देश में कोरोना का आंकड़ा दस हजार से नीचे

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देश में कोरोना का आंकड़ा दस हजार से नीचे

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नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण नियंत्रण की स्थिति में है और पिछले दो दिन से दैनिक मामले दस हजार से नीचे आ रहे हैं। हालांकि मामूली तौर पर हर दिन उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है, लेकिन कोरोना का ग्राफ नीचे की तरफ जा रहा है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9,283 मामले दर्ज किये गये, जबकि इस दौरान 437 लोगों की मौत हुई है। वहीं देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या में रिकॉर्ड गिरावट आई है। देश में पिछले एक दिन में 2,103 सक्रीय मरीजों की कमी के बाद अब सक्रिय मामलों की संख्या 1,11,481 रह गई है, जो पिछले 537 दिन में सबसे कम है। वहीं इस दौरान 10,949 लोगों ने कोरोना को मात देकर जंग जीती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कोरोना संक्रमण के दैनिक मामले लगातार 47वें दिन 20 हजार से कम हैं। राहत की बात है कि कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.32 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। जबकि कोरोना से स्वस्थ होने वाले मरीजों की दर 98.33 प्रतिशत दर्ज की गई है।
टीकाकरण 118 करोड़ के पार
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि देश में कोविड-रोधी टीके की दी गई खुराक की संख्या मंगलवार को 118 करोड़ को पार कर गई। मंत्रालय ने कहा कि मंगलवार को शाम सात बजे तक टीके की 68 लाख से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं। मंत्रालय ने कहा कि देर रात तक अंतिम रिपोर्ट के संकलन के साथ दैनिक टीकाकरण का आंकड़ा बढऩे की उम्मीद है।
तीसरी लहर की संभावना क्षीण: गुलेरिया
देश में कोरोना में लगातार गिरावट के बाद एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया का मानना है कि शायद अब देश में कोरोना की तीसरी लहर नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि इस बात की आशंका बहुत कम है कि देश में पहली और दूसरी की तरह कोरोना की तीसरी लहर आएगी। यही नहीं उन्होंने कहा कि जिस तरह से केसों में गिरावट देखने को मिल रही है, उससे साफ है कि वैक्सीन से लोगों की रक्षा हो रही है और फिलहाल कोरोना की बूस्टर डोज की जरूरत नहीं है। आईसीएमआर के निदेशक डॉ. बलराम भार्गव की पुस्तक गोइंग वायरल: मेकिंग ऑफ कोवैक्सीन-द इनसाइड स्टोरी की लॉन्चिंग के मौके पर उन्होंने यह बात कही। डॉ. गुलेरिया ने कहा कि जिस तरह से वैक्सीन के प्रभाव के चलते संक्रमण की रफ्तार थमी और अस्पतालों पर दबाव कम हुआ है, उससे हर दिन तीसरी लहर आने का डर खत्म हो रहा है।