इंग्लिश चैनल में हुआ बड़ा हादसा, प्रवासियों से भरी नाव पलटने से 31 लोगों की हुई मौत

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इंग्लिश चैनल में हुआ बड़ा हादसा, प्रवासियों से भरी नाव पलटने से 31 लोगों की हुई मौत

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पेरिस ,25 नवंबर। इंग्लिश चैनल में एक नाव डूबने से 31 प्रवासियों की मौत हो गई। सभी प्रवासी नाव में सवार होकर ब्रिटेन जा रहे थे। फ्रांस के गृह मंत्री ने इसे प्रवासियों की सबसे बड़ी त्रासदी करार दिया है। गृह मंत्री गेराल्ड दारमैनिन ने कहा कि अनुमान है कि नाव पर 34 लोग सवार थे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को 31 शव मिले जिनमें पांच महिलाएं और एक लड़की शामिल है और दो लोगों को बचा लिया गया हैं। एक व्यक्ति अब भी लापता है। यात्री किस देश से हैं, इसका तत्काल पता नहीं चल पाया है।
संघर्ष, गरीबी से निजात पाने और बेहतर जीवन की आस में ब्रिटेन की ओर पलायन करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है जो जीवन को जोखिम में डालकर फ्रांस से समुद्र के रास्ते नौका से यात्रा करते हैं। हादसे में जीवित बचे लोगों की तलाश के लिए फ्रांस-ब्रिटेन का एक संयुक्त खोज अभियान बुधवार देर रात जारी रहा।
दारमैनिन ने फ्रांस के बंदरगाह शहर कैलिस में कहा कि हादसे का शिकार हुई नौका से जुड़े होने के संदेह में चार संदिग्ध तस्करों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि बाद में दो संदिग्धों को अदालत में पेश किया गया।
क्षेत्रीय अभियोजक ने घटना के बाद हत्या, संगठित अवैध प्रवास और अन्य आरोपों की जांच शुरू की। जांच की देखरेख कर रहे लिले अभियोजक कार्यालय की अभियोजक कैरोल एटियेन ने कहा कि अधिकारी पीडि़तों की पहचान करने और उनकी उम्र और राष्ट्रीयता निर्धारित करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यात्रियों के बारे में अधिक जानकारी सामने आने पर, जांच में कई देश शामिल हो सकते हैं।
दारमैनिन ने कहा, ''लोगों को इस तरह से समुद्र में मरते देखना, फ्रांस, यूरोप, मानवता के लिए बहुत बड़ा शोक का दिन है।ÓÓ उन्होंने ब्रिटेन के साथ समन्वय का आह्वान करते हुए कहा, ''प्रतिक्रिया ग्रेट ब्रिटेन से भी आनी चाहिए।ÓÓ प्रवासियों से जुड़ी पूर्व की अन्य घटनाओं के मद्देनजर दारमैनिन ने ''आपराधिक तस्करोंÓÓ पर हमला बोला जो हजारों लोगों का जीवन जोखिम में डालते हैं।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने सरकार की संकट समिति की बैठक बुलाई। दारमैनिन और कैलिस घटना में जीवित बचे लोगों को देखने के लिए अस्पताल पहुंचे। दोनों देशों की सरकारों के बीच प्रवासियों का पलायन रोकने के मुद्दे पर लंबे समय से सहमति नहीं बनी है और दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर इस संबंध में पर्याप्त काम नहीं करने का आरोप लगाया है।