7 साल छोटे मौलाना से क्यों की शादी? सना खान ने खोले दिल के राज

सना खान और मुफ्ती अनस सैयद की प्रेम कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। एक तरफ जहां बॉलीवुड की चमचमाती दुनिया थी, वहीं दूसरी ओर धर्म और आध्यात्म का मार्ग। इन दो अलग-अलग दुनियाओं के बीच कैसे पनपा प्यार का अंकुर, यह जानने के लिए हमें 2017 के उस दिन लौटना होगा, जब सना और अनस की पहली मुलाकात हुई थी।
मक्का की पवित्र धरती पर हुई इस पहली मुलाकात में अनस ने सना को "बाजी" यानि बहन कहकर संबोधित किया था। शायद उस वक्त दोनों में से किसी को भी अंदाजा नहीं था कि यह मुलाकात उनकी जिंदगी का सबसे अहम मोड़ साबित होगी। अनस, जो खुद एक इस्लामिक विद्वान और व्यवसायी हैं, सना की ओर आकर्षित हो गए थे। लेकिन सना के लिए यह आकर्षण एकतरफा था।
अनस ने किसी तरह सना का नंबर हासिल किया और उन्हें संदेश भेजना शुरू कर दिया। लेकिन सना, जो उस वक्त बॉलीवुड की चमकती सितारा थीं, ने उनके संदेशों को नजरअंदाज कर दिया। यहां तक कि उन्होंने अनस को ब्लॉक भी कर दिया। शायद सना के मन में यह विचार था कि एक मौलाना उनकी रंगीन दुनिया का हिस्सा कैसे बन सकता है।लेकिन कहते हैं न, अगर किस्मत में लिखा हो तो दूरियां भी मिटती हैं। 2018 में एक मौलाना ने अनस की ओर से सना से बात की। उन्होंने सना को यकीन दिलाया कि अनस एक अच्छे इंसान हैं। इस बातचीत के बाद सना ने अनस से बात करना शुरू किया। धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती गहरी होती गई।
अनस की सादगी और ईमानदारी ने सना को प्रभावित किया। एक दिन जब अनस ने अपने एक दिवंगत दोस्त के बारे में बेहद भावुक होकर बात की और उसकी आत्मा की शांति के लिए दुआ मांगी, तब सना की सोच पूरी तरह बदल गई। उन्होंने खुद से पूछा, "क्या मेरा इस चमकती दुनिया में कोई ऐसा दोस्त है जो मेरी मौत के बाद भी मेरे लिए इतनी अच्छी बातें कहेगा या दुआ करेगा?" इस विचार ने सना को गहराई से झकझोर दिया।
2020 में सना ने एक बड़ा फैसला लिया। उन्होंने शोबिज की दुनिया को अलविदा कह दिया और इस्लाम की राह पर चलने का निर्णय किया। इसी साल 21 नवंबर को उन्होंने गुजरात के सूरत में मुफ्ती अनस सैयद से निकाह कर लिया। यह फैसला कई लोगों के लिए चौंकाने वाला था। खासकर इसलिए क्योंकि अनस सना से 7 साल छोटे हैं।शादी के बाद सना को भारी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा। लोगों ने उनके रिश्ते पर सवाल उठाए, यहां तक कि कुछ ने तो यह भी कहा कि उनकी शादी कुछ महीनों में ही टूट जाएगी। इन सब बातों से सना बेहद दुखी होती थीं। लेकिन अनस हमेशा उनका साथ देते रहे। वे सना को समझाते कि लोगों की बातों पर ध्यान न दें।आज सना और अनस एक खुशहाल जीवन जी रहे हैं। उनके दो बच्चे हैं - सैयद तारिक जमील और सैयद हसन जमील। सना अब अपने सोशल मीडिया पर धार्मिक संदेश साझा करती हैं और लोगों को इस्लाम की शिक्षाएं देती हैं।
वहीं अनस अपने व्यवसाय के साथ-साथ एक प्रभावशाली व्यक्ति (इन्फ्लुएंसर) के रूप में भी जाने जाते हैं।सना और अनस की यह प्रेम कहानी हमें सिखाती है कि प्यार किसी भी उम्र, पेशे या पृष्ठभूमि की परवाह नहीं करता। यह कहानी यह भी दर्शाती है कि कैसे एक व्यक्ति की सच्चाई और नेकी दूसरे के जीवन को पूरी तरह बदल सकती है। सना के शब्दों में, "अनस की इंसानियत ने मुझे उनकी ओर आकर्षित किया।"यह प्रेम कहानी हमें याद दिलाती है कि जीवन में कभी-कभी बड़े बदलाव आते हैं, और ये बदलाव हमें एक नई दिशा दे सकते हैं। सना ने अपने करियर की ऊंचाइयों को छोड़कर एक नया जीवन चुना, जो उन्हें अधिक संतुष्टि देता है। उनका कहना है कि इस नए जीवन में उन्हें वह शांति और सुकून मिला है, जो उन्हें पहले कभी नहीं मिला था।
आज, जब वैलेंटाइन वीक मनाया जा रहा है, सना और अनस की प्रेम कहानी हमें याद दिलाती है कि प्यार कई रूपों में आता है। कभी-कभी यह हमें अपने आप से मिलाता है, तो कभी यह हमें एक नई राह दिखाता है। सना और अनस की कहानी एक ऐसी प्रेरणा है जो हमें सिखाती है कि सच्चा प्यार हमेशा जीवन को समृद्ध बनाता है, चाहे वह किसी भी रूप में आए।