बालाकोट एयरस्ट्राइक में शामिल थी ये महिला अफसर, जानिए पूरी कहानी...
भारतीय वायु सेना द्वारा बालाकोट में एयरस्ट्राइक के बारे में तो हर भारतीय जानता है, पर ये हर कोई नहीं जानता की इस मिशन में एक भारतीय महिला अफसर भी शामिल थी। ये महिला अफसर भारतीय वायु सेना के बालाकोट हवाई अड्डे पर पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई के दौरान
भारतीय वायु सेना द्वारा बालाकोट में एयरस्ट्राइक के बारे में तो हर भारतीय जानता है, पर ये हर कोई नहीं जानता की इस मिशन में एक भारतीय महिला अफसर भी शामिल थी। ये महिला अफसर भारतीय वायु सेना के बालाकोट हवाई अड्डे पर पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई के दौरान उड़ान नियंत्रक के रूप में काम कर रही थी।
ये महिला थी Squadron leader, मिंटी अग्रवाल। आपको बता दें कि युद्ध के दौरान विशिष्ट सेवा के लिए मिंटी को युद्ध सेवा मेडल दिया गया है।वायु सेना की अफसर मिंटी ने ने आज मीडिया के साथ अपना एयरस्ट्राइक का अनुभव साझा किया।
उन्होंने कहा कि 26 फरवरी को हमने गैर-सैन्य शिविरों में बालाकोट मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। हमें पाकिस्तान के द्वारा जवाबी कार्रवाई की उम्मीद थी, हम इसके लिए तैयार थे और उन्होंने सिर्फ 24 घंटे में जवाबी कार्रवाई की।
मिंटी अग्रवाल ने आगे बताया कि हमारे पास कुछ अतिरिक्त विमान थे जो पाक विमानों को जवाब देने के लिए तैनात थे और हमने बाद में पाक विमानों का मुकाबला करने के लिए इन अतिरिक्त विमानों का इस्तमाल किया। पाकिस्तान के विमान हमारे विमानों का विनाश के इरादे से आए थे लेकिन हमारे पायलटों, नियंत्रकों और टीम की क्षमता के कारण उनके मिशन को विफल कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि उन्होंने विंग कमांडर अभिनंदन की भी मदद की थी। उन्होंने कहा कि मैं अभिनंदन को हवाई स्थिति की जानकारी उपलब्ध करा रही था। इसके साथ-साथ शत्रु विमान के बारे में जानकारी भी मेरे द्वारा अभिनंदन को दी जा रही थी।
ये महिला थी Squadron leader, मिंटी अग्रवाल। आपको बता दें कि युद्ध के दौरान विशिष्ट सेवा के लिए मिंटी को युद्ध सेवा मेडल दिया गया है।वायु सेना की अफसर मिंटी ने ने आज मीडिया के साथ अपना एयरस्ट्राइक का अनुभव साझा किया।
उन्होंने कहा कि 26 फरवरी को हमने गैर-सैन्य शिविरों में बालाकोट मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। हमें पाकिस्तान के द्वारा जवाबी कार्रवाई की उम्मीद थी, हम इसके लिए तैयार थे और उन्होंने सिर्फ 24 घंटे में जवाबी कार्रवाई की।
मिंटी अग्रवाल ने आगे बताया कि हमारे पास कुछ अतिरिक्त विमान थे जो पाक विमानों को जवाब देने के लिए तैनात थे और हमने बाद में पाक विमानों का मुकाबला करने के लिए इन अतिरिक्त विमानों का इस्तमाल किया। पाकिस्तान के विमान हमारे विमानों का विनाश के इरादे से आए थे लेकिन हमारे पायलटों, नियंत्रकों और टीम की क्षमता के कारण उनके मिशन को विफल कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि उन्होंने विंग कमांडर अभिनंदन की भी मदद की थी। उन्होंने कहा कि मैं अभिनंदन को हवाई स्थिति की जानकारी उपलब्ध करा रही था। इसके साथ-साथ शत्रु विमान के बारे में जानकारी भी मेरे द्वारा अभिनंदन को दी जा रही थी।
Minty Agarwal, IAF Squadron leader: From the time Wing Commander Abhinandan was airborne I was the one who was providing him the air situation picture. The situation awareness was passed by me to him about the posture of enemy aircraft. (2/2) https://t.co/JZ8MlSkhU8— ANI (@ANI) August 15, 2019