उपराज्यपाल ने कनॉट प्लेस में पुराने पेड़ों की बढ़ी और मृत शाखाओं की वैज्ञानिक छंटाई का आभियान शुरू किया

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. Delhi

उपराज्यपाल ने कनॉट प्लेस में पुराने पेड़ों की बढ़ी और मृत शाखाओं की वैज्ञानिक छंटाई का आभियान शुरू किया


उपराज्यपाल ने कनॉट प्लेस में पुराने पेड़ों की बढ़ी और मृत शाखाओं की वैज्ञानिक छंटाई का आभियान शुरू किया


उपराज्यपाल ने कनॉट प्लेस में पुराने पेड़ों की बढ़ी और मृत शाखाओं की वैज्ञानिक छंटाई का आभियान शुरू किया


नई दिल्ली, 24 जून (हि.स.)। दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने तड़के कनॉट प्लेस में पुराने पेड़ों की बढ़ी हुई और मृत शाखाओं की वैज्ञानिक छंटाई का अभियान शुरू किया। इस अवसर पर नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय और पालिका परिषद सचिव सहित अन्य भी उपस्थित थे।

उपराज्यपाल ने उपस्थित अधिकारियों को पूरे एनडीएमसी क्षेत्र में तीन सप्ताह के भीतर पेड़ों की छंटाई के कार्य को पूरा करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि यह कार्य सुबह 4.00 बजे से सुबह 8.00 बजे के बीच किया जाए ताकि लोगों को असुविधा न हो और यातायात बाधित न हो।

एनडीएमसी के अधिकारियों द्वारा विशेष एसपीपीएम मशीन की मदद से किए गए प्रूनिंग कार्यों का अवलोकन करते हुए, सक्सेना ने व्यक्तिगत रूप से उनकी देखरेख की और कहा कि इस तरह के कार्य से न केवल पेड़ों को भारी तूफान और चक्रवाती हवाओं का सामना करने में मदद करते हैं, बल्कि उन्हें एक समान रूप प्रदान करने के अलावा उनके स्वास्थ्य को भी बढ़ावा मिलेगा , जो शहर की सुंदरता में और इजाफा करेगा।

कनॉट प्लेस में राहगीरों दर्शकों और सुबह-सुबह घूमने वालों को सुखद आश्चर्य हुआ, उन्होंने कहा कि इस तरह की छंटाई की बहुत जरूरत थी क्योंकि हाल ही में आए तूफान के बाद भी पेड़ों पर फंसी शाखाएं लगातार गिर रही थीं और पैदल चलने वालों, दुकानदारों और आगंतुकों के लिए खतरा पैदा कर रही थीं। उनमें से कई ने कहा कि वे पहली बार ऐसी छंटाई होते देख रहे थे।

पेड़ों की वैज्ञानिक छंटाई के महत्व पर जोर देते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि पेड़ों के जीवन काल को बढ़ाने के अलावा, यह पेड़ों के सौंदर्य पहलू में भी सुधार करेगा। उन्होंने आगे कहा कि पेड़ों की छंटाई से न केवल सड़कों पर उजाला होने में सुधार आएगा, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा और बाधा मुक्त यातायात सुनिश्चित करने के लिए अंधेरे रास्ते भी खत्म होंगे।

उन्होंने अधिकारियों को समय पर काम पूरा करने के लिए आवश्यक संख्या में एसपीएमएम मशीनों की खरीद करने का निर्देश दिया। यह रेखांकित करते हुए कि एनडीएमसी की अपनी मशीनें भी होनी चाहिए न कि यह कार्य केवल संविदात्मक आउटसोर्सिंग पर निर्भर हो।

हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी