मोबाइल के साथ अपना हाथ भी चार्ज करती है ये लड़की...
आपने आज तक लोगों को मोबाइल, लैपटॉप या ब्लूटूथ चार्ज करते हुए देखा होगा। मगर क्या कभी किसी को अपना हाथ चार्ज करते हुए देखा है? नहीं ना, आज हम एक ऐसी ही एक लड़की के बारे में बता रहे हैं। जो मोबाइल के साथ-साथ अपना हाथ भी चार्ज करती है। इस लड़की का नाम
आपने आज तक लोगों को मोबाइल, लैपटॉप या ब्लूटूथ चार्ज करते हुए देखा होगा। मगर क्या कभी किसी को अपना हाथ चार्ज करते हुए देखा है? नहीं ना, आज हम एक ऐसी ही एक लड़की के बारे में बता रहे हैं। जो मोबाइल के साथ-साथ अपना हाथ भी चार्ज करती है।
इस लड़की का नाम है एंजेल गिफ्रिया जो कि 28 साल की है। जन्म से ही एंजेल का उल्टा हाथ नहीं था। जब वह चार महीने की थी तब उसके माता-पिता ने डॉक्टरों की सलाह से उसे एक इलेक्ट्रिक हाथ लगवा दिया। यह हाथ ऐसा है कि तभी अच्छे से काम कर सकेगा, जब वह चार्ज हो जाएगा।
एंजेल जैसे-जैसे बड़ी होती चली गई, वैसे-वैसे उसके इलेक्ट्रिक हाथ को भी अपग्रेड किए जाने की जरूरत पडऩे लगी। फिलहाल वह मोटोराइज्ड इलेक्ट्रिक हाथ का इस्तेमाल कर रही है। एंजेल जब सुबह उठती है तो सबसे पहले वह अपना हाथ चार्ज करती है। क्योंकि जब तक यह चार्ज नहीं होगा, तब तक वह काम नहीं करेगा।
उसके माता-पिता का कहना है कि जब भी एंजेल इलेक्ट्रिक बोर्ड की तरफ देखती थी, तो हम समझ जाते थे कि वह अपना हाथ चार्ज करना चाहती है। हाथ चार्ज होने में लगभग एक घंटे का समय लेता है और एक दिन काम करता है।
एंजेल के माता-पिता बताते हैं कि कुछ समय पहले वह टेक्सास में एक प्रोग्राम में शामिल हुए थे। वहां अचानक उसके हाथ की चार्जिंग खत्म हो गई और वह तुरंत उसे चार्ज करने के लिए दौड़ी। लेकिन जहां सॉकेट था, वहां पहले से ही किसी का फोन चार्ज हो रहा था, जिसके बाद एंजेल को काफी परेशानी हुई थी।
अचानक उसे दीवार की पिछली तरफ लगा एक सॉकेट नजर आया। वह वहां दौड़कर गई और अपने हाथ को चार्ज किया। जब भी एंजेल के हाथ की बैटरी कम होने लगती थी, तो उसके हाथ में लगी बीप बज उठती थी। माता-पिता का कहना है कि एंजेल के लिए मोबाइल चार्ज करना उतना जरूरी नहीं था, जितना उसका हाथ चार्ज करना था। इसे लेकर वह कई बार परेशान भी हो जाती है।
इस लड़की का नाम है एंजेल गिफ्रिया जो कि 28 साल की है। जन्म से ही एंजेल का उल्टा हाथ नहीं था। जब वह चार महीने की थी तब उसके माता-पिता ने डॉक्टरों की सलाह से उसे एक इलेक्ट्रिक हाथ लगवा दिया। यह हाथ ऐसा है कि तभी अच्छे से काम कर सकेगा, जब वह चार्ज हो जाएगा।
एंजेल जैसे-जैसे बड़ी होती चली गई, वैसे-वैसे उसके इलेक्ट्रिक हाथ को भी अपग्रेड किए जाने की जरूरत पडऩे लगी। फिलहाल वह मोटोराइज्ड इलेक्ट्रिक हाथ का इस्तेमाल कर रही है। एंजेल जब सुबह उठती है तो सबसे पहले वह अपना हाथ चार्ज करती है। क्योंकि जब तक यह चार्ज नहीं होगा, तब तक वह काम नहीं करेगा।
उसके माता-पिता का कहना है कि जब भी एंजेल इलेक्ट्रिक बोर्ड की तरफ देखती थी, तो हम समझ जाते थे कि वह अपना हाथ चार्ज करना चाहती है। हाथ चार्ज होने में लगभग एक घंटे का समय लेता है और एक दिन काम करता है।
एंजेल के माता-पिता बताते हैं कि कुछ समय पहले वह टेक्सास में एक प्रोग्राम में शामिल हुए थे। वहां अचानक उसके हाथ की चार्जिंग खत्म हो गई और वह तुरंत उसे चार्ज करने के लिए दौड़ी। लेकिन जहां सॉकेट था, वहां पहले से ही किसी का फोन चार्ज हो रहा था, जिसके बाद एंजेल को काफी परेशानी हुई थी।
अचानक उसे दीवार की पिछली तरफ लगा एक सॉकेट नजर आया। वह वहां दौड़कर गई और अपने हाथ को चार्ज किया। जब भी एंजेल के हाथ की बैटरी कम होने लगती थी, तो उसके हाथ में लगी बीप बज उठती थी। माता-पिता का कहना है कि एंजेल के लिए मोबाइल चार्ज करना उतना जरूरी नहीं था, जितना उसका हाथ चार्ज करना था। इसे लेकर वह कई बार परेशान भी हो जाती है।