Gold Rate 2025: क्या ₹1 लाख तक पहुंच जाएगा सोना? निवेशकों के लिए अलर्ट!

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

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Gold Rate 2025: क्या ₹1 लाख तक पहुंच जाएगा सोना? निवेशकों के लिए अलर्ट!

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Photo Credit: Social Media


Gold Price : लंबे समय तक उतार-चढ़ाव का सामना करने के बाद सोने (Gold Rate) के बाजार में एक बार फिर रौनक लौट आई है। सोने की कीमतों में हालिया तेजी ने निवेशकों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी है। गिरावट का दौर अब पीछे छूटता नजर आ रहा है, और Gold Rate एक बार फिर आसमान छूने को तैयार है। बाजार में इस हरियाली ने न केवल निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है, बल्कि भविष्य की संभावनाओं को लेकर भी उत्साह जगाया है।

तेजी के पीछे क्या है वजह?

सोने की कीमतों (Gold Rate) में इस तेजी का कोई एक स्पष्ट कारण तो नजर नहीं आता, लेकिन वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं इसकी बड़ी वजह मानी जा रही हैं। अमेरिका और चीन के बीच चल रहा व्यापार युद्ध (Trade War) और टैरिफ विवाद अब भी सुर्खियों में है। इसके अलावा, डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क जैसे प्रभावशाली व्यक्तियों के बयान शेयर बाजारों में हलचल मचाते रहते हैं।

निवेशक इस अनिश्चितता को भांपते हुए शेयर बाजार में गिरावट का अंदेशा जता रहे हैं, जिसके चलते वे सुरक्षित निवेश के तौर पर Gold Rate की ओर रुख कर रहे हैं। वैश्विक मंदी की आशंका और केंद्रीय बैंकों की बढ़ती मांग भी सोने की कीमतों को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है।

सोने का शानदार रिटर्न

पिछले कुछ सालों में Gold Rate ने निवेशकों को मोटा मुनाफा कमाने का मौका दिया है। 2022 के बाद से सोने में निवेशकों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ी है। बीते 30 महीनों में Gold Rate ने 125% का शानदार रिटर्न दिया है। इस साल की बात करें तो सोने ने 34% तक का रिटर्न हासिल किया है, जबकि पिछले एक साल में यह आंकड़ा 50% तक पहुंच गया।

अगर पिछले दस सालों का रिकॉर्ड देखें, तो सोने ने 180% का रिटर्न दिया है। यह प्रदर्शन न केवल सोने की विश्वसनीयता को दर्शाता है, बल्कि इसे निवेश का एक आकर्षक विकल्प भी बनाता है।

कितना महंगा होगा सोना?

ब्रोकरेज हाउस गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि केंद्रीय बैंकों की बढ़ती मांग के चलते Gold Rate 2025 के अंत तक 3,700 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। अगर अमेरिका में मंदी की स्थिति बनती है, तो यह कीमत 3,880 डॉलर तक जा सकती है। सबसे खराब स्थिति में सोना 4,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है, यानी भारत में यह 1,38,000 रुपये प्रति दस ग्राम के आसपास हो सकता है।

जेपी मॉर्गन ने भी अपने अनुमान में कहा है कि साल के अंत तक सोना 4,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। ये अनुमान वैश्विक व्यापार समझौतों और अमेरिकी टैरिफ नीतियों के प्रभाव को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं।

आज का सोने का भाव

11 जून 2025 को सोने की कीमत (Gold Rate) 97,337 रुपये प्रति दस ग्राम दर्ज की गई, जो 445 रुपये यानी 0.46% की बढ़त दर्शाता है। आज का लॉ प्वाइंट 97,005 रुपये और हाई प्वाइंट 97,395 रुपये रहा। बाजार खुलते समय सोना 97,249 रुपये पर था, जबकि कल यह 96,902 रुपये पर बंद हुआ था। यह आंकड़े दोपहर 2:01 बजे दर्ज किए गए। इस तेजी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि Gold Rate निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प बना हुआ है।

Gold Price : लंबे समय तक उतार-चढ़ाव का सामना करने के बाद सोने (Gold Rate) के बाजार में एक बार फिर रौनक लौट आई है। सोने की कीमतों में हालिया तेजी ने निवेशकों के चेहरों पर मुस्कान बिखेर दी है। गिरावट का दौर अब पीछे छूटता नजर आ रहा है, और Gold Rate एक बार फिर आसमान छूने को तैयार है। बाजार में इस हरियाली ने न केवल निवेशकों का भरोसा बढ़ाया है, बल्कि भविष्य की संभावनाओं को लेकर भी उत्साह जगाया है।

तेजी के पीछे क्या है वजह?

सोने की कीमतों (Gold Rate) में इस तेजी का कोई एक स्पष्ट कारण तो नजर नहीं आता, लेकिन वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताएं इसकी बड़ी वजह मानी जा रही हैं। अमेरिका और चीन के बीच चल रहा व्यापार युद्ध (Trade War) और टैरिफ विवाद अब भी सुर्खियों में है। इसके अलावा, डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क जैसे प्रभावशाली व्यक्तियों के बयान शेयर बाजारों में हलचल मचाते रहते हैं।

निवेशक इस अनिश्चितता को भांपते हुए शेयर बाजार में गिरावट का अंदेशा जता रहे हैं, जिसके चलते वे सुरक्षित निवेश के तौर पर Gold Rate की ओर रुख कर रहे हैं। वैश्विक मंदी की आशंका और केंद्रीय बैंकों की बढ़ती मांग भी सोने की कीमतों को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही है।

सोने का शानदार रिटर्न

पिछले कुछ सालों में Gold Rate ने निवेशकों को मोटा मुनाफा कमाने का मौका दिया है। 2022 के बाद से सोने में निवेशकों की दिलचस्पी तेजी से बढ़ी है। बीते 30 महीनों में Gold Rate ने 125% का शानदार रिटर्न दिया है। इस साल की बात करें तो सोने ने 34% तक का रिटर्न हासिल किया है, जबकि पिछले एक साल में यह आंकड़ा 50% तक पहुंच गया।

अगर पिछले दस सालों का रिकॉर्ड देखें, तो सोने ने 180% का रिटर्न दिया है। यह प्रदर्शन न केवल सोने की विश्वसनीयता को दर्शाता है, बल्कि इसे निवेश का एक आकर्षक विकल्प भी बनाता है।

कितना महंगा होगा सोना?

ब्रोकरेज हाउस गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि केंद्रीय बैंकों की बढ़ती मांग के चलते Gold Rate 2025 के अंत तक 3,700 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। अगर अमेरिका में मंदी की स्थिति बनती है, तो यह कीमत 3,880 डॉलर तक जा सकती है। सबसे खराब स्थिति में सोना 4,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है, यानी भारत में यह 1,38,000 रुपये प्रति दस ग्राम के आसपास हो सकता है।

जेपी मॉर्गन ने भी अपने अनुमान में कहा है कि साल के अंत तक सोना 4,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है। ये अनुमान वैश्विक व्यापार समझौतों और अमेरिकी टैरिफ नीतियों के प्रभाव को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं।

आज का सोने का भाव

11 जून 2025 को सोने की कीमत (Gold Rate) 97,337 रुपये प्रति दस ग्राम दर्ज की गई, जो 445 रुपये यानी 0.46% की बढ़त दर्शाता है। आज का लॉ प्वाइंट 97,005 रुपये और हाई प्वाइंट 97,395 रुपये रहा। बाजार खुलते समय सोना 97,249 रुपये पर था, जबकि कल यह 96,902 रुपये पर बंद हुआ था। यह आंकड़े दोपहर 2:01 बजे दर्ज किए गए। इस तेजी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि Gold Rate निवेशकों के लिए एक भरोसेमंद विकल्प बना हुआ है।