₹100 और ₹200 के नोट बंद होंगे? RBI का नया आदेश सुनकर रह जाएंगे हैरान

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₹100 और ₹200 के नोट बंद होंगे? RBI का नया आदेश सुनकर रह जाएंगे हैरान

Rs 200 Note

Photo Credit: Social media


भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने आम लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक अहम कदम उठाया है, जिससे ATM से नकदी निकालना अब पहले से कहीं ज्यादा आसान और सुविधाजनक होने वाला है। अब हर ATM में ₹100 या ₹200 के छोटे नोटों की उपलब्धता सुनिश्चित करने का आदेश जारी किया गया है। यह निर्णय खासकर उन लोगों के लिए वरदान साबित होगा, जो रोजमर्रा के छोटे-मोटे लेन-देन के लिए छोटे नोटों पर निर्भर हैं। आइए, इस नए नियम और इसके फायदों को विस्तार से समझते हैं।

छोटे नोटों की अनिवार्यता: RBI का मास्टरस्ट्रोक

RBI ने देश भर के बैंकों और व्हाइट लेबल ATM ऑपरेटरों को निर्देश दिया है कि वे अपने ATM में कम से कम एक कैसेट में ₹100 या ₹200 के नोट जरूर रखें। मार्च 2025 के आंकड़ों के अनुसार, भारत में लगभग 2.20 लाख बैंक ATM और 36 हजार व्हाइट लेबल ATM मौजूद हैं। इनमें से प्रत्येक ATM में चार कैसेट होते हैं, और अब इनमें से एक कैसेट में छोटे मूल्य के नोट रखना अनिवार्य होगा। पहले, ज्यादातर ATM से ₹500 या ₹2000 के बड़े नोट ही मिलते थे, जिससे छोटे लेन-देन के लिए लोगों को परेशानी होती थी। इस नए नियम से छोटे नोटों की कमी की समस्या काफी हद तक खत्म हो जाएगी।

कब तक लागू होगा यह नियम?

RBI ने इस नियम को लागू करने के लिए स्पष्ट समयसीमा तय की है। 30 सितंबर 2025 तक देश के 75% ATM में यह व्यवस्था लागू हो जानी चाहिए। इसके बाद, 31 मार्च 2026 तक 90% ATM में ₹100 या ₹200 के नोटों की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी। इस दौरान ₹500 के नोट भी ATM में उपलब्ध रहेंगे, ताकि नोटों की विविधता बनी रहे और लोगों को किसी तरह की असुविधा न हो। यह कदम न केवल नकद लेन-देन को आसान बनाएगा, बल्कि ग्रामीण और उन क्षेत्रों में भी मददगार होगा, जहां डिजिटल पेमेंट सिस्टम अभी पूरी तरह विकसित नहीं हुआ है।

आम जनता को क्या मिलेगा फायदा?

यह नया नियम छोटे व्यापारियों, दैनिक वेतन भोगियों और ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी होगा। छोटे नोटों की उपलब्धता से बाजार में खरीदारी, किराए का भुगतान, या छोटे-मोटे खर्चों के लिए नकदी की जरूरत आसानी से पूरी हो सकेगी। बैंकिंग विशेषज्ञों का कहना है कि इस कदम से नकद लेन-देन की प्रक्रिया तेज और सरल होगी। इसके अलावा, लोगों को छोटे नोटों के लिए दुकानों या बैंकों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे, जिससे समय और मेहनत दोनों की बचत होगी।

डिजिटल भारत में नकदी की भूमिका

हालांकि भारत तेजी से डिजिटल पेमेंट की ओर बढ़ रहा है, फिर भी नकदी का महत्व आज भी बरकरार है। खासकर छोटे शहरों, कस्बों और ग्रामीण इलाकों में, जहां UPI या कार्ड पेमेंट की सुविधा सीमित है, नकद लेन-देन ही प्रमुख है। RBI का यह फैसला नकदी पर निर्भर लोगों के लिए एक बड़ा समर्थन है। साथ ही, यह कदम डिजिटल और नकद अर्थव्यवस्था के बीच एक संतुलन बनाए रखने की दिशा में भी महत्वपूर्ण है।