Tata की फेमस कारों की बिक्री में आयी क़रीब 75% तक की गिरावट

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Tata की फेमस कारों की बिक्री में आयी क़रीब 75% तक की गिरावट

टाटा की गाड़ियों को लोग काफी पसंद करते हैं और इसी को देखते हुए टाटा ने अपनी इस फेमस कार के दाम 75% तक बढ़ा दिए हैं, क्या है इसका कारण, आइये जानते हैं

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टाटा की गाड़ियों को लोग काफी पसंद करते हैं और इसी को देखते हुए टाटा ने अपनी इस फेमस कार के दाम 75% तक बढ़ा दिए हैं, क्या है इसका कारण, आइये जानते हैं 


New Delhi : बीते सात-आठ वर्षों में टाटा मोटर्स ने भारतीय कार बाजार में अच्छी पकड़ बनाई है. दरअसल, इस अवधि में टाटा मोटर्स ने खुद को पूरी तरह बदल लिया है. वह पैसेंजर्स कार बाजार में बेहद आक्रामक तरीके से आगे बढ़ रही है. इसी क्रम में उसने भारतीय ग्राहकों की जरूरत के हिसाब से एक से बढ़कर एक गाड़ियां लॉन्च की है. उसने सेप्टी के साथ-साथ कीमत को प्रतियोगी रखने पर जोर दिया. यही कारण है कि वह बाजार में स्थापित कार कंपनियों मारुति सुजुकी और हुंडई मोटर्स को जबर्दस्त टक्कर दे रही है. पिछले दिनों तो टाटा मोटर्स ने कुल बिक्री के मामले में हुंडई को पछाड़कर दूसरे नंबर की कंपनी भी बन गई थी. आज हुंडई और टाटा के बीच दूसरे नंबर के लिए जबर्दस्त टक्कर चल रहा है.

खैर, हम आज कंपनी नहीं बल्कि इसके एक सबसे लोकप्रिय प्रोडक्ट की बात कर रहे हैं. इस गाड़ी को टाटा ने बड़े धूमधाम से लॉन्च किया था. इसने एंट्री लेवल हैचबैक सेग्मेंट की तस्वीर बदल दी थी. किसी को भरोसा नहीं हो रहा था कि तीन सिलेंडर का 1200cc इंजन क्षमता और 5 स्टार एनकैप सेफ्टी रेटिंग वाली कोई ग्रैंड आई10 जैसी गाड़ी मात्र 3.20 लाख रुपये के एक्स शो रूम में बाजार में आ सकती है. लेकिन, टाटा ने यह कर दिखाया. दरअसल, हम बात कर रहे हैं टाटा की एक सबसे लोकप्रिय हैचबैक कार टाटा टियागो की. इसे कंपनी ने अप्रैल 2016 में लॉन्च किया था.

75 फीसदी बढ़ गए दाम
उस वक्त शुरुआती मॉडल की एक्स शो रूम कीमत मात्र 320 लाख रुपये थी. आज इसी गाड़ी के बेस मॉडल की एक्सशो रूम कीमत 5.60 लाख रुपये हो गई है. यानी बेस मॉडल के एक्स शो रूम कीमत में 2.40 लाख रुपये की बढ़ोतरी हुई है. यानी मात्र सात साल में इस गाड़ी के दाम में कुल 75 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. एक रिपोर्ट के मुताबिक जून 2023 तक यानी लॉन्चिंग के कुल 86 महीनों के भीतर इस कार की कुल पांच लाख से अधिक यूनिट्स बिक चुकी है. इस समय का औसत निकाला जाए तो हर माह टियागो की करीब 6 हजार यूनिट्स की बिक्री हुई. बीते छह माह में इसकी 42,225 यूनिट्स की बिकी है. यानी हर माह औसतन 7,037 यूनिट्स की बिक्री हुई.

10 साल में मात्र 33% बढ़ी कीमत
दूसरी तरफ ग्रैंड आई10 है. इस कार को हुंडई ने सितंबर 2013 में लांच किया था. उस वक्त इसके बेस मॉडल यानी गैंड आई10 इरा की एक्स शो रूम कीमत 4.29 लाख रुपये थी. इसमें भी 1200 सीसी का चार सिलेंडर पेट्रोल इंजन है. फिर कंपनी इसी गाड़ी को 2019 में ग्रैंड आई10 नियॉस ब्रांड के रूप में रिलॉन्च किया. इसकी लॉन्चिंग एक्स शो रूम कीमत 4.99 लाख रुपये थी. आज i10 के बेस मॉडल की एक्स शो रूम कीमत 5.73 लाख रुपये हैं. यानी पूरे 10 साल में इस कार की कीमत 1.44 लाख रुपये की बढ़ोतरी हुई. प्रतिशत में देखें तो यह केवल 33 फीसदी बैठता है. जहां तक बिक्री की बात है तो बीते छह माह यानी फरवरी से जुलाई 2023 के बीच इसकी कुल 4321 यूनिट्स की बिक्री हुई है. औसत बिक्री 7303 यूनिट्स की रही. वर्ष 2015-16 में इसकी 1.26 लाख यूनिट्स की बिक्री हुई थी. वर्ष 2014 में इसे इंडियन ईयर ऑफ द कार का अवार्ड मिला. नवंबर 2015 में इस गाड़ी की एक महीने में कुल बिक्री करीब 13 हजार यूनिट्स की थी.

कहने का मतलब है कि टाटा मोटर्स कार से सफल होने के साथ ही ग्राहकों से उसकी कीमत वसूलने लगी. उसने करीब सात साल में टियागो की कीमत 75 फीसदी बढ़ा दी. वहीं हुडंई टियागो से मुकाबले को तैयार नहीं थी. उसकी एक सफल कार धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगी. उसकी बिक्री गिरने लगी. फिर उसने उसे रिलॉन्च भी किया और कीमत में भी मामूली बढोतरी की. करीब 10 साल में वह केवल 33 फीसदी कीमत बढ़ा पाई. दूसरी तरह कीमत बढ़ने के बावजूद टाटा के प्रति ग्राहकों का आकर्षण जारी रहा. इससे कहीं न कहीं ग्रैंड आई10 नियॉस की सेल प्रभावित हुई.