Home Loan की जगह यूज करें 2 इन 1 का ये फाॅर्मूला, प्रॉपर्टी पर होगी लाखों की बचत
नई दिल्ली: अपना घर सबका सपना होता है। मगर घर खरीदने के लिए काफी पैसा चाहिए। इसलिए अकसर लोग होम लोन (Home Loan) का विकल्प चुनते हैं। पर क्या आपने कभी सोचा है कि होम लोन के मुकाबले में एक और ऑप्शन है, जो आपको घर खरीदने में मदद कर सकता है। ये ऑप्शन म्यूचुअल फंड एसआईपी (Mutual Fund SIP) है।
यदि आप एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करें तो कुछ सालों में बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। आगे जानिए होम लोन और म्यूचुअल फंड एसआईपी में कौन सा ऑप्शन बेहतर हो सकता है।
इतना होगा शुरुआती खर्च
दिल्ली-एनसीआर में एक ठीक-ठाक 2BHK फ्लैट आपको 40 लाख रुपये तक में मिलेगा। यानी होम लोन पर डाउन पेमेंट 15 प्रतिशत के लिहाज से 6 लाख रुपये बनेगी।
रजिस्ट्री और हाउस फिनिशिंग पर खर्च समेत ये राशि 10 लाख रुपये हो जाएगी। यानी एक नॉर्मल घर खरीदने के लिए आपको 10 लाख रु चाहिए। बाकी 30 लाख का लोन लेना होगा।
समझिए होम लोन की कैलकुलेशन
30 लाख का लोन अगर 20 साल के लिए लिया जाए तो 9 फीसदी सालाना ब्याज दर पर ईएमआई बनेगी 27,000 रु। कैलकुलेटर के अनुसार आप ब्याज के रूप में 34.78 लाख रु का भुगतान करेंगे।
यानी 40 लाख रु की प्रॉपर्टी आपको 74.78 लाख रु में पड़ेगी, जिसमें डाउन पेमेंट समेत 10 लाख रु का शुरुआती खर्च, 30 लाख रु का लोन और 34.78 लाख रु का ब्याज (9 फीसदी रेट पर) शामिल है।
म्यूचुअल फंड एसआईपी कैलकुलेशन
जो 27000 रु आप ईएमआई में भरते, इसके दो हिस्से कीजिए। पहला 12-14 हजार रु (मैजिक ब्रिक के अनुसार नोएडा में इतने किराए पर 2 बीएचके फ्लैट मिल सकता है) का नोएडा में फ्लैट किराए पर लीजिए, जबकि बाकी पैसे की एसआईपी भरिए।
अगर आप हर महीने 13000 रु की एसआईपी कराते हैं तो 12 फीसदी अनुमानित रिटर्न के हिसाब से सिर्फ 10 साल में आप 30.20 लाख रु का फंड तैयार कर लेंगे, जिसमें 15.59 लाख रु निवेश के और 14.60 लाख रु रिटर्न के होंगे।
12 फीसदी रिटर्न पूरी तरह अनुमानित है, जो कम भी रह सकता है और ज्यादा भी। मगर लॉन्ग टर्म में म्यूचुअल फंड स्कीम से औसतन 12 फीसदी सालाना रिटर्न मिलने की उम्मीद रहती है।
लाखों का अंतर
कहां आप होम लोन में 20 साल में 30 लाख रु मूल राशि चुकाएंगे और ब्याज रहेगा सो अलग, जबकि म्यूचुअल फंड में आपको 10 साल में ही 30 लाख रु मिल जाएंगे। यानी आपको लाखों का फायदा होगा।