हरियाणा की बेटियों का कमाल: कबड्डी में जीता सिल्वर मेडल!

हरियाणा के सिरसा शहर में स्थित चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय की महिला कबड्डी टीम ने अपनी मेहनत और लगन से एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जींद के चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में इस टीम ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया। इस शानदार प्रदर्शन ने न सिर्फ विश्वविद्यालय का नाम ऊंचा किया, बल्कि पूरे हरियाणा को गर्व करने का मौका दिया। इस प्रतियोगिता में देश भर की कई टीमों ने हिस्सा लिया, लेकिन सिरसा की बेटियों ने अपनी प्रतिभा और जज्बे से सबका दिल जीत लिया। यह खबर हर उस शख्स के लिए खुशी की बात है, जो खेल और मेहनत की ताकत पर यकीन रखता है।
कुलपति ने दी बधाई, बढ़ाया हौसला
इस शानदार जीत के बाद चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरसी राम बिश्नोई ने महिला कबड्डी टीम को दिल से बधाई दी। उन्होंने टीम की तारीफ करते हुए कहा कि इन बेटियों ने विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है और यह गर्व की बात है। कुलपति ने यह भी कहा कि सीडीएलयू के विद्यार्थी हमेशा से खेल, पढ़ाई और दूसरी गतिविधियों में अपनी काबिलियत दिखाते आए हैं। उन्होंने टीम के उज्जवल भविष्य की कामना की और उम्मीद जताई कि ये खिलाड़ी आगे भी ऐसे ही शानदार प्रदर्शन करती रहेंगी। कुलपति के ये शब्द टीम के लिए हौसले का बड़ा स्रोत बने हैं।
फाइनल मुकाबले में दिखाया दम
ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में सिल्वर मेडल के लिए चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय की महिला कबड्डी टीम का मुकाबला एमडीयू रोहतक की टीम से हुआ। यह मैच बेहद रोमांचक था, जिसमें दोनों टीमों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। सिरसा की टीम ने आखिरी मुकाबले में शानदार खेल दिखाया और रोहतक को 24-38 के अंतर से हराकर सिल्वर मेडल अपने नाम किया। इस जीत में टीम की एकजुटता और रणनीति की बड़ी भूमिका रही। हर खिलाड़ी ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, जिसकी वजह से यह उपलब्धि हासिल हुई। यह जीत साबित करती है कि मेहनत और लगन से बड़े से बड़ा लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
देश भर की टीमों के बीच कड़ी टक्कर
जींद के चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय में आयोजित इस प्रतियोगिता में देश के अलग-अलग राज्यों से 20 से ज्यादा टीमों ने हिस्सा लिया। यह एक बड़ा मंच था, जहां हर टीम अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए तैयार थी। प्रतियोगिता में पहले स्थान पर मेजबान जींद की टीम रही, जिसने अपने घरेलू मैदान का फायदा उठाते हुए गोल्ड मेडल जीता। वहीं, सिरसा की चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय की महिला कबड्डी टीम ने दूसरा स्थान हासिल कर सिल्वर मेडल अपने नाम किया। इस कड़ी टक्कर में सिरसा की बेटियों ने जिस तरह से खेल दिखाया, वह हर किसी के लिए प्रेरणा बन गया है।
कबड्डी में बेटियों का बढ़ता जलवा
कबड्डी एक ऐसा खेल है, जो भारत की मिट्टी से जुड़ा है और पिछले कुछ सालों में इसमें महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। हरियाणा की बेटियां इस खेल में हमेशा से आगे रही हैं और इस बार भी उन्होंने यह साबित कर दिखाया। चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय की टीम ने न सिर्फ अपनी मेहनत से मेडल जीता, बल्कि यह भी दिखाया कि लड़कियां किसी से कम नहीं हैं। इस जीत ने नई पीढ़ी को प्रेरित किया है कि वे भी खेल के मैदान में उतरें और अपने सपनों को सच करें। यह उपलब्धि हर उस लड़की के लिए एक मिसाल है, जो कुछ बड़ा करना चाहती है।