Gold Price Today: 30 महीने में सोने की कीमत दोगुनी नहीं, तिगुनी! निवेशकों के लिए बड़ी चेतावनी

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Gold Price Today: 30 महीने में सोने की कीमत दोगुनी नहीं, तिगुनी! निवेशकों के लिए बड़ी चेतावनी

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Photo Credit: Social Media


Gold Price Update : सोना आजकल अपनी चमक से हर किसी को चौंका रहा है। पिछले कुछ सालों में सोने ने न केवल निवेशकों का दिल जीता, बल्कि इसकी कीमतों ने भी आसमान छू लिया है। चाहे वह वैश्विक अनिश्चितता हो या भू-राजनीतिक तनाव, सोने की मांग में जबरदस्त उछाल ने इसे नए रिकॉर्ड की ओर ले जा रहा है। आइए, जानते हैं कि Gold Rate में यह उछाल क्यों आया और क्या भविष्य में भी सोने की चमक बरकरार रहेगी।

30 महीनों में 125% की छलांग

सोने ने पिछले 30 महीनों में निवेशकों को 125% से अधिक का रिटर्न दिया है, जो इसे डबल से भी ज्यादा फायदेमंद बनाता है। अक्टूबर 2022 में जहां सोना 1,500 डॉलर प्रति औंस था, वहीं अब यह 3,400 डॉलर प्रति औंस को पार कर चुका है। भारतीय बाजार में भी सोने की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं।

भारतीय बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 31 मई को 95,355 रुपये प्रति 10 ग्राम पर शुरू हुआ सोना 7 जून तक 97,145 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को छू गया। यानी, महज एक हफ्ते में 1,790 रुपये की बढ़ोतरी। यह तेजी न केवल निवेशकों के लिए आकर्षक है, बल्कि आम आदमी के लिए भी चिंता का विषय बन रही है।

क्यों बढ़ रही है सोने की कीमत?

सोने की कीमतों में इस उछाल के पीछे कई कारण हैं। वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव, और केंद्रीय बैंकों की बढ़ती खरीदारी ने सोने की मांग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। 2022 से ही दुनियाभर के केंद्रीय बैंक अपने सोने के भंडार बढ़ाने में जुटे हैं। इसके अलावा, निवेशक गोल्ड ईटीएफ (ETF) में जमकर पैसा लगा रहे हैं। मांग इतनी बढ़ गई है कि आपूर्ति उसका मुकाबला नहीं कर पा रही। साथ ही, कमजोर अमेरिकी डॉलर और बढ़ती मुद्रास्फीति ने भी सोने को और आकर्षक बना दिया है।

भविष्य में क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

सोने की कीमतों को लेकर विशेषज्ञों की राय साफ है—इसकी चमक अभी और बढ़ेगी। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि सोना दीर्घकालिक निवेश के लिए शानदार विकल्प है। उनका सुझाव है कि कीमतों में गिरावट का इंतजार करें और 1,06,000 रुपये प्रति 10 ग्राम का लक्ष्य रखें। वहीं, गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि 2025 के अंत तक सोना 3,700 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है।

अगर वैश्विक मंदी की स्थिति बनी, तो यह 3,880 डॉलर तक भी जा सकता है। कुछ विशेषज्ञ तो यह भी कहते हैं कि 2030 तक सोना 7,000 डॉलर प्रति औंस का आंकड़ा छू सकता है।

क्या सोना पहुंचेगा 1.38 लाख के पार?

जेपी मॉर्गन और गोल्डमैन जैसे ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि अमेरिका-चीन व्यापार तनाव और मंदी की आशंका सोने की कीमतों को और ऊपर ले जा सकती है। अगर स्थिति बिगड़ती है, तो भारत में सोने की कीमत 1,38,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है। अरबपति हेज फंड मैनेजर जॉन पॉलसन का कहना है कि 2028 तक सोना 5,000 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है। यह अनुमान निवेशकों के लिए उत्साहजनक है, लेकिन आम आदमी के लिए सोने की यह चमक चिंता बढ़ा रही है।

निवेशकों के लिए सुनहरा अवसर

सोने ने इस साल 50% का रिटर्न दिया है, जो पिछले 10 सालों में 100% रिटर्न से भी ज्यादा प्रभावशाली है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोने में अभी और तेजी बाकी है। अगर आप निवेश की योजना बना रहे हैं, तो सोने को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। हालांकि, विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि बाजार की गतिविधियों पर नजर रखें और सही समय पर निवेश करें।