अब भारत में ही बनाएगी यह कंपनी अपने लैपटॉप, सस्ते में मिलेंगे भारतीय बाज़ारों में
भारत में लैपटॉप आयात पर बैन लगाने पर इन कंपनियों ने एक बडा ऐलान कर दिया है, अब भारत ने घरेलू स्तर पर लैपटॉप बनाने की प्लानिंग बना ली है। इसके लिए सरकार की ओर से पीएलआई स्कीम का ऐलान किया गया है। आइये जानते है इसके बारे में विस्तार से।
नई दिल्ली, 30 अगस्त। केंद्र सरकार(Central government) की तरफ से लैपटॉप के आयात पर बैन लगाया जा रहा है। यह बैन 1 नवंबर से देशभर में प्रभावी हो जाएगा। एक्सपर्ट मान रहे हैं कि लैपटॉप आयात पर बैन लगाने से भारत में लैपटॉप की कीमत बढ़ सकती है। हालांकि ऐसा नहीं होने जा रहा है, क्योंकि घरेलू स्तर पर कई बड़े प्लेयर लैपटॉप की लोकल मैन्युफैक्चरिंग(local manufacturing) करने जा रहा हैं। इसमें सबसे पहला नाम फ्रेंच इलेक्ट्रॉनिक मेकर Thomson का नाम आता है। थॉमसन की ओर से लैपटॉप मार्केट में एंट्री करने की तैयारी है।
5 साल में 100 फीसद लैपटॉप प्रोडक्शन
SPPL के सीईओ अवनीत मारवाह की मानें, तो कंपनी जल्द ही लैपटॉप के प्रोडक्शन लाइन को शुरू करेगी। अवनीत का दावा है कि सरकार ने लैपटॉप के आयात को बैन करके काफी अच्छा कदम उठाया है। इससे अगले 5 साल में 100 फीसद लैपटॉप प्रोडक्शन भारत में शुरू हो सकता है।
सरकार ने क्यों लिया लैपटॉप बैन का फैसला
काउंटर प्वाइंट रिसर्च की जून 2023 की रिपोर्ट की मानें, तो लेनोवो, एचपी, ऐपल और एसर भारत के टॉप-5 पर्सनल कंप्यूटर ब्रांड हैं। भारत के कुल लैपटॉप और पीसी मार्केट में इन पांचों ब्रांड की हिस्सेदारी करीब 8 बिलियन डॉलर है। भारत के कुल लैपटॉप का 65 फीसद आयात होता है। यही वजह है कि भारत सरकार ने लैपटॉप के लोकली मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए लैपटॉप आयात को बैन किया है।
पीएलआई स्कीम
सरकार ने लैपटॉप और पीसी के लोकल मैन्युफैक्चरिंग के लिए पीएलआई स्कीम का ऐलान किया है। इस स्कीम के तहत कंपनियों के रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 30 अगस्त रखी गई है। सरकार पीसी और लैपटॉप के लोकल मैन्युफैक्चरिंग के लिए 17,000 करोड़ रुपये पीएलआई स्कीम का ऐलान किया है।
बड़े पैमाने पर पैदा होगा रोजगार
ऐसा माना जा रहा है कि Thomson का नया लैपटॉप काफी किफायती होगा। साथ ही इससे बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा होगा।