दही खाने से पहले ये गलती भूलकर भी न करें, वरना सेहत को होगा नुकसान!

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दही खाने से पहले ये गलती भूलकर भी न करें, वरना सेहत को होगा नुकसान!

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Photo Credit: Social Media


दही, भारतीय रसोई का एक ऐसा खजाना है, जो स्वाद और सेहत का अनोखा संगम है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दही का सेवन करने का सही तरीका और समय आपकी सेहत पर गहरा असर डाल सकता है? अगर नहीं, तो चलिए, आज हम आपको बताते हैं कि दही खाने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आप इसके पूरे फायदे उठा सकें और अनजाने में होने वाली गलतियों से बच सकें।

दही क्यों है खास?

दही न सिर्फ स्वाद में लाजवाब है, बल्कि यह पेट के लिए भी किसी वरदान से कम नहीं। इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स पाचन को दुरुस्त रखते हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर किसी के लिए दही का सेवन एक जैसा फायदेमंद नहीं होता? जी हाँ, कुछ लोगों को दही खाने से पहले अपनी सेहत की स्थिति को समझना जरूरी है। मिसाल के तौर पर, अगर आपको लैक्टोज इनटॉलरेंस है, तो दही खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना समझदारी होगी।

सही समय का रखें ध्यान

दही खाने का सबसे अच्छा समय दिन का होता है, खासकर दोपहर का भोजन। आयुर्वेद के अनुसार, रात में दही खाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह शरीर में कफ बढ़ा सकता है। अगर आपको रात में दही खाने की आदत है, तो इसे हल्का गर्म करके और इसमें थोड़ा शहद मिलाकर खाएँ। इससे न सिर्फ स्वाद बढ़ेगा, बल्कि सेहत को भी नुकसान नहीं होगा। इसके अलावा, खाली पेट दही खाने से बचें, क्योंकि इससे पेट में गैस या भारीपन की शिकायत हो सकती है।

किस तरह का दही है बेस्ट?

बाजार में आजकल कई तरह के दही उपलब्ध हैं—फ्लेवर्ड, लो-फैट, ग्रीक योगर्ट, और क्या-क्या नहीं! लेकिन अगर आप सेहत का पूरा ख्याल रखना चाहते हैं, तो घर का बना ताजा दही सबसे बेहतर है। इसमें कोई कृत्रिम स्वाद या चीनी नहीं होती, जो आपके शरीर को नुकसान पहुँचा सकती है। अगर आप बाहर का दही खरीद रहे हैं, तो लेबल जरूर पढ़ें और ऐसा दही चुनें, जिसमें प्रोबायोटिक्स की मात्रा अच्छी हो।

कब हो सकता है दही नुकसानदेह?

दही हर किसी के लिए फायदेमंद हो, यह जरूरी नहीं। अगर आपको सर्दी-जुकाम की समस्या रहती है या फिर अस्थमा है, तो दही का सेवन कम करें। ठंडे मौसम में दही खाने से पहले इसे सामान्य तापमान पर लाएँ, क्योंकि ठंडा दही गले और पेट को परेशान कर सकता है। इसके अलावा, डायबिटीज के मरीजों को फ्लेवर्ड दही से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें चीनी की मात्रा ज्यादा हो सकती है।

दही को और स्वादिष्ट कैसे बनाएँ?

दही का स्वाद बढ़ाने के लिए आप इसमें मौसमी फल, शहद, या फिर थोड़ा-सा जीरा पाउडर मिला सकते हैं। रायता, लस्सी, या स्मूदी बनाकर भी दही का मजा लिया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें, ज्यादा मसाले या नमक डालने से दही के प्रोबायोटिक्स कमजोर हो सकते हैं। इसलिए, इसे सादा और ताजा रखने की कोशिश करें।