मैथमेटिक्स गुरु फेम आरके श्रीवास्तव यानी गणित का दीवाना, 10 से भी ज्यादा तरीकों से बना सकते है 1 सवाल

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मैथमेटिक्स गुरु फेम आरके श्रीवास्तव यानी गणित का दीवाना, 10 से भी ज्यादा तरीकों से बना सकते है 1 सवाल

मैथमेटिक्स गुरु फेम आरके श्रीवास्तव यानी गणित का दीवाना, 10 से भी ज्यादा तरीकों से बना सकते है 1 सवाल


वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर मैथमेटिक्स गुरु फेम आरके श्रीवास्तव मशहूर है कि वे एक सवाल को 10 से भी ज्यादा तरीकों से बना सकते है।इसी खासियत ने उन्हें मैथमेटिक्स गुरु का दर्जा दिला दिया।

श्रीवास्तव के गणित के प्रति प्रेम और नाईट क्लासेज के रूप में लगातार 12 घण्टे 450 क्लास से अधिक बार जादुई तरीके से गणित पढाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने हेतु इन्हें सम्मानित किया गया। आरके श्रीवास्तव का बचपन काफी गरीबी से गुजरा।उनके पास अपने शौक पूरा करने के पैसे नहीं थे। श्रीवास्तव अपने शैक्षणिक तरीको से स्टूडेंट्स में काफी लोकप्रिय है।चाहे वह नाईट क्लास के रूप में लगातार 12 घण्टे गणित का गुर सीखना हो या वे इस बात से भी काफी लोकप्रिय है कि 10 से भी ज्यादा तरीकों से 1 सवाल को बना सकते है। इसी खासियत ने उन्हें आज देश मे मैथमेटिक्स गुरु का दर्जा दिला दिया।

आरके श्रीवास्तव का बचपन अन्य बच्चों जैसा सामान्य नही रहा। बचपन मे 5 साल की उम्र में पिता के गुजरने और बड़े होने पर एकलौते बड़े भाई के गुजरने के बाद परिवार को काफी संघर्षो का दिन भी देखना पड़ा। आरके श्रीवास्तव की शुरुआती पढ़ाई ग्रामीण परिवेश के सरकारी विद्यालयों से हुया। शुरू में श्रीवास्तव का रुचि बिल्कुल गणित के प्रति नही रहा। पर आगे जाकर प्राइमरी परीक्षा में पहला स्थान प्राप्त किया। आगे की पढ़ाई के लिए पहली बार उच्च माध्मिक स्कूल में गये यहीं से गणित की पढ़ाई की शुरुआत हुई।

प्रश्न पूछने का शौक

आरके श्रीवास्तव को बचपन से ही प्रश्न पूछने का शौक रहा। और वे कभी कभी ऐसा प्रश्न पूछते कि शिक्षकों के दिमाग चकरा जाते। दरअसल, किसी सवाल को जानने की उनमें बहुत जिज्ञासा हमेशा से रहा।

आपको बताते चले कि यह भी मशहूर है कि अपने क्लास में पढ़ाई करने के दौरान अपने सीनियर को गणित भी पढ़ाया करते । सिर्फ वर्ग 12 से पहले हीें लोनी द्वारा कृत प्रसिद्द ट्रिग्नोमेट्री और कोआर्डिनेट ज्योमेट्री के प्रश्नों को हल कर दिया । 

गणित में करते टॉप, बाकी विषयों में आते कम नम्बर

बचपन से ही आरके श्रीवास्तव गणित इतना अधिक पढ़ाई करते  कि अन्य विषयों पर थोड़ा-सा भी ध्यान नहीं दे पाते । इसका नतीजा एक बार ऐसा हुआ कि 10वी की परीक्षा में गणित में तो टॉप कर लिया जबकि अन्य सभी विषयों में बहुत कम अंक आये।  श्रीवास्तव के जीवन के कुछ साल बहुत संघर्ष भरा रहा।  बड़े भाई के गुजरने के बाद श्रीवास्तव पर अपने पढ़ाई के अलावा तीन भतीजियों की शादी और भतीजे को पढ़ाना  सहित पूरे परिवार की जिमेद्दारी आ गया। परन्तु श्रीवास्तव ने अपने जीवन मे कभी हार नही माना और अपने कड़ी मेहनत ,उच्ची सोच,  पक्का इरादा के साथ आज मैथमेटिक्स गुरु के नाम से मशहूर है।

एक रुपया में पढ़ाते हैं आरके श्रीवास्तव

बिहार के रोहतास जिले के रहने वाले आरके श्रीवास्तव देश में मैथेमैटिक्स गुरु के नाम से मशहूर हैं। खेल-खेल में जादुई तरीके से गणित पढ़ाने का उनका तरीका लाजवाब है। कबाड़ की जुगाड़ से प्रैक्टिकल कर गणित सिखाते हैं। सिर्फ 1 रुपया गुरु दक्षिणा लेकर स्टूडेंट्स को पढ़ाते हैं। आर्थिक रूप से सैकड़ों गरीब स्टूडेंट्स को आईआईटी, एनआईटी, बीसीईसीई सहित देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में पहुँचाकर उनके सपने को पंख लगा चुके हैं। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्डस और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी आरके श्रीवास्तव का नाम दर्ज है। आरके श्रीवास्तव के शैक्षणिक कार्यशैली की प्रशंसा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी कर चुके हैं। इनके द्वारा चलाया जा रहा नाइट क्लासेज अभियान अद्भुत, अकल्पनीय है। स्टूडेंट्स को सेल्फ स्टडी के प्रति जागरूक करने लिये 450 क्लास से अधिक बार पूरी रात लगातार 12 घंटे गणित पढ़ा चुके हैं। इनकी शैक्षणिक कार्यशैली की खबरें देश के प्रतिष्ठित अखबारों में छप चुकी हैं, विश्व प्रसिद्ध गूगल ब्वाय कौटिल्य के गुरु के रूप में भी देश इन्हें जानता है।