जेल में महिला अधिकारियों की अय्याशी, 40 कैदियों संग बनाए संबंध, खुला ऐसा राज कि होश उड़ जाएंगे!

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जेल में महिला अधिकारियों की अय्याशी, 40 कैदियों संग बनाए संबंध, खुला ऐसा राज कि होश उड़ जाएंगे!

Jailer

Photo Credit: UPUKLive AI


जेल एक ऐसी जगह है जहाँ अपराधियों को उनके गलत कामों से सबक सिखाने और उन्हें बेहतर इंसान बनाने के लिए भेजा जाता है। लेकिन क्या हो अगर यही जेल उनके लिए सुधार का रास्ता न बनकर अय्याशी का ठिकाना बन जाए? ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला ब्रिटेन से सामने आया है, जिसने सबके होश उड़ा दिए हैं। यहाँ की एक जेल में पिछले चार सालों में 40 से भी ज्यादा महिला जेल अधिकारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। कारण सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। इन महिला अधिकारियों ने जेल में बंद कैदियों के साथ अनुचित शारीरिक संबंध बनाए, जिसने जेल की सुरक्षा और व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। यह खबर सुनते ही लोगों के मन में एक ही सवाल उठ रहा है कि आखिर जेल जैसी सख्त जगह में ऐसा कैसे हो सकता है?

महिला अधिकारियों ने तोड़ी सारी हदें

इस मामले ने ब्रिटेन की जेल व्यवस्था को शर्मसार कर दिया है। इन महिला जेल अधिकारियों ने अपने पद की गरिमा को भूलकर कैदियों के साथ ऐसी हरकतें कीं, जो किसी को भी हैरान कर दें। डेली स्टार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में ऐसी घटनाओं में तीन गुना बढ़ोतरी हुई है। कई हाई प्रोफाइल मामले सामने आए हैं, जिनमें महिला अधिकारी कैदियों के साथ अंतरंग संबंधों में पकड़ी गईं। यह सिर्फ एक या दो घटनाओं की बात नहीं है, बल्कि 40 से ज्यादा महिला अधिकारियों का इसमें शामिल होना इस बात का सबूत है कि जेल के अंदर कुछ गंभीर रूप से गलत चल रहा था। इन हरकतों ने न सिर्फ जेल की सुरक्षा को कमजोर किया, बल्कि समाज में भी कई सवाल खड़े कर दिए।

स्कैंडल का पर्दाफाश कैसे हुआ?

इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब 26 साल की एक महिला जेल अधिकारी केटी इवांस को सजा सुनाई गई। केटी को डोनकास्टर जेल में एक कैदी के साथ अनुचित संबंध बनाने के जुर्म में 21 महीने की जेल की सजा दी गई। यह खबर और भी चौंकाने वाली तब बन गई जब पता चला कि केटी खुद एक बच्चे की माँ है। जांच में यह सामने आया कि उसने चोरी के मामले में बंद कैदी डेनियल ब्राउनली के साथ 140 से ज्यादा फोन कॉल किए। इतना ही नहीं, उसने डेनियल के लिए अपने बैंक खाते से पैसे भी ट्रांसफर किए और जेल की गोपनीय जानकारियाँ तक साझा कीं। इस मामले ने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर एक माँ अपने बच्चे और नौकरी को दांव पर लगाकर ऐसा कैसे कर सकती है?

जेल में और भी गंदी हरकतें

केटी का मामला तो बस एक शुरुआत था। इसके बाद कई और महिला अधिकारियों की करतूतें सामने आईं। कुछ ने जेल के स्टोररूम में कैदियों के साथ शारीरिक संबंध बनाए, तो कुछ कैदियों के बच्चों की माँ तक बन गईं। इतना ही नहीं, कुछ अधिकारियों ने तो अपनी वर्दी में छेद करके भी यौन संबंध बनाए। ये सारी बातें सुनकर कोई भी हैरान हो सकता है कि जेल जैसी जगह, जहाँ सख्त नियम और निगरानी का दावा किया जाता है, वहाँ ऐसी हरकतें कैसे हो सकती हैं? इन घटनाओं ने जेल प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर किया है। यह साफ है कि जेल के अंदर निगरानी और अनुशासन की भारी कमी थी, जिसका फायदा इन महिला अधिकारियों और कैदियों ने उठाया।

कैदियों से पैसे लेने का खेल

इस स्कैंडल में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ। कुछ कैदियों ने महिला जेल अधिकारियों को अवैध संबंधों के लिए पैसे देने की पेशकश की थी। दावा किया जा रहा है कि कैदी सलाखों के पीछे सेक्स के लिए 2,000 पाउंड तक की रकम ऑफर कर रहे थे। यह पैसा जेल के अंदर चल रही गैरकानूनी गतिविधियों का हिस्सा था। कुछ महिला अधिकारियों ने इस लालच में आकर अपनी नैतिकता और कर्तव्य को ताक पर रख दिया। इस गंदे खेल ने न सिर्फ उनकी जिंदगी बर्बाद की, बल्कि जेल में काम करने वाली दूसरी महिला अधिकारियों के लिए भी मुश्किलें खड़ी कर दीं। इन घटनाओं की वजह से बाकी महिला गार्ड्स को भी उत्पीड़न और ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ रहा है।

बच्चों पर पड़ा बुरा असर

इस पूरे मामले का सबसे दुखद पहलू यह है कि इसका असर इन महिला अधिकारियों के बच्चों पर भी पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर इनके परिवारों को ट्रोल किया जा रहा है। लोग इनके बच्चों को ताने मार रहे हैं, जिससे उनकी मासूम जिंदगियाँ प्रभावित हो रही हैं। एक माँ की गलती की सजा उसके बच्चे को भुगतनी पड़ रही है। यह सोचने वाली बात है कि इन महिला अधिकारियों ने अपने बच्चों के भविष्य के बारे में एक बार भी नहीं सोचा। समाज में उनकी बदनामी ने न सिर्फ उनके परिवारों को शर्मिंदगी दी, बल्कि उनके बच्चों के मन पर भी गहरा असर डाला। यह एक ऐसी त्रासदी है, जिसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है।

जेल व्यवस्था पर सवाल

यह पूरा मामला जेल की व्यवस्था पर बड़े सवाल खड़े करता है। आखिर जेल में इतनी बड़ी संख्या में ऐसी घटनाएँ कैसे हो सकती हैं? क्या जेल प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं थी? अगर थी, तो उसने इसे रोकने के लिए क्या कदम उठाए? इन सवालों के जवाब अभी तक साफ नहीं हैं। लेकिन यह तय है कि जेल में अनुशासन और निगरानी की भारी कमी थी। महिला अधिकारियों और कैदियों के बीच इस तरह के संबंधों ने जेल को सुधार गृह से ज्यादा एक गंदे खेल का मैदान बना दिया। अब देखना यह है कि इस मामले के बाद जेल प्रशासन क्या सबक लेता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं।