है यह गिरावट?
सोने और चांदी की कीमतों में कमी के पीछे कई वैश्विक और आर्थिक कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है इजरायल और ईरान के बीच तनाव में कमी। जब भू-राजनीतिक जोखिम कम होता है, तो निवेशक सुरक्षित निवेश विकल्पों जैसे सोने की बजाय शेयर बाजार या अन्य संपत्तियों की ओर रुख करते हैं। इसके अलावा, अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियां भी कीमतों पर दबाव डाल रही हैं। फेड ने संकेत दिए हैं कि ब्याज दरें जल्द कम नहीं होंगी, जिससे डॉलर मजबूत हुआ और सोने की कीमतों पर असर पड़ा। साथ ही, कई निवेशक ऊंची कीमतों पर मुनाफा कमा रहे हैं, जिससे बाजार में बिकवाली बढ़ गई है।