क्या यौन संबंध हैं बैक्टीरियल वेजिनोसिस की वजह? सच जानकर हैरान रह जाएंगे!

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क्या यौन संबंध हैं बैक्टीरियल वेजिनोसिस की वजह? सच जानकर हैरान रह जाएंगे!

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Photo Credit: upuklive


महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी कई ऐसी समस्याएं हैं, जिनके बारे में खुलकर बात कम ही होती है। बैक्टीरियल वेजिनोसिस (बीवी) भी एक ऐसी ही परेशानी है, जो बहुत सी महिलाओं को प्रभावित करती है। यह योनि में होने वाली एक आम स्थिति है, जिसके बारे में जागरूकता की कमी की वजह से कई बार इसे नजरअंदाज कर दिया जाता है। लोग अक्सर इसे यौन संक्रमण से जोड़कर देखते हैं, लेकिन क्या यह सचमुच ऐसा है? इस सवाल का जवाब जानना जरूरी है, क्योंकि यह बीमारी महिलाओं की सेहत को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है। बैक्टीरियल वेजिनोसिस क्या है, इसके लक्षण क्या हैं, और यह कैसे फैलता है, इन सब बातों को समझना हर महिला के लिए फायदेमंद हो सकता है। आइए, इस रोग के बारे में विस्तार से जानते हैं और इसके पीछे की सच्चाई को उजागर करते हैं।

बैक्टीरियल वेजिनोसिस क्या है?

बैक्टीरियल वेजिनोसिस योनि में होने वाली एक ऐसी स्थिति है, जिसमें वहां मौजूद बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है। आमतौर पर योनि में अच्छे और बुरे दोनों तरह के बैक्टीरिया होते हैं। अच्छे बैक्टीरिया, जैसे लैक्टोबैसिलस, योनि को स्वस्थ रखते हैं और हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं। लेकिन जब ये अच्छे बैक्टीरिया कम हो जाते हैं और बुरे बैक्टीरिया, जैसे गार्डनेरेला, ज्यादा बढ़ जाते हैं, तो बैक्टीरियल वेजिनोसिस की समस्या शुरू हो जाती है। यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन अगर इसे इलाज के बिना छोड़ दिया जाए, तो यह दूसरी परेशानियों को जन्म दे सकती है। यह महिलाओं में सबसे आम योनि संक्रमणों में से एक है, खासकर 15 से 44 साल की उम्र के बीच। इसे समझना इसलिए जरूरी है, ताकि समय रहते सही कदम उठाए जा सकें।

इसके लक्षण और पहचान

बैक्टीरियल वेजिनोसिस के लक्षण हर महिला में अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ महिलाओं को यह पता भी नहीं चलता कि उन्हें यह समस्या है, क्योंकि उनके कोई खास लक्षण नहीं दिखते। लेकिन ज्यादातर मामलों में कुछ संकेत साफ नजर आते हैं। सबसे आम लक्षण है योनि से आने वाला असामान्य स्राव, जो पतला, सफेद या भूरे रंग का हो सकता है। इस स्राव से मछली जैसी तेज गंध भी आ सकती है, खासकर यौन संबंध के बाद। इसके अलावा, योनि में खुजली या जलन भी हो सकती है। कुछ महिलाओं को पेशाब करते समय हल्की परेशानी महसूस होती है। ये लक्षण दूसरी योनि समस्याओं से मिलते-जुलते हो सकते हैं, इसलिए सही जांच के लिए डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है। खुद से इलाज करने की कोशिश इस समस्या को और बढ़ा सकती है।

क्या यह यौन संक्रमण से होता है?

बैक्टीरियल वेजिनोसिस को लेकर सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या यह यौन संबंधों की वजह से होता है। सच यह है कि यह कोई यौन संचारित रोग (एसटीडी) नहीं है। यह बैक्टीरिया के असंतुलन की वजह से होता है, न कि किसी वायरस या बैक्टीरिया के पार्टनर से आने से। लेकिन हां, यौन संबंध इस समस्या को बढ़ाने में भूमिका निभा सकते हैं। जिन महिलाओं के कई यौन साथी होते हैं या जो नए पार्टनर के साथ संबंध बनाती हैं, उनमें यह परेशानी ज्यादा देखी जाती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यौन संबंध योनि के प्राकृतिक बैक्टीरिया संतुलन को प्रभावित कर सकते हैं। फिर भी, यह जरूरी नहीं कि हर बार यौन संबंध ही इसकी वजह हो। यह उन महिलाओं में भी हो सकता है, जो यौन रूप से सक्रिय नहीं हैं। तो यह कहना सही होगा कि यौन संबंध इसका एक जोखिम बढ़ा सकते हैं, लेकिन यह इसकी सीधी वजह नहीं है।

दूसरी वजहें जो इसे बढ़ाती हैं

यौन संबंधों के अलावा भी कई चीजें बैक्टीरियल वेजिनोसिस को शुरू कर सकती हैं। योनि की साफ-सफाई के लिए बहुत ज्यादा साबुन या सुगंधित प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल अच्छे बैक्टीरिया को कम कर सकता है। डूशिंग, यानी योनि को अंदर से धोना, भी इसकी एक बड़ी वजह है। यह प्रक्रिया योनि के प्राकृतिक संतुलन को बिगाड़ देती है। इसके अलावा, टाइट कपड़े पहनना या गीले कपड़ों में ज्यादा देर रहना भी बैक्टीरिया को बढ़ने में मदद करता है। हार्मोन में बदलाव, जैसे मासिक धर्म, गर्भावस्था या गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल, भी इसे प्रभावित कर सकते हैं। एंटीबायोटिक दवाइयों का लंबा इस्तेमाल भी अच्छे बैक्टीरिया को कम करके इस समस्या को न्योता दे सकता है। ये सारी बातें दिखाती हैं कि यह रोग कई कारणों से हो सकता है, न कि सिर्फ यौन संबंधों से।

इलाज और बचाव के तरीके

बैक्टीरियल वेजिनोसिस का इलाज आसान है, बशर्ते इसे समय पर पहचाना जाए। डॉक्टर आमतौर पर एंटीबायोटिक दवाइयां देते हैं, जैसे मेट्रोनिडाजोल या क्लिंडामाइसिन। ये दवाइयां गोली या क्रीम के रूप में ली जा सकती हैं। इलाज पूरा होने के बाद ज्यादातर महिलाएं ठीक हो जाती हैं, लेकिन कई बार यह समस्या फिर से लौट सकती है। इसे रोकने के लिए कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है। योनि को साफ रखें, लेकिन साबुन या डूशिंग से बचें। ढीले और सूती कपड़े पहनें, ताकि हवा का बहाव बना रहे। अगर यौन संबंध बनाते हैं, तो सुरक्षित तरीकों का इस्तेमाल करें और पार्टनर की संख्या सीमित रखें। खानपान में दही जैसे प्रोबायोटिक्स शामिल करें, जो अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं। ये छोटे कदम इस परेशानी को दूर रखने में बहुत मदद करते हैं।

जागरूकता की जरूरत

बैक्टीरियल वेजिनोसिस को लेकर समाज में अभी भी बहुत सारी गलतफहमियां हैं। लोग इसे शर्मिंदगी से जोड़ते हैं और खुलकर बात करने से हिचकते हैं। लेकिन यह एक आम समस्या है, जिसका इलाज मुमकिन है। अगर इसे नजरअंदाज किया जाए, तो यह गर्भावस्था में जटिलताएं या दूसरी बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है। इसलिए महिलाओं को इसके बारे में जागरूक होना चाहिए। यह समझना जरूरी है कि यह यौन संक्रमण नहीं है, बल्कि बैक्टीरिया के असंतुलन का नतीजा है। सही जानकारी और सावधानी से इसे आसानी से रोका जा सकता है। डॉक्टर से सलाह लेने में संकोच न करें, क्योंकि सेहत से बढ़कर कुछ नहीं है। यह छोटा सा कदम आपकी जिंदगी को स्वस्थ और खुशहाल बना सकता है।