बेटी के जन्म पर सरकार दे रही 1 लाख रुपये! जानिए कैसे मिलेगा यह पैसा, योजना के नाम से ही दिल खुश कर देंगे
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भारत सरकार ने बेटियों के भविष्य को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें से एक योजना है लाडो योजना, जो राजस्थान के 5 जिलों में बेटी के जन्म पर 1 लाख रुपये देती है। यह राशि सीधे बेटी के बैंक खाते में जमा की जाती है, जो उसके शिक्षा या विवाह के लिए उपयोगी होती है। इस योजना के तहत बेटी के जन्म पर 2500 रुपये और 21 साल की उम्र तक 7 किस्तों में कुल 1 लाख रुपये दिए जाते हैं।
लाडो योजना की विशेषताएं
इस योजना का मुख्य उद्देश्य बेटियों के जन्म दर को बढ़ावा देना और उनके सामाजिक-आर्थिक उत्थान को सुनिश्चित करना है। राजस्थान सरकार ने इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया है, जो बाद में पूरे राज्य में लागू की जाएगी। योजना के तहत बेटी के जन्म पर 2500 रुपये दिए जाते हैं, और हर साल उसके नाम पर 1000 रुपये जमा किए जाते हैं। यह प्रक्रिया तब तक जारी रहती है जब तक बेटी 21 साल की नहीं हो जाती।
सुकन्या समृद्धि योजना का जादू
केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना भी बेटियों के लिए एक वरदान है। इस योजना में बेटी के नाम पर खाता खोलकर हर साल 1.5 लाख रुपये तक जमा किया जा सकता है। यह राशि 8.2% के चक्रवृद्धि ब्याज के साथ बढ़ती है और बेटी के 21 साल होने पर पूरी राशि निकाली जा सकती है। इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें आयकर अधिनियम के तहत कर छूट भी मिलती है।
लाड़ली बेटी योजना का प्रभाव
जम्मू-कश्मीर और दिल्ली में लाड़ली बेटी योजना काफी प्रभावी साबित हुई है। इस योजना के तहत सरकार हर महीने 1000 रुपये बेटी के नाम पर बैंक में जमा करती है, जो 14 साल तक जारी रहता है। 21 साल की उम्र तक यह राशि 6 लाख रुपये तक पहुंच जाती है। यह पैसा बेटी की शिक्षा या शादी के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। दिल्ली में इस योजना के तहत कक्षा 1, 6, 9 और 12 में प्रवेश के समय भी विशेष सहायता दी जाती है।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश
केंद्र सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना ने समाज में बेटियों के प्रति दृष्टिकोण को बदलने में मदद की है। इस योजना के तहत लड़कियों को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित किया जाता है और उनके स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच बढ़ाई जाती है। हालांकि यह योजना सीधे कैश ट्रांसफर नहीं देती, लेकिन यह समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक बदलाव लाने में सफल रही है।
योजनाओं के लिए पात्रता और आवेदन
इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए बेटी का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है। सुकन्या समृद्धि योजना में बेटी की आयु 10 साल से कम होनी चाहिए, जबकि लाड़ली बेटी योजना में उसका जन्म 1 अप्रैल 2015 के बाद होना चाहिए। आवेदन के लिए बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का आधार कार्ड और बैंक खाता विवरण आवश्यक है।