शहबाज शरीफ ने UN से कहा- पहलगाम हमले में पाक का हाथ नहीं!

पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को और गहरा कर दिया है। इस हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र (UN) महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से फोन पर बात की और भारत के आरोपों को सिरे से खारिज किया। शरीफ ने इस घटना में पाकिस्तान का कोई हाथ न होने की बात दोहराई और निष्पक्ष जांच की मांग की। यह घटना न केवल क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती है, बल्कि दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्तों पर भी सवाल उठा रही है। आइए, इस मामले की पूरी जानकारी और इसके निहितार्थ समझें।
पहलगाम हमले का पृष्ठभूमि
पहलगाम, जम्मू-कश्मीर का एक खूबसूरत पर्यटन स्थल, हाल ही में आतंकी हमले का शिकार बना। इस हमले में कई लोग घायल हुए और क्षेत्र में तनाव बढ़ गया। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को जिम्मेदार ठहराया, जिसके बाद दोनों देशों के बीच बयानबाजी तेज हो गई। भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाने की प्रतिबद्धता जताई। इस बीच, शहबाज शरीफ ने UN महासचिव से बातचीत में भारत के आरोपों को "बेबुनियाद" बताया और पारदर्शी जांच की अपील की।
शहबाज शरीफ का UN को संदेश
शहबाज शरीफ ने UN महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ फोन पर हुई बातचीत में पाकिस्तान की स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करता है और पहलगाम हमले में उसका कोई हाथ नहीं है। शरीफ ने गुटेरेस से अनुरोध किया कि इस घटना की निष्पक्ष और पारदर्शी जांच हो, ताकि तथ्य सामने आ सकें। उन्होंने भारत के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसे दावे दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा सकते हैं। शरीफ ने यह भी जोड़ा कि पाकिस्तान क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है।
UN महासचिव की प्रतिक्रिया
एंटोनियो गुटेरेस ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता जताई। उन्होंने पहलगाम हमले पर दुख व्यक्त करते हुए भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी फोन पर बात की। गुटेरेस ने दोनों देशों से संयम बरतने और तनाव कम करने की सलाह दी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अंतरराष्ट्रीय सहयोग जरूरी है। गुटेरेस ने निष्पक्ष जांच के लिए समर्थन जताया, लेकिन यह स्पष्ट किया कि दोनों पक्षों को बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने की दिशा में काम करना चाहिए।
भारत की कठोर प्रतिक्रिया
भारत ने इस हमले को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि भारत इस हमले के अपराधियों, योजनाकारों और समर्थकों को न्याय के दायरे में लाने के लिए कटिबद्ध है। भारत ने पहले भी पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है, और इस घटना ने इन आरोपों को और हवा दी है। भारत ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की है। यह घटना दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण रिश्तों को और जटिल बना सकती है।
पहलगाम हमला और उसके बाद दोनों देशों की बयानबाजी ने क्षेत्रीय शांति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना से भारत-पाकिस्तान संबंधों में और तल्खी आ सकती है। UN की मध्यस्थता और निष्पक्ष जांच इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है, लेकिन इसके लिए दोनों देशों का सहयोग जरूरी है। आम लोगों के लिए यह जरूरी है कि वे ऐसी खबरों को सावधानी से समझें और शांति की अपील करें। अगर आप इस मामले में ताजा अपडेट्स चाहते हैं, तो विश्वसनीय समाचार स्रोतों जैसे PIB या UN की आधिकारिक वेबसाइट्स पर नजर रखें।