सेक्स के दौरान आवाज़ निकालने का राज़: जानिए क्यों महिलाएं करती हैं ये काम!

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सेक्स के दौरान आवाज़ निकालने का राज़: जानिए क्यों महिलाएं करती हैं ये काम!

Physical Relation

Photo Credit: Physical Relation


सेक्स के दौरान महिलाओं द्वारा आवाज़ निकालने का मुद्दा हमेशा से ही चर्चा का विषय रहा है। कुछ लोग इसे स्वाभाविक मानते हैं, तो कुछ इसे संदेह की नज़र से देखते हैं। हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई कि 66 प्रतिशत महिलाएं अपने साथी के ऑर्गज़म को बढ़ाने के लिए जानबूझकर आवाज़ें निकालती हैं। यह आंकड़ा न केवल आश्चर्यजनक है, बल्कि इसे समझने के लिए हमें मनोविज्ञान और विज्ञान की मदद लेनी पड़ती है।

क्यों निकलती हैं ये आवाज़ें? वैज्ञानिकों का जवाब

वैज्ञानिकों के अनुसार, सेक्स के दौरान आवाज़ें निकालने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। सबसे पहला, यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जो उत्तेजना को बढ़ाती है। जब कोई महिला अपने साथी के साथ सेक्स करती है, तो उसके शरीर में होने वाली भावनात्मक और शारीरिक उत्तेजना उसके मुंह से आवाज़ें निकालने के रूप में प्रकट होती है। यह न केवल उसके लिए, बल्कि उसके पार्टनर के लिए भी उत्तेजना का स्रोत बनता है।

एक अन्य कारण यह है कि महिलाएं अपने साथी को यह बताने के लिए आवाज़ें निकालती हैं कि उन्हें जो हो रहा है, वह पसंद आ रहा है। यह एक तरह का संचार है, जो दोनों के बीच के विश्वास और संतुष्टि को बढ़ाता है। हालांकि, कुछ मामलों में यह आवाज़ें सिर्फ़ एक अभिनय हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई महिला वास्तव में उत्तेजित नहीं है, तो वह अपने साथी को संतुष्ट करने के लिए आवाज़ें निकाल सकती है।

अलग-अलग आवाज़ों का मतलब: क्या हर आवाज़ का एक संदेश है?

सेक्स के दौरान निकलने वाली आवाज़ों के प्रकार भी अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ महिलाएं मोनिंग (मोनिंग) करती हैं, तो कुछ गहरी सांस लेती हैं। कुछ लोगों को गंदी बातें करना पसंद आता है, जबकि कुछ साइलेंस में रहना पसंद करते हैं। ये सभी आवाज़ें एक दूसरे को उत्तेजित करने के लिए काम करती हैं।

एक सर्वेक्षण के अनुसार, 90 प्रतिशत पुरुषों ने माना कि जब उनकी पार्टनर मोनिंग करती है, तो उनकी उत्तेजना बढ़ जाती है। वहीं, 77 प्रतिशत महिलाओं ने भी यही बात कही। गहरी सांस लेने की आवाज़ भी दोनों के लिए उत्तेजना का स्रोत बनती है। कुछ लोगों को गंदी बातें करना पसंद आता है, जो उनके सेक्सुअल एक्सपीरियंस को और भी रोमांचक बनाता है। हालांकि, कुछ लोग साइलेंस में सेक्स करना पसंद करते हैं, जो उनके लिए अधिक इंटिमेट होता है।

क्या यह सिर्फ़ एक ड्रामा है? सच्चाई का खुलासा

कुछ लोगों का मानना है कि सेक्स के दौरान आवाज़ें निकालना सिर्फ़ एक ड्रामा है। वे सोचते हैं कि महिलाएं अपने साथी को संतुष्ट करने के लिए जानबूझकर आवाज़ें निकालती हैं। हालांकि, वास्तविकता यह है कि अधिकांश मामलों में यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। एक शोध में पाया गया कि 92 प्रतिशत महिलाओं ने माना कि आवाज़ें निकालने से उनका और उनके पार्टनर का आत्मविश्वास बढ़ता है। यह एक दूसरे के प्रति प्यार और सम्मान का प्रतीक है।

हालांकि, कुछ मामलों में यह आवाज़ें सिर्फ़ एक अभिनय हो सकती हैं। उदाहरण के लिए, अगर कोई महिला वास्तव में उत्तेजित नहीं है, तो वह अपने साथी को यह बताने के लिए कि सब कुछ ठीक है, आवाज़ें निकाल सकती है। यह एक तरह का सामाजिक दबाव या अपेक्षा हो सकती है।

वैज्ञानिकों की राय: क्या यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है?

वैज्ञानिकों के अनुसार, सेक्स के दौरान आवाज़ें निकालना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक नहीं है। बल्कि, यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है जो दोनों के बीच के संबंध को मजबूत बनाती है। हालांकि, अगर कोई महिला जानबूझकर आवाज़ें निकालती है, तो यह उसके मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है। उदाहरण के लिए, अगर वह अपने साथी को संतुष्ट करने के लिए झूठी आवाज़ें निकालती है, तो यह उसके लिए तनाव का कारण बन सकता है।

एक सेक्सॉलजिस्ट ने बताया कि आवाज़ें निकालने से उत्तेजना बढ़ती है, लेकिन यह दोनों के बीच के विश्वास पर निर्भर करता है। अगर दोनों एक दूसरे के साथ ईमानदार हैं, तो यह एक स्वस्थ संबंध का हिस्सा बन सकता है।

क्या यह सिर्फ़ एक सामान्य प्रक्रिया है?

सेक्स के दौरान आवाज़ें निकालना एक सामान्य और स्वाभाविक प्रक्रिया है। यह दोनों के बीच के प्यार और सम्मान को दर्शाता है। हालांकि, अगर यह एक ड्रामा बन जाए, तो यह संबंधों में तनाव पैदा कर सकता है। इसलिए, दोनों को एक दूसरे के साथ ईमानदार रहना चाहिए। यह न केवल उनके सेक्सुअल एक्सपीरियंस को बेहतर बनाएगा, बल्कि उनके संबंधों को भी मजबूत करेगा।

यह विषय हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि सेक्स के दौरान आवाज़ें निकालना सिर्फ़ एक शारीरिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि भावनात्मक जुड़ाव का भी प्रतीक है। यह हमें यह भी सिखाता है कि संबंधों में ईमानदारी और विश्वास कितना महत्वपूर्ण है।