555 दिन की FD पर ये बैंक दे रहा जबरदस्त रिटर्न, न चुकें निवेश करने से

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. Business

555 दिन की FD पर ये बैंक दे रहा जबरदस्त रिटर्न, न चुकें निवेश करने से

pic


पब्लिक सेक्टर के बैंक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (Central Bank Of India) ने अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम (Fixed Deposits) को आकर्षक बनाने के लिए ब्याज दरों में इजाफा किया है. बैंक ने दो करोड़ रुपये से कम की फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में इजाफा किया है.

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया सात दिनों से 10 वर्षों में मैच्योर होने वाली FD पर 4 फीसदी से लेकर 6.25 फीसदी तक का ब्याज ऑफर कर रहा है. वहीं, वरिष्ठ नागरिकों को इसी अवधि की FD पर 4.50 फीसदी से लेकर 6.75 फीसदी तक का ब्याज दे रहा है.

एक साल की FD पर ब्याज

एक वर्ष से अधिक और दो वर्ष से कम की अवधि की FD पर बैंक आम लोगों को 6.75 फीसदी और वरिष्ठ नागरिकों को 7.25 फीसदी की अधिकतम ब्याज दर ऑफर कर रहा है. बैंक सात से 14 दिनों में मैच्योर होने वाली FD पर 4 फीसदी की दर से ब्याज की पेशकश कर रहा है. 15 से 45 दिनों में मैच्योर होने वाली FD पर 4.50 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा. 91-179 दिनों की FD पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया पांच फीसदी की दर से ब्याज देने का वादा कर रहा है.

10 साल की FD पर कितना ब्याज?

180 से 364 दिनों में मैच्योर होने वाली डिपॉजिट पर बैंक 5.50 फीसदी की दर से ब्याज देगा. दो वर्ष से अधिक और तीन वर्ष से कम की FD पर बैंक 6.50 फीसदी की ब्याज दर की पेशकश कर रहा है. 3 वर्ष से 10 वर्ष में मैच्योर होने वाली डिपॉजिट पर बैंक 6.25 फीसदी की दर से ब्याज देने का वादा कर रहा है. इसके अलावा प्रोत्साहन के रूप में 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों की गई जमा राशि पर 0.50 फीसदी का अतिरिक्त ब्याज प्रति वर्ष मिलेगा.

555 दिनों की स्पेशल FD

सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया 444, 555 और 999 दिनों की स्पेशल फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम भी चलाता है. ये स्कीम्स कॉलेबल और नॉन-कॉलेबल ऑप्शन के साथ उपलब्ध हैं. 555 दिनों की डिपॉजिट पर सात फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा और 999 दिनों की जमा पर 6.50 फीसदी की दर से ब्याज बैंक ऑफर कर रहा है. जबकि वरिष्ठ नागरिकों को क्रमश: 7.50 फीसदी और 7.00 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा.

रेपो रेट में हुआ है इजाफा

भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है. इस वजह से लोन महंगे हो गए हैं. हालांकि, देश के प्राइवेट और पब्लिक सेक्टर के बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं. देश के प्राइवेट और सरकारी बैंक FD पर ब्याज दरों को बढ़ाकर इसे और आकर्षक बनाने की कोशिश में जुटे हैं.