हरियाणा : कम मतदान प्रतिशत के बाद भाजपा में घमासान, प्रत्याशी अपने ही नेताओं पर लगा रहे भितरघात का आरोप

डंके की चोट पर 'सिर्फ सच'

  1. Home
  2. Haryana

हरियाणा : कम मतदान प्रतिशत के बाद भाजपा में घमासान, प्रत्याशी अपने ही नेताओं पर लगा रहे भितरघात का आरोप

haryana politics


 चंडीगढ़ (हरियाणा): उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों भाजपा के शीर्ष नेताओं ने सभी लोकसभा प्रभारियों और उम्मीदवारों के साथ बैठक की थी। बैठक के दौरान उम्मीदवारों व प्रभारियों ने जानकारी दी कि कई क्षेत्रों में उनके नेताओं ने पार्टी विरोधी कार्य किया है।

हरियाणा सीएम व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने अपने जिला अध्यक्षों से लोकसभा चुनाव में कम मतदान, पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ काम करने वाले स्थानीय नेताओं, अधिकारियों और उन बूथों की विस्तृत जानकारी मांगी है, जहां फर्जी मतदान हुआ है।

सीएम सैनी जिला अध्यक्षों के साथ शुक्रवार को बैठक करेंगे। इस दौरान राज्य के सभी जिला अध्यक्ष मौजूद रहेंगे और अपने क्षेत्र के भितरघातियों की रिपोर्ट सौपेंगे। जिला अध्यक्षों के बाद सीएम प्रदेश पदाधिकारियों और मोर्चा अध्यक्ष के साथ बैठक करेंगे। बताया जा रहा है कि चार जून को होने वाली मतगणना संबंधी निर्देश भी दिए जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों भाजपा के शीर्ष नेताओं ने सभी लोकसभा प्रभारियों और उम्मीदवारों के साथ बैठक की थी। बैठक के दौरान उम्मीदवारों व प्रभारियों ने जानकारी दी कि कई क्षेत्रों में उनके नेताओं ने पार्टी विरोधी कार्य किया है। इसके साथ ही कुछ अधिकारियों की भी मिलीभगत की बात सामने आई थी।

समीक्षा बैठक के बाद सभी जिला अध्यक्षों से इस संबंध में एक रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए थे। वहीं, सीएम नायब सिंह सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल भी फर्जी मतदान और कुछ अधिकारियों की मिलीभगत की बात सार्वजनिक तौर पर कह चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही कुछ अधिकारियों और पार्टी में विभीषण की भूमिका निभाने वाले भाजपा पदाधिकारियों के खिलाफ जल्द गाज गिर सकती है।

भाजपा के एक जिला अध्यक्ष ने बताया, उन्हें उन बूथों की पहचान करने का निर्देश दिया गया है, जहां अधिकारियों ने जानबूझकर सुचारू मतदान सुनिश्चित नहीं किया और उन पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का पता लगाने को कहा, जिन्होंने पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ काम किया। इसकी रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। यह रिपोर्ट 31 मई को पार्टी बैठक के दौरान सौंपी जाएगी।

सिरसा में 15 लोगों की रिपोर्ट तैयार

भाजपा से जुड़े सूत्रों ने बताया, सिरसा की रिपोर्ट तैयार कर ली गई है। इनमें 15 लोग शामिल हैं, जिन्होंने विपक्षी दलों के एजेंट के रूप में काम किया है। इनमें स्थानीय अधिकारी, कर्मचारी व कुछ भाजपा से जुड़े लोग भी शामिल हैं। एक विधायक की भी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। भाजपा के एक पदाधिकारी ने बताया, चार जून को परिणाम आने के बाद ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। यह रिपोर्ट आज पार्टी अध्यक्ष को सौंप दी जाएगी।

अगले तीन महीने की रणनीति भी तय होगी

सीएम सैनी इस दौरान लोकसभा चुनाव संबंधी फीडबैक लेने के साथ अगले तीन महीने की रणनीति भी तय की जाएगी। दरअसल आचार संहिता हटने के बाद सैनी सरकार के पास काम के कुल तीन महीने होंगे। सरकार की मंशा है कि इन तीन महीनों में नई योजना लाने के बजाय पुरानी योजनाओं की खामियों को तत्काल दूर कर जनता को सीधे फायदा पहुंचाया जाए।

चुनाव के दौरान सरकार के पास फीडबैक पहुंचा है कि सरकार की योजनाएं तो बेहतर थी, मगर जमीन स्तर पर उसे लागू करने की अड़चनों व खामियों को समझा नहीं गया। इसलिए सरकार अगले तीन महीने में इन खामियों को दूर करेगी। बैठक के दौरान अध्यक्षों को निर्देश दिया जाएगा कि वह जनता के बीच जाएं और सरकार की योजनाओं के बारे में उन्हें बताएं और उनसे फीडबैक लें कि उन्हें योजनाओं का लाभ मिला कि नहीं।