हरियाणा में बारिश कब होगी? IMD ने जारी की नई चेतावनी, जानें पूरी डिटेल

हरियाणा में गर्मी अपने चरम पर है, और लोग बेसब्री से बारिश का इंतजार कर रहे हैं। मौसम विभाग के ताजा अपडेट के अनुसार, अगले कुछ दिनों में हरियाणा के कई हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है, जो न केवल गर्मी से राहत देगी बल्कि किसानों के लिए भी वरदान साबित हो सकती है। आइए, इस लेख में हम आपको मौसम के इस ताजा अपडेट के बारे में विस्तार से बताते हैं और यह भी जानते हैं कि किन इलाकों में बारिश की सबसे ज्यादा संभावना है।
हरियाणा में मौसम का मिजाज
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले 48 से 72 घंटों में हरियाणा के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। खासकर हिसार, रोहतक, गुरुग्राम, और फरीदाबाद जैसे इलाकों में बादल छाए रहने और बूंदाबांदी की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून की प्री-मॉनसून गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं, जिसके चलते कुछ क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। यह खबर उन किसानों के लिए राहत भरी है, जो लंबे समय से सूखे जैसे हालात से जूझ रहे हैं।
किन क्षेत्रों में होगी बारिश?
हरियाणा के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में बारिश की संभावना ज्यादा है। मौसम विभाग के मुताबिक, अंबाला, कुरुक्षेत्र, और करनाल जैसे उत्तरी जिलों में हल्की बारिश के साथ ठंडी हवाएं चल सकती हैं। वहीं, दक्षिणी हरियाणा में पलवल और मेवात में भी बूंदाबांदी की उम्मीद है। हालांकि, कुछ इलाकों में भारी बारिश की संभावना कम है, लेकिन मौसम का मिजाज बदलते रहने की वजह से लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
किसानों के लिए अच्छी खबर
यह बारिश किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगी। हरियाणा में धान और अन्य फसलों की बुवाई का समय नजदीक है, और इस बारिश से मिट्टी में नमी बढ़ेगी, जो बुवाई के लिए अनुकूल होगी। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि प्री-मॉनसून बारिश फसलों की पैदावार बढ़ाने में मदद कर सकती है। साथ ही, यह गर्मी से परेशान लोगों के लिए भी राहत लाएगी, क्योंकि बारिश के बाद तापमान में कमी आने की संभावना है।
सावधानी और तैयारी जरूरी
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे बारिश के दौरान सावधानी बरतें। खासकर, निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को जलभराव की स्थिति से सतर्क रहने की सलाह दी गई है। इसके अलावा, तेज हवाओं और बिजली गिरने की संभावना को देखते हुए खुले स्थानों पर जाने से बचने की हिदायत दी गई है। मौसम अपडेट के लिए नियमित रूप से स्थानीय समाचार चैनलों और मौसम विभाग की वेबसाइट पर नजर रखें।