Property Update : नोएडा में खरीदना चाहते हैं फ्लैट तो पहले पढ़ लें ये खबर

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Property Update : नोएडा में खरीदना चाहते हैं फ्लैट तो पहले पढ़ लें ये खबर

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नोएडा में फ्लैट खरीदने वालों (Flat Buyers) को प्रोजेक्ट की पूरी जानकारी अथॉरिटी ऑनलाइन मुहैया करवाएगी। इसके लिए अथॉरिटी ग्रुप हाउसिंग के मंजूर सभी 116 प्रॉजेक्ट की डिटेल अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक करने जा रही है।

अब अथॉरिटी की साइट पर किसी भी प्रॉजेक्ट में नक्शा, स्वीकृत फ्लैट की संख्या, बिल्डर का बकाया, ऑक्युपेंसी व कंप्लीशन सर्टिफिकेट सहित कई जानकारियां देखी जा सकेंगी।

साथ ही रजिस्ट्री हो रही है या नहीं, यह भी आप देख सकेंगे। ऐसा होने पर बिल्डर प्रोजेक्ट को लेकर कोई भी झूठ नहीं बोल पाएगा। फ्लैट खरीद चुके लोगों को बिल्डर के दावों की हकीकत पता चलेगी। वहीं, जो खरीदने जाएंगे वह भी किसी झांसे में आने से बच जाएंगे। अथॉरिटी (Authority) का बायर्स के लिहाज से यह बड़ा फैसला माना जा रहा है।

डिटेल ऑनलाइन करने की तैयारियां हुईं शुरू

अथॉरिटी अधिकारियों ने बताया कि प्रॉजेक्ट की डिटेल ऑनलाइन करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। प्लानिंग विभाग से पास हुए नक्शे व फ्लैट की संख्या समेत अन्य जानकारी तैयार करवा ली गई है। वहीं, ग्रुप हाउसिंग (Group Housing) से रजिस्ट्री व बकाया की जानकारी जुटाई गई है।

अब इसे आईटी विभाग ऑनलाइन करने की शुरुआत करेगा। प्रॉजेक्ट जिनकी जानकारी ऑनलाइन होगी उनमें जेपी, आम्रपाली, यूनिटेक भी शामिल होंगे। किसी भी ग्रुप हाउसिंग प्रॉजेक्ट के आगे ये लिखा जाएगा कि काम चल रहा है या पूरा हो चुका है। यह भी बताया जाएगा कि नक्शा पास करवाने के बाद ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट के लिए बिल्डर ने आवेदन किया है या नहीं।

बिल्डरों को देनी होगी सही जानकारी

लगातार ऐसे प्रकरण सामने आ रहे हैं जिनमें बिल्डर ने जल्द रजिस्ट्री होगी का वादा कर फ्लैट बेच दिया। या फिर सामने कागजों में पूल और क्लब दिखाकर फ्लैट बेचा और मौके पर नक्शा कुछ और होता है। ग्रुप हाउसिंग प्रॉजेक्ट की सभी जानकारियां ऑनलाइन होने के बाद बिल्डर पक्ष किसी भी बायर्स को अंधेरे में नहीं रख पाएंगे। कई तैयार हो चुके प्रॉजेक्ट में बिल्डर के बकाए के कारण रजिस्ट्री नहीं हो रही हैं और बिल्डर इसकी जिम्मेदारी बायर्स के बीच अथॉरिटी पर डालते रहते हैं। ऐसा कर पाना भी आसान नहीं होगा।

बकाया जमा करने का बिल्डरों पर बढ़ेगा दबाव

ग्रुप हाउसिंग प्रॉजेक्ट की सभी जानकारियां ऑनलाइन होने पर डिमांड उसी प्रॉजेक्ट में फ्लैट की बढ़ेगी जहां रजिस्ट्री का रास्ता साफ होगा। उन प्रॉजेक्ट में बायर्स का रुझान कम होगा जिनमें बिल्डर का ज्यादा बकाया दिखेगा और रजिस्ट्री की संभावनाएं भी कम होंगी। ऐसी स्थिति में बिल्डरों पर अपना बकाया जमा करने का दबाव भी एक तरह से बढ़ जाएगा।

ग्रुप हाउसिंग प्रॉजेक्ट की मौजूदा स्थिति

  • पूरे हो चुके प्रॉजेक्ट- 47,
  • अथॉरिटी से स्वीकृत फ्लैट- ४०८०७
  • इनमें चल रहा है काम - 42,
  • अथॉरिटी से स्वीकृत फ्लैट- ६४१६९
  • अथॉरिटी से पास प्रॉजेक्ट लेकिन ओसी के लिए आवेदन नहीं किया गया- 09,
  • इनमें फ्लैट की संख्या- ८१६६
  • आम्रपाली प्रॉजेक्ट- 09, फ्लैट संख्या- १४७१५
  • यूनिटेक प्रॉजेक्ट- 05 , फ्लैट संख्या- ४६८१
  • जेपी प्रॉजेक्ट-01 , फ्लैट संख्या- ३४३४०
  • कुल फ्लैट संख्या- 166878

19 बिल्डरों ने जमा करवाई 231 करोड़ रुपये की धनराशि

ग्रुप हाउसिंग प्रॉजेक्ट में बिल्डरों के बकाये पर ब्याजदर को लेकर फैसला नवंबर में नोएडा-ग्रेनो अथॉरिटी के पक्ष में आया है। इसके बाद नोएडा अथॉरिटी ने बकाएदार बिल्डरों को नोटिस जारी किए हैं।

फैसला आने के बाद कई बिल्डर ग्रुप बकाया जमा करने को भी आगे आने लगे हैं। नोएडा अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार तक 19 बिल्डरों ने 231 करोड़ रुपये की बकाया धनराशि जमा करवाई है।

इसमें 100 करोड़ रुपये से ज्यादा धनराशि सेक्टर-115 के एक प्रॉजेक्ट में आई है जिसे दूसरा बिल्डर ग्रुप टेकओवर करने की तैयारी में है। ओमेक्स, गुलशन व कैपिटल बिल्डर की तरफ से भी रकम जमा करने की शुरुआत की गई है। अथॉरिटी के ग्रुप हाउसिंग विभाग के प्रभारी प्रसून द्विवेदी ने बताया कि बिल्डरों को बकाया जमा करवाने के लिए संपर्क किया जा रहा है। अथॉरिटी ने रि-शेड्यूलमेंट पॉलिसी भी लागू की हुई है उसकी जानकारी भी दी जा रही है।

प्लॉट आवंटन निरस्त करने को चिह्नित

अथॉरिटी अपना बकाया बिल्डरों से लेने के लिए कार्रवाई की भी तैयारी में है। ग्रुप हाउसिंग विभाग ऐसे प्लॉट को चिन्हित कर आवंटन निरस्त करने की तैयारी में है जिन पर आवंटन के बाद कोई निर्माण ही शुरू नहीं हुआ।

ऐसा एक प्लॉट करीब 8 हजार वर्ग मीटर का सेक्टर-93 में चिन्हित भी किए जाने की सूचना है। इसी तरह बकाएदारों के बैंक अकाउंट भी अटैच करवाने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए कानूनी मंथन शुरू हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि जो बिल्डर बकाया जमा करने को तैयार नहीं होंगे उनके गैर बिके फ्लैट भी सील करवाए जाएंगे।