हरियाणा के बेसहारा बच्चों को अब मिलेगा ₹1850 महीना, जानें कौन ले सकता है इस पेंशन का फायदा

Haryana Pension 2025: हरियाणा सरकार ने समाज के सबसे कमजोर वर्ग, यानी बेसहारा बच्चों के लिए एक नई पहल शुरू की है। यह पेंशन योजना उन बच्चों के लिए वरदान साबित हो सकती है, जो किसी कारणवश अपने माता-पिता या अभिभावकों के बिना जीवन जी रहे हैं। सरकार का मकसद इन बच्चों को आर्थिक सहारा देना है, ताकि उनकी जिंदगी में थोड़ी आसानी आए और वे अपने सपनों को सच करने की ओर कदम बढ़ा सकें। आइए, इस योजना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है यह योजना और किसे मिलेगा लाभ?
हरियाणा सरकार ने घोषणा की है कि 21 साल से कम उम्र के उन बच्चों को हर महीने 1850 रुपये की पेंशन दी जाएगी, जिनके परिवार की सालाना आय 2 लाख रुपये से कम है। यह योजना खास तौर पर उन बच्चों के लिए बनाई गई है, जो अनाथ हैं या जिनके माता-पिता उनकी देखभाल करने में असमर्थ हैं। लेकिन एक शर्त यह भी है कि अगर बच्चे के माता-पिता या अभिभावक किसी सरकारी योजना से पारिवारिक पेंशन ले रहे हैं, तो उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। यह कदम सुनिश्चित करता है कि मदद वास्तव में जरूरतमंदों तक ही पहुंचे।
किन दस्तावेजों की पड़ेगी जरूरत?
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ जरूरी कागजात जमा करने होंगे। इसमें बेसहारा होने का प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, और हरियाणा में कम से कम पांच साल से रहने का सबूत शामिल है। रहने का सबूत दिखाने के लिए फोटोयुक्त वोटर कार्ड, राशन कार्ड या परिवार पहचान पत्र जैसे दस्तावेज काम आएंगे। अगर आपके पास इनमें से कोई दस्तावेज नहीं है, तो घबराने की जरूरत नहीं। आप पांच साल की रिहायश का हलफनामा भी दे सकते हैं। ये सभी कागजात सेल्फ अटेस्टेड फोटोकॉपी के रूप में जमा करने होंगे।
आवेदन कैसे करें?
इस योजना के लिए आवेदन करना बेहद आसान है। अगर आप योग्य हैं, तो नजदीकी अंत्योदय सरल केंद्र, अटल सेवा केंद्र या सीएससी केंद्र पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। वहां आपको अपने सभी दस्तावेजों की फोटोकॉपी जमा करनी होगी। यह प्रक्रिया इतनी सरल रखी गई है कि हर जरूरतमंद तक यह सुविधा आसानी से पहुंच सके। सरकार का यह प्रयास न केवल बच्चों की मदद करेगा, बल्कि उनके भविष्य को भी संवारेगा।
एक कदम समाज के प्रति जिम्मेदारी का
हरियाणा सरकार की यह पहल न सिर्फ बच्चों के लिए आर्थिक सहायता का जरिया है, बल्कि समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी को भी दर्शाती है। ऐसे बच्चों को सहारा देकर सरकार यह संदेश दे रही है कि कोई भी बच्चा अकेला नहीं है। यह योजना नन्हे कंधों से बोझ हल्का करने का एक छोटा, लेकिन प्रभावी कदम है। अगर आपके आसपास कोई ऐसा बच्चा है, जो इस योजना का हकदार हो सकता है, तो उन्हें इसके बारे में जरूर बताएं।