Home Loan vs SIP : बिना किसी ब्याज के होम लोन लेने का ये है तरीका, समझिए पूरा गणित

रिजर्व बैंक ने फरवरी मॉनेटरी पॉलिसी में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वॉइंट की बढ़ोतरी की है. इसके बाद रेपो रेट बढ़कर 6.50 फीसदी हो गया है. मई 2022 से यह 2.50 फीसदी बढ़ चुका है.
रेपो रेट बढ़ते ही अब आपके होमलोन की ईएमआई फिर बढ़ सकती है. हाल फिलहाल में ज्यादातर बैंकों ने लोन की ब्याज दरों में इजाफा किया है. 1 साल में कुछ बैंकों के होमलोन रेट 1.5 से 2 फीसदी बढ़ा दिए हैं. अलग अलग बैंकों के होम लोन की तुलना करें तो यह औसतन 9.50 फीसदी ब्याज दर पर मिल रहा है.
आज के दौर में मेट्रो शहरों में ज्यादातर सैलरीड क्लास लोन लेकर ही घर खरीदते हैं. मेट्रो शहरों में घर की कीमत देखें तो आम तौर पर लोन का अमाउंड 40 से 50 लाख रुपये हो जाता है.
अगर मौजूदा ब्याज दरों में आप लोन अमाउंट 20 साल के लिए लेते हैं तो आपको प्रिंसिपल अमाउंट पर उससे ज्यादा ब्याज देना पड़ जाता है. यानी घर की कीमत लोन की डबल पड़ जाती है. ऐसे में कुछ ऐसे निवेश के उपाय जरूरी हैं कि यह एक्स्ट्रा ब्याज का अमाउंट वसूल हो जाएं.
होमलोन: क्या कर सकते हैं उपाय
BPN फिनकैप के डायरेक्टर एके निगम का कहना है कि आज के दौरान में 40 से 50 लाख रुपये लोन लेकर घर खरीदना आम बात हो गई है. लेकिन लोन पर इतना भारी भरकम ब्याज चुकाए जाना सही तरीका नहीं है, इसे रिकवर करने के बारे में भी सोचना चाहिए. आज के दौर में म्यूचुअल फंड SIP एक बेहतर विकल्प है.
होम लोन की ईएमआई शुरू होते ही साथ में उतने ही टेन्योर के लिए SIP करनी चाहिए. SIP में कितनी रकम डालनी है, यह हर महीने होम लोन के लिए दिए जाने वाली किस्त के आधार पर तय करनी चाहिए.
होम लोन पर करें कैलकुलेशन
- कुल होम लोन: 40 लाख
- इंटरेस्ट रेट: 9.25%
- लोन की अवधि: 20 साल
- EMI: 36635 रुपये
- कुल ब्याज: 47,92,322
- लोन के बदले बैंक को कुल पेमेंट: 87,92,322 रुपये
SIP पर करें कैलकुलेशन
- SIP की रकम: EMI का 20% (करीब 7320 रुपये)
- निवेश की अवधि: 20 साल
- अनुमानित रिटर्न: 12% सालाना
- 20 साल बाद SIP की वैल्यू: 7320757 रुपये (73.2 लाख)
- कुल निवेश: 1758480 रुपये (17.58 लाख)
- ब्याज का फायदा: 55,62,277 रुपये
यानी EMI शुरू होते ही अगर आप एक महीने की किस्त का सिर्फ 25 फीसदी SIP शुरू करें तो 20 साल बाद बैंक लोन और उसके एवज में दिए जाने वाले कुल इंटरेस्ट से ज्यादा आपको मिल जाएंगे. ऊपर कैलकुलेशन में आपके द्वारा बैंक को दिए जाने वाला ब्याज करीब 48 लाख रुपये है. जबकि एसआईपी से आपको ब्याज का फायदा 55,62,277 रुपये हो रहा है.