बॉलीवुड की चर्चित अदाकारा शर्लिन चोपड़ा हमेशा से ही अपने बोल्ड अंदाज और खुले विचारों के लिए सुर्खियों में रहती हैं। परंतु हाल के दिनों में वह एक अलग वजह से चर्चा का केंद्र बनी हुई हैं – मातृत्व की तड़प और स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों की वजह से। सोशल मीडिया पर शेयर की गईं उनकी तस्वीरों ने एक नए सवाल को जन्म दिया है: क्या शर्लिन ने माँ बनने का सपना पूरा कर लिया है?
वायरल हुईं तस्वीरें: गोद में नन्ही बेटी के साथ नजर आईं शर्लिन
कुछ दिन पहले शर्लिन ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कुछ ऐसी तस्वीरें शेयर कीं, जिन्होंने फैंस के दिलों में उत्सुकता की लहर दौड़ा दी। इन तस्वीरों में वह एक नन्ही बच्ची को गोद में लिए मुस्कुराती नजर आ रही थीं। कैप्शन में लिखा था – "एक ऐसा आशीर्वाद जिसकी जगह कोई नहीं ले सकता..."। यह देखते ही फैंस के कॉमेंट्स की बाढ़ आ गई। कोई लिख रहा था – "आपकी बेटी बहुत प्यारी है!" तो कोई सवाल कर रहा था – "कब हुई यह खुशखबरी?"हालांकि शर्लिन ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं बताया, लेकिन यह दृश्य उनके पुराने इंटरव्यूज़ की याद दिलाता है, जहाँ उन्होंने मातृत्व की इच्छा जताई थी। पापराज़ी से बातचीत के दौरान जब उन्हें "मम्मी" कहकर संबोधित किया गया, तो वह मुस्कुराकर रह गईं। बाद में उन्होंने बच्ची के गालों को चूमते हुए कहा – "मेरा सपना साकार हो गया..." जानलेवा बीमारी ने बनाया मातृत्व के रास्ते में रोड़ा
इस खुशनुमा माहौल के पीछे छिपी है एक दर्दभरी कहानी। साल 2021 में शर्लिन को 'सिस्टमिक ल्यूपस एरिथेमेटोसस' (SLE) नामक ऑटोइम्यून बीमारी का पता चला, जिसने उनके शरीर को अंदर से कमजोर कर दिया। यह बीमारी इतनी गंभीर थी कि इससे उनकी किडनी भी फेल हो गई। डॉक्टरों ने साफ़ कर दिया था कि प्राकृतिक तरीके से गर्भधारण करना उनके और बच्चे दोनों के लिए जानलेवा हो सकता है।एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया – "मुझे दिन में तीन बार दवाइयाँ लेनी पड़ती हैं। डॉक्टरों ने मना किया है कि कभी प्रेग्नेंसी के बारे में न सोचूँ... पर मेरा दिल तो बार-बार पूछता है – क्या मैं माँ नहीं बन सकती?" "चार-पाँच बच्चे चाहिए मुझे!" – शर्लिन का दिल की गहराइयों से निकला एलान
शर्लिन ने कई बार अपने इंटरव्यूज़ में ज़ाहिर किया है कि वह बच्चों के बिना अपनी ज़िंदगी को अधूरी मानती हैं। उनका कहना है – "मुझे लगता है मैं माँ बनने के लिए ही पैदा हुई हूँ। बच्चों के बारे में सोचते ही मेरा दिल खुशी से भर जाता है।" उनकी इच्छा है कि वह तीन-चार बच्चों को गोद लें, और उन सभी के नाम 'A' अक्षर से शुरू हों।हाल ही में जब वह एक रेस्तरां से निकल रही थीं, तो पापराज़ी ने पूछा – "बिना शादी के माँ कैसे बन गईं?" इस पर उन्होंने चुटकी लेते हुए जवाब दिया – "क्या शादी किए बिना माँ नहीं बना जा सकता?" समाज की सोच को चुनौती देती शर्लिन की ज़िंदगी
शर्लिन की यह जर्नी सिर्फ़ एक सेलिब्रिटी के मातृत्व तक सीमित नहीं है। यह उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो शारीरिक या सामाजिक बंदिशों के बावजूद माँ बनने का सपना देखती हैं। अपने फैसले के बारे में वह कहती हैं – "लोग कहेंगे कि अविवाहित महिला ने बच्चा गोद ले लिया... पर मैं समझती हूँ कि प्यार देने के लिए रिश्तों के बंधन की ज़रूरत नहीं होती।"उन्होंने यह भी बताया कि वह कामकाजी माँ बनकर दिखाना चाहती हैं। उनकी योजना है कि वह बच्चों को अपने साथ ऑफिस ले जाएँगी, और शुरुआत में एक नैनी की मदद लेंगी। आगे का सफर: नई ज़िम्मेदारियाँ और नई उम्मीदें
शर्लिन अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं कर पाई हैं कि उन्होंने बच्ची को गोद लिया है या नहीं। परंतु उनकी बॉडी लैंग्वेज और खुशनुमा चेहरा साफ़ इशारा कर रहा है कि वह जल्द ही इस बारे में ऐलान कर सकती हैं। फैंस उनके इस नए सफर के लिए दिल से शुभकामनाएँ दे रहे हैं।इस पूरे प्रकरण ने एक बार फिर साबित किया है कि शर्लिन चोपड़ा सिर्फ़ सनसनीखेज खबरों वाली अदाकारा नहीं हैं, बल्कि एक ऐसी महिला हैं जो समाज की रूढ़िवादी सोच को तोड़कर अपने सपनों को पूरा करने का हौसला रखती हैं। चाहे वह प्लेबॉय मैगज़ीन के कवर पर छपने का फैसला हो या फिर मातृत्व का अनोखा रास्ता चुनना – शर्लिन हमेशा अपने तरीके से जीने वालों के लिए मिसाल बनकर उभरी हैं। यह कहानी सिर्फ़ एक सेलिब्रिटी के मातृत्व तक सीमित नहीं है, बल्कि उन सभी स्त्रियों के लिए आशा की किरण है जो विभिन्न चुनौतियों के बावजूद माँ बनने का सपना संजोए हुए हैं। शर्लिन का यह सफर हमें यह सिखाता है कि ज़िंदगी में कोई भी मुकाम हासिल करने के लिए हौसले और हिम्मत की ज़रूरत होती है – चाहे रास्ते कितने भी मुश्किल क्यों न हों।