FD पर लोन लेना सही या गलत, जानिए एक्सपर्ट की सलाह

कई बार ऐसा होता है कि हमें जल्द से जल्द पैसों की आवश्यकता होती है, लेकिन हम इसे बहुत अधिक ब्याज दर पर उधार नहीं लेना चाहते हैं. ऐसी जरूरतें शार्ट-टर्म की मांगों को पूरा करने के लिए आती हैं. फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) पर लोन एक प्रकार का ऐसा लोन है जो भारत में बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा दिया जाता है.
इसमें व्यक्ति अपने फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट के बदले लोन ले सकते हैं. लोन अमाउंट आम तौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट खाते के मूल्य का एक फीसदी होती है. आइये भारत में फिक्स्ड डिपॉजिट पर लोन के बारे में कुछ प्रमुख विशेषताएं यहां जानते हैं.
लोन अमाउंट
बैंकों द्वारा एफडी के बदले दी जाने वाली कर्ज आम तौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट के मूल्य के 70 फीसदी से 90 फीसदी तक होती है. Bankbazaar.com के सीईओ आदिल शेट्टी कहते हैं कि चूंकि फिक्स्ड डिपाजिट के खिलाफ लिए गए कर्ज सुरक्षित है, इसलिए इसमें लोन मिलने में भी आसानी होती है. बैंक के पास फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में पहले से ही कॉलेटरल है, इसलिए व्यापक दस्तावेज या वेरिफिकेशन की कोई आवश्यकता नहीं होती है.
ब्याज दर
एफडी के एवज में लिए गए कर्ज पर दिए जाने वाली ब्याज दर आम तौर पर पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड लोन जैसे अन्य लोन की तुलना में 1 से 2 फीसदी कम होती है.
टेन्योर
कर्ज की अवधि आम तौर पर फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि से कम होती है. यह बैंक और लोन के नियमों और शर्तों के आधार पर 7 दिन से लेकर 5 वर्ष तक हो सकता है.
योग्यता
FD पर लोन लेने के लिए पात्रता मानदंड अलग-अलग बैंकों में अलग-अलग हो सकते हैं. आम तौर पर, व्यक्ति को भारत का निवासी होना चाहिए और बैंक के पास फिक्स्ड डिपोजिट होना चाहिए.
डॉक्यूमेंटशन
FD पर लोन लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज बहुत कम हैं. व्यक्ति को फिक्स्ड डिपॉजिट रसीद, पहचान और पता प्रमाण पत्र आदि जमा करने की आवश्यकता होती है.
री-पेमेंट
एफडी के खिलाफ कर्ज का पुनर्भुगतान आम तौर पर ईएमआई (समान मासिक किश्तों) में किया जाता है. ईएमआई राशि की कैलकुलेशन लोन अमाउंट, ब्याज दर और कर्ज की अवधि के आधार पर की जाती है.
प्रीपेमेंट
एफडी के एवज में लोन के प्रीपेमेंट पर पेनाल्टी शुल्क लग सकता है. जुर्माना शुल्क बैंक से बैंक में भिन्न हो सकता है.
लोन डिसबर्समेंट
लोन अमाउंट आम तौर पर स्वीकृत होने के कुछ दिनों के भीतर मिल जाती है.
एफडी पर प्रभाव
जहां FD पर ब्याज मिलता रहता है, वहीं एफडी पर दिए गए लोन पर ब्याज लगेगा. एफडी पर अर्जित ब्याज, कर्ज पर दी जाने वाली ब्याज दर से कम होगा. फिक्स्ड डिपॉजिट पर लोन उन लोगों के लिए एक सुविधाजनक विकल्प है, जिन्हें फंड की तत्काल आवश्यकता है और जिनके पास फिक्स्ड डिपॉजिट खाता है. ब्याज दरें आम तौर पर अन्य ऋणों की तुलना में कम होती हैं, और आवश्यक दस्तावेज न्यूनतम होते हैं.